आंटी के कहने पर बुझाई चूत की आग

   09/01/2018

Aunty ke kahne par bujhai chut ki aag:

desi kahani

हेल्लो दोस्तों मेरा नाम अनमोल है और मुझे सब प्यार से अन्नू कहते हैं | मेरा रंग गोरा है और मेरी उम्र 24 साल है | मैं दिखने में बहुत स्मार्ट हूँ | मेरी हाईट 6 फुट 3 इंच है | मेरी हाईट ठीक है इसलिए मैं जिम भी जाता हूँ जिससे मेरी बॉडी एकदम मस्त है | मेरी बॉडी को देखकर सब लड़कियां मुझे लाइन मारती है | मैं पढाई करता हूँ और अभी मैं बी कॉम फस्ट इयर में हूँ | मुझे चुदाई की कहानी पढना पसंद है और मैं जब चुदाई की कहानी पढता हूँ तो मुझे बहुत अच्छा लगता है इसलिए मैं चुदाई की कहानी अक्सर टाइम निकाल कर पढ़ लिया करता हूँ | दोस्तों मैं जब चुदाई की कहानी पढता था तो मेरा भी मन होता की मैं भी अपने कहानी को आप लोगो तक पहुचाओ और आप सब लोग मेरी कहानी पढ़ कर मज़े लें | मैं आज टाइम निकाल कर आया हूँ और मैं जो आज आप लोगो के सामने कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरे घर के पास रहने वाली आंटी की है | मैं उनके कहने पर उनकी चुदाई करके उनकी चूत की आग को बुझाया था और उस चुदाई के बाद मेरी लाइफ ही बदल गयी थी | मैं आप सभी लोगो से उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आएगी और इस कहानी को पढने में मज़ा भी आएगा | मैं आप लोगो का ज्यादा टाइम न लेते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ |

ये कहानी अभी कुछ महीनो पहले की है जब मैं अपने घर रहता था | मैं उस टाइम अपने कॉलेज नही जा रहा था क्यूंकि मेरा कॉलेज दूसरी जगह है और मैं उस टाइम अपने घर था | मैं जब अपने घर रहता था तो सुबह सर्दी की वजह से मैं छत पर चला जाता था | आप लोगो को तो पता ही होगा की सर्दी के दिनों में सब लोग छत पर धुप सेंकने के लिए चले जाते है | उस दिनों मैं भी रोज छत पर चला जाता था और मैं जब अपनी छत पर जाता तो मुझे मेरे घर के पास में रहने वाली आंटी भी अपनी छत पर दिखती थी | दोस्तों मैं आंटी के बारे में बताते हुए कहानी को लेकर चलता हूँ | आंटी का नाम मानवी है और वो दिखने में दूध की तरह गोरी है | उनकी उम्र 25 साल है और उनकी अभी 9 – 10 महीने पहले ही शादी हुई है | वो दिखने में सुन्दर तो हैं ही साथ में उनका फिगर बहुत सेक्सी है | उनके बड़े बड़े बूब्स और उनकी चौड़ी गांड जो मेरे लंड को खड़ा कर देती थी | मैं उनको जब देखता था तो मेरे मन में चुदाई की करने की इच्छा होती थी | मैं उनको छत पर खड़े होकर देखा करता था और वो मुझे देखा करती थी | वो छत पर जब तक खड़ी रहती थी तब तब मैं उनको ही तडा करता था | मैं जब उनको देखता तो वो मुझे देखकर सेक्सी स्माइल करती थी | मैं रोज ही उनको देखकर मज़े लिया करता था और वो मुझे देखकर इशारे कर देती थी |

एक दिन की बात है जब मैं छत पर खड़ा था और वो अपनी छत पर खड़ी थी | उस दिन वो मुझे अपनी छत पर आने को कहा तो मैं उनकी छत पर चला गया | वो मुझे पकड कर बोली की यार तुम मेरा एक काम कर दो | मैंने बोलो आंटी तो वो बोली की यार तुम रात को मेरे घर आना जरुरी काम है | दोस्तों मुझे नही पता था की वो मेरे साथ सेक्स करना चाहती है क्यूंकि उनके पति घर नही रहते थे वो उन दोनों जॉब की वजह से दुसरे शहर में रह रहे थे | मैं जब उस रात उनके घर गया तो वो मेरे से बोली की तुम मेरे साथ सेक्स करके मेरी चूत की आग को बुझा दो | मैं ये बात सुनकर हैरान हो गया और सोचने लगा की इसलिए आंटी मुझे रोज देखा करती थी | दोस्तों ये बात सुनकर मुझे बहुत ख़ुशी हुई पर मैं उनके सामने अच्छा लड़का बनाने की कोशिश करने लगा | मैं भी उनकी जवानी के मज़े लूटना चाहता था पर मैं उनसे थोडा सा नाटक करने लगा और कहा की मैं आपके साथ ये नही कर सकता अगर किसी ने देख लिए तो क्या होगा | वो बोली की कुछ नही तुम मेरी चूत की आग को बुझा दो मैं बहुत टाइम से तडफ रही हूँ | यार अनमोल तुम मुझे ऐसे न तडफओ मैं बहुत दिनों से तुमसे चुदना चाहती हूँ | तब वो मेरे से लिपट गयी और मुझे चूमने लगी | जब वो मुझे चूमने लगी तो मैं भी उनको चूमने लगा | वो मुझे चूम रही थी और मैं उन्हें चूमने लगा | अब वो मुझे चूमने के साथ मेरी होठो पर अपनी होठो को रख दिया | वो मेरी होठो पर अपनी होठो को रख कर चूसने लगी | मैं उनकी रसीली होठो को मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं उनकी होठो को चूसने के साथ उनके बूब्स को दबाने लगा | मैं उनके मस्त बड़े बूब्स को कपडे के ऊपर से दबाने लगा | मैं उनके बूब्स को दबाने के साथ उनकी होठो को चूस रहा था |  आंटी मेरी होठो को चूस रही थी | मैं और आंटी ऐसे ही कुछ देर तक एक दुसरे की होठो को चूसते रहे और फिर मैंने आंटी के कपडे उतार दिए जिससे वो मेरे सामने ब्रा और पैंटी में आ गयी |

