शोले – ए नॉनवेज स्टोरी – 4

   06/09/2017

Sholay – A nonveg story – 4:

हेल्लो फ्रेंड्स, मैं तरुण फिर से हाजिर हूँ अपनी कहानी को पूरा करने के लिए तो अब मैं शुरू करता हूँ |

अब गब्बर ने उन दोनों से कहा कि मादरचोदो मेरा लंड चूसो अगर अपनी जिन्दगी बचाना चाहते हो तो | चूसो मादरचोदो मेरे लंड को | पूरी जनता देखने लगी कि ये दोनों लंड चूसेंगे कि नहीं | तभी जय आगे बढ़ने लगा | वीरू उसे रोकने की कई कोशिश की पर जय उसी ओर जाने लगा | फिर जय ने गब्बर का लंड पकड़ा और जोर से काट दिया | जय भागने लगा और वीरू ने भी ठाकुर के पास पड़ी बन्दूक उठायी और गोली चलाने लगा | गब्बर को बहुत दर्द हो रहा था | तो गब्बर ने कहा कि माँ चोद दूंगा और फिर वो लोग भी भाग निकले | ये देख कर लोग खुश हो गये कि गब्बर आ के भी कुछ न ले जा सका | वीरू ठाकुर के पास गया और कहा सुन बे मादरचोद अब हम दोनों तेरा काम नही करेंगे | तूने लंड के बाल खड़े लंड पे धोखा दिया | फिर ठाकुर ने कहा अबे चोदुओ जाना है तो जाओ | मगर जाने से पहले मेरे बन्दूक ना उठाने कि वजह नहीं जानना चाहोगे | वीरू ने कहा अबे जा बे झान्टू क्या वजह हो सकती है ? तेरे बन्दूक ना उठाने की | तभी हवा चली और ठाकुर की ओढनी उड़ गई | और सबने देखा कि ठाकुर के हाँथ कि कोई भी ऊँगली नहीं है और उसका लंड कटा हुआ है | फिर ठाकुर ने उन लोगो को कहानी बतायी कि कैसे क्या क्या हुआ ?

एक दिन गब्बर टट्टी करने जंगल गया हुआ था और वहीँ वीरू गांजे के नशे में धुत्त पड़ा हुआ था | जब गब्बर टट्टी करने बैठा तो उसने देखा कि वीरू लेटा हुआ है चिलम ले कर | पर गब्बर उसके पास नहीं जा सकता था क्यूंकि गब्बर टट्टी करने लगा था | जब गब्बर अपनी गांड धो रहा था तभी वीरू उठ गया | वीरू गब्बर की तरफ दौड़ने लगा के आने लगा तो गब्बर भागने लगा | वीरू ने चिल्ला कर कहा रुक जा कुत्ते तेरी माँ चोद दूंगा | गब्बर ने सोचा कि बस ये ऐसे ही मेरा पीछा करते रहे तो मैं इसको अपने ठिकाने पर ले जा कर इसकी गांड मारूंगा | भागते भागते गब्बर कामयाब हो गया | वो अपने अड्डे पर पंहुच गया और रुक गया तभी वीरू ने उसकी गांड पे जोर से लात मारी तो गब्बर गिर गया | वीरू ने कहा कि अब मैं तेरी गांड मार के रहूँगा मादरचोद | गब्बर जोर जोर से हँसते हुए बोला सुन बे लौड़े अच्छे अच्छे मेरी गांड मार के पछता रहे हैं तू क्या चोदेगा बहन के लौड़े | सब तरफ अपनी नजर उठा के देख कहाँ खड़ा है तू ? उसके बाद बात करना झान्टू | जब वीरू ने देखा कि यहाँ तो सब गब्बर के आदमी हैं तब उसकी गांड फट गयी | फिर गब्बर उठा और अपने चेलो से कहा कि बाँध दो इस चोदु लंड को | आज हम सब इसकी गांड मारेंगे | फिर उसके चेलो ने वीरू को बांध दिया और उसे नंगा कर दिया | गब्बर ने देखा कि वीरू का लंड छोटा है तो सब उसकी हंसी उड़ाने लगे |

