मेघा की मादक सिसकियाँ

   11/03/2020

Antarvasna, hindi sex story:

Megha ki madak siskiyan मैं कॉलेज के आखिरी वर्ष में था और अब हमारे एग्जाम नजदीक आने वाले थे तो मैं भी अपने एग्जाम की तैयारी में लगा हुआ था। जैसे ही हम लोगों के एग्जाम खत्म हो गए तो उसके बाद हमारे कॉलेज में केंपस प्लेसमेंट आया जिसमें की मेरा भी सिलेक्शन एक अच्छी कंपनी में हो गया और मैं जॉब करने के लिए गुडगाँव चला गया। मैं अपने परिवार से दूर गुडगाँव में रह रहा था शुरुआत में मेरे लिए अकेले रहना काफी मुश्किल भरा था क्योंकि मुझे अकेले रहने की कभी आदत नहीं थी लेकिन धीरे धीरे मुझे आदत पड़ने लगी और मैं अब गुडगाँव में अपने आपको एडजस्ट कर चुका था। मेरी जॉब भी अच्छे से चल रही थी और मैं अपनी जॉब से बहुत ज्यादा खुश था। गुडगाँव में मुझे अब 5 वर्ष हो चुके हैं इन 5 वर्षों में मेरा प्रमोशन भी हुआ और मेरी फैमिली भी अब मेरे साथ ही रहने लगी। 

पापा के रिटायरमेंट के बाद वह लोग मेरे पास ही रहने के लिए गुडगाँव आ गए, पापा बैंक में जॉब करते थे और अब वह रिटायर हो चुके हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि मेरी फैमिली मेरे साथ ही रह रही है मेरी बहन की शादी भी कुछ समय पहले ही हुई थी मेरी बहन की शादी भी गुडगाँव में ही हुई। हम लोग जिस किराए के फ्लैट में रहते थे वहां पर मुझे काफी समय हो चुका था अब हम लोग चाहते थे कि हम लोग अपना कोई घर खरीद ले। मैंने जब इस बारे में पापा से बात की तो पापा ने कहा कि हां मोहित बेटा अगर तुम्हें लगता है कि हमें घर खरीदना चाहिए तो हम लोग कोई घर देखकर यहां घर खरीद लेते हैं। मैंने भी एक प्रॉपर्टी ब्रोकर से बात की और उसके बाद उसने मुझे एक फ्लैट दिखाया लेकिन वह मुझे पसंद नहीं आया और मैंने उसे कहा कि मुझे कोई और फ्लैट दिखाओ। वह अब मुझे जिस नई कॉलोनी में ले गया वहां पर मुझे काफी अच्छा लगा मैंने उससे कहा कि हम लोग यहीं फ्लैट लेंगे और हम लोगों ने वहां पर एक फ्लैट ले लिया। 

अब हम लोग वहां रहने लगे थे आस पास के लोगों से भी हमारा परिचय धीरे–धीरे होने लगा था। हम लोगों को वहां पर रहते हुए 6 महीने से ऊपर हो चुका था और मैं काफी ज्यादा खुश था कि अब हम लोग नई कॉलोनी में रहने के लिए आ गए हैं। हमारे घर से मेरे ऑफिस की दूरी भी ज्यादा नहीं थी इसलिए मैं जल्दी ही अपने ऑफिस पहुंच जाया करता। एक दिन सुबह मैं अपनी कार से ऑफिस के लिए निकला ही था कि कॉलोनी के बाहर गेट पर एक महिला ने मुझसे लिफ्ट मांगी उनकी उम्र यही कोई 60 वर्ष के आसपास रही होगी मैंने भी उन्हें लिफ्ट दे दी। जब वह मेरी कार में बैठे तो उन्होंने मुझसे पूछा कि बेटा तुम कहां रहते हो? मैंने उन्हें बताया कि मैं अंदर कॉलोनी में ही रहता हूं। उन्होंने भी मुझे कहा कि हम लोग भी यहीं रहते हैं। उनको मैंने थोड़ी ही दूरी पर ड्रॉप कर दिया था और उसके बाद मैं अपने ऑफिस चला गया। जब मैं अपने ऑफिस पहुंचा तो उस दिन मेरे ऑफिस में मेरे एक दोस्त का जन्मदिन था उसने मुझे कहा कि आज तुम्हें मेरे जन्मदिन में आना है तो मैंने उसे कहा हां क्यों नहीं। 