दोस्तों मैं उनको ब्रा और पैंटी में देख कर पागल हो गया | वो ब्रा और पैंटी में इतनी सेक्सी लग रही थी की मैं आप लोगो को क्या बताऊँ | आंटी ब्रा और पैंटी में बिस्तर पर लेती थी और मैं उनके जिस्म को चूम रहा था | मैं उनके जिस्म को चूमने के साथ उनकी ब्रा को खोल दिया जिससे उनके बड़े और मोटे बूब्स मेरे सामने आ गए | जब उनके बड़े और मोटे बूब्स मेरे सामने आ गए तो मैं उनके एक दूध को अपने हाथ में पकड कर दबाने लगा | मैं जब आंटी के बड़े और चिकने बूब्स हाथ में पकड कर मसलने लगा तो उनके मुंह से निकलने वाली तेज सांसे मेरा जोश बढ़ाने लगी | आंटी की वो सांसे मुझे मदहोश करने लगी और मैं उनके बूब्स के निप्पल को मुंह में रख कर चूसने लगा | मैं उनके एक दूध को मुंह में रख कर चूसने लगा और एक दूध को हाथ में पकड कर दबाने लगा | मैं आंटी के दोनों बूब्स को एक एक करते चूसता रहा फिर मैंने आंटी की टांगो को फैला दिया | मैं आंटी की टांगो को फैला कर उनकी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा तो आंटी के मुंह से  आ आ आ…. सी सी उई सी उई…. हाँ हाँ हाँ उई उई हाँ उई…. अह अह अहं उई उई हाँ…. की सिसकियाँ जोर जोर से लेने लगी | मैं उनकी चूत के दाने को होठो से पकड कर जोर जोर से खीच खीच कर चूसने लगा | मैं उनकी चूत के दाने को खीच खीच कर चूसने लगा | वो आ आ आ…. सी सी उई सी उई…. हाँ हाँ हाँ उई उई हाँ उई…. अह अह अहं उई उई हाँ…. की आवाजे करती हुई मेरे सर को चूत में दबाने लगी | मैं आंटी की चूत को चाटने के साथ उनकी चूत में ऊँगली भी घुसा दी जिससे उनके मुंह से आ आ आ…. सी सी उई सी उई…. हाँ हाँ हाँ उई उई हाँ उई…. अह अह अहं उई उई हाँ…. की आवाजे निकाल गयी | मैं जब उनकी चूत में ऊँगली को अन्दर बाहर करने लगा तो वो मछली की तरह तडपने लगी | मैं उनको तडपते देख उनकी चूत में ऊँगली को जोर जोर से हिलाने लगा | मैं आंटी की चूत में ऐसे ही 6 -8 मिनट तक जोर जोर से हिलाता रहा जिससे आंटी की चूत से गर्म पानी निकाल गया |

फिर मैंने अपने कपडे निकाल कर अपने लंड को आंटी के हाथ में पकड दिया वो मेरे लंड को हाथ में पकड कर मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर जोर जोर से अन्दर बाहर करती हुई चूसने लगी | मैं अपने लंड को ऐसे ही कुछ देर तक चूसने के बाद अपने लंड को उनके मुंह से निकाल कर उनकी चूत के मुंह पर रख कर धीरे से घुसा दिया | मेरा लंड आंटी की चूत में जैसे ही घुसा तो उनके मुंह से दर्द भरी एक आवाज निकल गयी | फिर मैंने आंटी की टांगो को उठा कर उनकी चूत में धक्के मारने लगा जिससे वो आ आ आ…. सी सी उई सी उई…. हाँ हाँ हाँ उई उई हाँ उई…. अह अह अहं उई उई हाँ…. की सिसकियाँ लेने लगी | मैं उनकी चूत में जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए चोद रहा था और वो मेरा साथ देती हुई चुदाई का मज़ा ले रही थी | मैं उनकी चूत में धक्को की स्पीड इतनी तेज कर दी की मेरा लंड उनकी बच्चेदानी में जाकर रगड़ता जिससे मुझे बहुत मज़ा आता | जब मेरा लंड बच्व्चेदानी में रगड़ता तो आंटी को बहुत मज़ा आता और वो अपनी चूत को हिला हिला कर चोदने लगती | मैं आंटी की चूत में ऐसे ही कुछ देर तक जोरदार धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए चोदता रहा | फिर 15 मिनट की मस्त चुदाई करने के बाद अपने लंड को निकाल कर उनके मुंह में झड़ गया और वो मेरे लंड से निकलने वाला पानी गटक गयी |

फिर मैं और आंटी ऐसे ही कुछ देर तक लेटे रहे फिर मैंने अपने कपडे पहन लिए और आंटी ने अपने कपडे पहन लिए | उस चोदाई में मुझे बहुत मज़ा आया था और उस चुदाई के बाद मेरा जब मन होता तो में आंटी के घर जाकर उनको चोद आता हूँ | वो भी मुझसे चुदने में साथ देती है | धन्यवाद…………

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