गब्बर ने वीरू को बोला कि अबे मादरचोद झांट सा लंड है तेरा और तू मेरी गांड मरेगा | तो वीरू ने कहा कि  बहनचोद हाँ इसी लंड मैं तेरी गांड मरूँगा | तो गब्बर ने बोला फ़िलहाल तेरी माँ चुदने वाली है तो कड़ी कर ले अपनी गांड | फिर गब्बर नंगा हुआ तो वीरू की नजर गब्बर के मोटे लंड को देख कर फट गयी | वीरू की गांड फटने लगी कि बहनचोद अगर ये लंड मेरी गांड में घुसेगा तो मेरी गांड फट जायगी | गब्बर वीरू की पीछे गया और उसकी गांड में थूक लगाया और अपने लंड पर भी थूका | फिर एक ही झटके में गब्बर ने अपना मोटा लंड वीरू की गांड में डाल दिया | वीरू की चीख निकल गयी और उसकी आँख से आंसू आने लगे | वीरू ने कभी गांड नही चुदाई थी इसलिए उसे दर्द झेलना पड़ रहा था | अब वीरू की गांड गब्बर बहुत जोर जोर से चोदने लगा और वीरू आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए जोर जोर से आंहे लेने लगा | फिर वीरू ने देखा कि साम्बा और गब्बर के चेले भी नंगे हो गए और सब अपने हाँथ में अपना अपना लंड पकड़ के हिला रहे हैं | तब वीरू समझ गया कि ये उसका आखिरी दिन है | अब वीरू बिना दर्द के आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हए गब्बर से अपनी गांड चुदवाने लगा | गब्बर भी अपनी पूरी ताकत के साथ वीरू की गांड मारने लगा | तभी जय वहां पंहुच गया छुपते हुए | जय ने देखा कि वीरू की गांड चुद रही है तो वो गुस्से से आग बबूला हो गया | गब्बर जोर जोर से वीरू की गांड चोदे जा रहा था और वीरू आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए अपनी गांड चुदवा रहा था | उसके बाद जय ने गोली चलाना चालू कर दिया और देखते ही देखते सारे लोगो को मार दिया | गब्बर भी वीरू की गांड से अपना लंड निकाल के इधर उधर देखने लगा | वीरू हँसे हुए बोला हाहाहा मादरचोद गब्बर मार मेरी गांड अब क्यूँ रुक गया ? गब्बर समझ गया जय ने ही उसके साथियो पर गोली चलाई है | फिर जैसे ही गब्बर नंगा भागने की कोशिश करने लगा तो जय ने चिल्लाया | अबे ओ हराम के पिल्लै कहाँ भाग रहा है ? रुक बहन की चूत तेरी भगोड़े | फिर गब्बर रुक गया और जय वहां पंहुचा उसने वीरू को खोल दिया | अब वीरू नंगा ही गब्बर के पास गया और बोला कि देख लिया मादरचोद मेरी गांड मारने का नतीजा | अब देख कौन कौन तेरी गांड मारेगा | गब्बर रोने लगा और कहने लगा की मुझे छोड़ दो मादरचोदो | तब जय ने कहा कि तेरी माँ का भोसड़ा मारूं लौड़े | तुझे छोड़ेंगे नहीं बल्कि चोदेंगे | उसके बाद वो दोनों गब्बर को नंगा ही उसके हाँथ बाँध कर गाँव की ओर लाने लगे | जब वो लोग वहां पंहुचे तो देखा सब लोग वहां खड़े हुए हैं और गब्बर को ऐसी हालत में देख कर खुश हुए | तभी एक छोटे से बच्चे ने गब्बर को पत्थर फेंक कर मारा तो वो जय को लगा | जय ने गुस्से में बोला अबे कौन है मादरचोद ? मुझे किसने मारा ? लंड के बाल देख कर मारो न | फिर गब्बर को ठाकुर के सामने पटक दिए |

ठाकुर ने आदेश दिया कि इसकी गांड मारो | तब जय और वीरू नंगे हो गए | और उसको बीच बाजार में बाँध दिया | अब जय ने अपने लंड पर तेल लगाया और गब्बर की गांड में भी तेल भर दिया | अब जय ने कहा मैं गब्बर की गांड मारने जा रहा हूँ | ये सुन कर जनता खुश हो कर जय का उत्साहवर्धन करने लगी | और फिर तुरन्त ही जय ने अपने लंड को गब्बर की गांड में घुसेड दिया | गब्बर की चीख निकल गयी और उसने कहा बहनचोद धीरे धीरे नहीं डाल सकता था क्या ? तब वीरू ने बोला गब्बर के बाल ख्नीचते हुए | तेरी माँ का भोसड़ा तूने भी तो मेरे साथ ऐसा ही किया था भूल गया बहनचोद अब चुदवा शांति से | फिर जय ने उसकी गांड से अपना लंड निकाला और फिर से घुसेड दिया | गब्बर की फिर चीख निकल गयी और फिर उसके मुंह से गाली निकली मादरचोदो | अब जय उसकी गांड चोदने लगा जोर जोर से धक्के मार के | और गब्बर आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए गलिया देने लगा | जय गब्बर की गांड 15 मिनट तक चोदा और उसकी गांड में ही झड़ गया | अब बारी थी वीरू की | जैसा गब्बर ने वीरू के साथ किया वैसा ही वीरू ने भी गब्बर के साथ किया | वीरू ने अपनी पूरी ताकत से आधे घंटे तक चोदा और गब्बर आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए चुदवाया | वीरू भी उसकी गांड में झड़ गया | उसके बाद ठाकुर ने गब्बर का लंड काट दिया | गब्बर को इतना दर्द हुआ कि वो सहन नहीं कर पाया और वही अपना दम तोड़ दिया |

तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी बहुत `पसंद आई होगी | मैं आप लोगो के लिए ऐसी ही मजेदार कहानिया लिखता रहूँगा |

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