उसने शाम के वक्त अपने घर पर एक छोटी सी पार्टी रखी थी और उसमे उसने मुझे भी इनवाइट किया था तो मैं भी उसके जन्मदिन पर जाना चाहता था। ऑफिस से फ्री होने के बाद मैं अपने घर पर गया घर से मैं जल्दी से तैयार होकर अपने दोस्त के घर पर चला गया था। उसका जन्मदिन हम लोगों ने काफी अच्छे से सेलिब्रेट किया और सब लोगो ने खूब इंजॉय किया। कुछ दिनों बाद मुझे वही आंटी मिली जिन्हें मैंने एक दिन लिफ्ट दी थी और उनके साथ एक लड़की भी थी शायद वह उनकी बेटी थी। उन्होंने मुझे देखते ही पहचान लिया और मुझे कहा कि बेटा उस दिन मैं तुम्हे थैंक्यू कहना ही भूल गई मैंने उन्हें कहा कोई बात नहीं आंटी। उन्होंने मुझे अपनी बेटी से मिलवाया उनकी बेटी का नाम मेघा है मेघा से मिलकर मुझे अच्छा लगा और उसके बाद हम लोगों का परिचय काफी अच्छा हो चुका था। जब भी मुझे आंटी मिलती तो मैं उनसे जरूर बात किया करता और मेघा भी मुझे अक्सर मिल ही जाया करती थी। मेघा भी एक अच्छी मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करती है और जब भी वह मुझे मिलती तो मुझे काफी अच्छा लगता। एक दिन मैंने मेघा का नंबर उससे लिया तो उसने मुझे अपना नंबर दे दिया। 

जब मेघा ने मुझे अपना नंबर दिया तो मुझे उससे बात करना अच्छा लगने लगा और हम दोनों की एक दूसरे से फोन पर बातें होने लगी। एक दिन जब मुझे पता चला कि मेघा का बॉयफ्रेंड है तो मैं उस वक्त बहुत ज्यादा उदास हुआ। मैंने उसके बाद मेघा से बात नहीं की लेकिन मेघा मुझे बार–बार फोन कर रही थी मैंने उसका फोन नहीं उठाया। मेघा को मैंने कभी अपने प्यार का इजहार नही किया था। मेघा की तरफ से प्यार को लेकर कोई पहले नही हुई थी लेकिन फिर भी मुझे यह बात सुनकर काफी बुरा लगा और मैं काफी ज्यादा गुस्से में था। एक दिन मुझे मेघा मिली जब मुझे मेघा मिली तो मेघा ने मुझे कहा कि तुम मेरा फोन क्यों नहीं उठा रहे थे। मैंने मेघा को कहा कि मेघा तुमने मुझसे यह बात छुपाई कि तुम सिंगल हो लेकिन तुम्हारा रिलेशन तुम्हारे ऑफिस में काम करने वाले एक लड़के के साथ चल रहा है और मैंने तुम्हें उसके साथ देखा था। 

यह बात सुनकर मेघा मुझे कहने लगी कि मोहित मुझे मालूम है तुम ने मुझे उस लड़के के साथ देखा था लेकिन मेरा रिलेशन अब उसके साथ नही है और अब मैं सिंगल हूं हम दोनों के बीच अब कुछ भी नहीं चल रहा है इसलिए हम दोनों ने एक दूसरे से ब्रेकअप कर लिया। मैं यह बात सुनकर काफी खुश था और मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लगा कि मेघा सिंगल है उसके बाद मैं दोबारा से मेघा से बातें करने लगा था और हम लोगों की बातें पहले की तरह ही होने लगी थी। मेघा और मैं एक दूसरे से काफी बातें किया करते और हम दोनों को फोन पर बातें करना अच्छा लगता। हम दोनों एक दूसरे के साथ जब भी होते तो हम दोनों साथ में काफी अच्छा समय बिताया करते लेकिन हम दोनों की तरफ से अभी प्यार को लेकर कोई पहल नहीं हुई थी परंतु एक रात मैंने मेघा से फोन पर गर्म बातें करना शुरू किया तो मेघा को भी से कोई एतराज नहीं था। वह मुझसे बातें कर के बहुत ज्यादा खुश थी और मुझे भी काफी ज्यादा अच्छा लग रहा था। जब मैं मेघा से बात कर रहा था मेरे अंदर की गर्मी को मेघा ने इतना बढ़ा दिया था कि मेरी गर्मी मेरे वीर्य के रास्ते बाहर आ गई और मेरी गर्मी शांत हो गई। मै मेघा के बदन को महसूस करना चाहता था और उसे अपना बनाना चाहता था।

 मैं उसे अपनी बाहों में समाने के लिए बहुत बेताब था और मैंने ऐसा ही किया। जब मुझे मौका मिला तो मैंने मेघा को अपने घर पर बुला लिया। वह मुझे मिलने घर पर आई। मेघा मेरे साथ सेक्स करने के लिए उतावली थी। मैंने मेघा को कहा हम लोगों को सेक्स करना चाहिए तो मेघा भी इस बात के लिए तुरंत तैयार हो गई। मेघा ने मेरी पैंट की चैन को खोलते हुए मेरे लंड को बाहर निकाल लिया और उसने अपने हाथों में लिया तो मुझे काफी अच्छा महसूस हो रहा था। मुझे बहुत ज्यादा अच्छा महसूस हो रहा था मेघा ने अब मेरे लंड को अपने मुंह के अंदर लेकर उसे अच्छे से चूसना शुरू किया। मेघा ने ऐसा करना शुरू किया तो मुझे बहुत ही ज्यादा मज़ा आने लगा था और उसे काफी ज्यादा अच्छा लग रहा था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने मेघा को कहा मुझे बहुत ज्यादा मजा आ रहा है। मेघा और मैं अब एक दूसरे की गर्मी को झेल नहीं पा रहे थे जिस वजह से मैंने मेघा को कहा तुमने तो मेरे लंड से पानी ही बाहर निकाल दिया है। वह मुझे कहने लगी कि मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने भी मेघा से कहा तुम अपने कपड़ों को उतार दो। मेघा ने अपने कपड़े उतारे।

 मैंने उसकी चूतड़ों को दबाना शुरू किया। मै उसके स्तनों का दबाने लगा जब मैं मेघा के बड़े स्तनों को दबाने लगा तो वह मुझे कहने लगी मुझे काफी ज्यादा अच्छा लग रहा है। मैंने मेघा को कहा मुझे भी बहुत ज्यादा मजा आ रहा है अब हम दोनों ही एक दूसरे की गर्मी को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं कर पा रहे थे। मैंने मेघा को कहा मेरे अंदर की गर्मी को तुमने पूरी तरीके से बढा कर रख दिया है। मैंने अब मेघा के स्तनों को चूसा तो उसे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था और वह कहने लगी मेरी चूत से तुमने पानी बाहर निकाल दिया है। मैंने मेघा की चूत पर उंगली को लगाया जैसे ही मैंने उसकी चूत पर उंगली को लगाया तो वह मचलने लगी और कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। मेघा की चूत से पानी कुछ ज्यादा ही बाहर निकलने लगा था मैंने उसके दोनों पैरों को खोल कर अपने लंड को मेघा की चूत पर लगाया और मेघा की चूत पर लंड को रगडना शुरू किया तो उसकी चूत की गर्मी बाहर की तरफ को निकलने लगी। मेरे लंड पर भी मेघा की चूत का पानी लग चुका था अब मेरा लंड मेघा की चूत में जाने के लिए बेताब था। मैंने अपने लंड को मेघा की योनि के अंदर घुसा दिया मेरा मोटा लंड मेघा की योनि के अंदर धीरे–धीरे प्रवेश होने लगा था। 

जब मेरा लंड मेघा की योनि के अंदर प्रवेश हुआ तो मुझे मजा आने लगा और उसे भी बहुत ज्यादा मजा आने लगा था। वह मुझे कहने लगी मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है मेरे अंदर ही गर्मी भी अब बहुत बढ़ने लगी थी और मेघा के अंदर की गर्मी भी बढ़ने लगी थी। मैंने मेघा की चूत के अंदर बाहर अपने लंड को करना शुरू किया जब मैने ऐसा करना शुरू किया तो वह बहुत जोर से चिल्ला रही थी। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था मेरे अंदर एक अलग ही गर्मी पैदा हो रही थी। मेघा मुझे कहती आपने तो आज मेरी चूत का भोसड़ा ही बना दिया है। मैंने मेघा से कहा मुझे बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा है। 

मेघा मादक आवाज मे सिसकारियां ले रही थी जब वह अपनी मादक आवाज में सिसकारियां लेती तो मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आता। मैंने मेघा को कहा मुझे तुम्हे चोदने में बहुत अच्छा लग रहा है। अब मैंने मेघा के दोनों पैरों को खोल लिया था। मैंने उसके पैरों को खोल कर उसे बड़ी तेज गति से धक्के देना शुरू किया। मुझे बहुत ज्यादा मजा आने लगा था जिस प्रकार से मेरा लंड मेघा की चूत के अंदर बाहर हो रहा था। वह बहुत तेजी से चिल्ला रही थी और मुझे गर्म करने की कोशिश करती तो मुझे और भी ज्यादा मजा आता। मैंने उसे काफी देर तक चोदा। जब मेरा माल मेरे अंडकोषो से बाहर की तरफ आने वाला था तो मैं मेघा को बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था जिस से कि मेरा वीर्य मेघा की योनि में जा गिरा और मेघा बहुत ज्यादा खुश हो गई।

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