लंड घुसा रे घुसा

मेरा नाम आकाश है मेरी उम्र 27 वर्ष है। मैं ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं हूं क्योंकि मैं 11वीं में दो बार फेल हो गया था। इस वजह से मुझे स्कूल छोड़ना पड़ा और उसके बाद मैं कभी पास नहीं हो पाया। इसलिए मैं ऐसे ही लोगों के छोटे-मोटे काम कर के अपना गुजारा चला लेता हूं। कभी किसी की दुकान में बैठ जाया करता हूं और कभी किसी के कुछ काम करने चले जाया करता हूं तो वह मुझे पैसे दे देते हैं लेकिन अब मुझे भी लगने लगा था कि अब मुझे भी अपने जीवन में कुछ अच्छा करना चाहिए नहीं तो मैं ऐसे ही अपनी जिंदगी को बर्बाद कर बैठूंगा और अपने जीवन में कुछ भी नहीं कर पाऊंगा। मैं सोच ही रहा था कि मैं क्या करूं तभी एक दिन मेरा एक दोस्त मुझे मिल गया। जब वह मुझे मिला तो मैंने उससे पूछा कि तुम इतने सालों से कहां थे। वह कहने लगा कि मैं मुंबई में था। मैंने उसे कहा कि तुम मुंबई में क्या कर रहे थे। वह कहने लगा कि मैं अब वही रहता हूं और मैंने वही एक घर भी ले लिया है।

मैं यह सुनकर बहुत ही खुश हूंआ और उसे कहने लगा तुमने तो बहुत तरक्की कर ली है। क्या बात है तुम्हारे हाथ कोई सोने की मुर्गी लग गई है। वह यह बात सुनकर बहुत ही जोर से हंसने लगा और कहने लगा नहीं ऐसी कोई बात नहीं है बस ऐसे ही मेहनत की और उसके बाद मैंने वहां पर घर ले लिया। मैंने भी उसे कह दिया कि हमें भी कभी तो मुंबई घुमा लाओ। वह कहने लगा कि चलो तुम इस बार मेरे साथ मुंबई चल लेना। मैंने उसे कहा कि लेकिन मेरे पास इतना खर्चा नही है कि मैं अपना खर्चा उठा पाऊंगा। वह कहने लगा तुम उसकी चिंता मत करो। तुम्हें कुछ भी खर्चा करने की जरूरत नहीं है और तुम मेरे साथ ही रहना। मेरे दोस्त का नाम रवि है और वह बहुत ही अच्छा लड़का है। अब वह मुझे अपने साथ मुंबई ले गया। जब मैं मुंबई गया तो मैंने मुंबई में ऊंची ऊंची इमारतें देखी। तो मैं दंग रह गया। मैं उसे कहने लगा कि इतनी ऊंची इमारते भी होती है। मैंने तो अपनी जिंदगी में पहली बार ही देखा है। वह कहने लगा अभी तुम मुंबई में देखते रहोगे यहां पर क्या-क्या होता है और मुंबई की जिंदगी कैसे चलती है। मुझे भी कुछ समझ नहीं आ रहा था क्योंकि मैं अपनी जिंदगी में पहली बार ही मुंबई आया था।

जब मैं उसके फ्लैट में गया तो उसका फ्लैट बहुत ही शानदार था। उसने बड़े-बड़े झूमर लगा रखे थे और उसके बड़े बड़े सोफे थे। मैंने उसे कहा तुम्हारा फ्लैट तो बहुत ही अच्छा है। वह कहने लगा कि इसके लिए मैंने बहुत ज्यादा मेहनत की है और उसके बाद ही मुझे यह मिला है। अब उसने मुझे कहा कि तुम आराम करो और हम लोग रात को घूमने चलेंगे। मैंने उसे कहा ठीक है। मैं अभी सो जाता हूं और शाम को नहाने के बाद हम लोग घूमने चलेंगे। अब मैं आराम से सो गया। जब मैं उठा तो रवि तैयार हो चुका था। मैंने उसे कहा कि तुमने मुझे उठाया क्यों नहीं। वह कहने लगा कि मैं नहीं चाहता था कि मैं तुम्हारी नींद खराब करूं। इसलिए मैंने तुम्हें उठाया नहीं। मैंने उससे कहा कि मैं जल्दी से तैयार हो जाता हूं और उसके बाद हम लोग घूमने चल पड़ेंगे। अब मैंने जल्दी से अपने कपड़े पहने और मैं बहुत ही जल्दी में तैयार हुआ। उसके बाद वह मुझे घुमाने लगा तो मैं बहुत ही खुश हो रहा था और उसे कह रहा था कि मुंबई में तो बहुत ही रौनक है। बहुत ही मजा आ रहा है मुझे ऐसा लग रहा है कि मुझे यहीं पर रहना चाहिए। वह कहने लगा तो ठीक है तुम भी यहीं पर कुछ काम देख लो। रहने के लिए तो तुम मेरे साथ ही रह लेना। अब मैं सोचने लगा कि मैं मुंबई में ही रहता हूं। वैसे भी मैं घर जाकर क्या करूंगा।

वहां पर भी अपना समय ही बर्बाद कर रहा हूं। अब वह मुझे एक बार में ले गया। वहां पर हमने जमकर शराब पी और उसके बाद हम लोग घर पर चले गए। मैं जब उसके फ्लैट में गया तो मैं रात भर यही सोच रहा था कि मुझे अब यहीं पर कुछ काम करना पड़ेगा। जिससे कि मैं अपना जीवन यापन कर सकूं। अगले दिन सुबह जब हम लोग उठे तो मैंने उसे कहा कि मुझे तुम कहीं कुछ काम दिला दो। वह कहने लगा ठीक है। मैं तुम्हारे लिए कहीं बात कर लेता हूं। अब उसने मेरे लिए एक जगह नौकरी की बात कर लिया और मैं वहां पर नौकरी करने लगा। मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा था। क्योंकि मुझे रहने के लिए कोई भी समस्या नहीं थी। इसलिए मेरा किराये का पैसा पूरा बच जाया करता था। मैं अपने काम से सीधा ही घर पर चले जाता। मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था। मुंबई में रहकर हम लोगों को जब भी समय मिलता तो हम दोनों घूमने चले जाया करते। अब मैं भी थोड़े बहुत पैसे अपने पास जमा करने लगा। मेरे पास भी काफी पैसे जमा हो चुके थे। मैं भी बहुत ही खुश था और हम लोग जमकर पार्टी किया करते थे और मेरा दूसरा दोस्त भी बहुत खुश था कि मैं उसके साथ ही रह रहा हूं।

एक दिन मैं बहुत ज्यादा शराब पी कर लेटे हुए था। रवि ने मुझे कस कर पकड़ लिया और उसने नींद में अपने लंड को बाहर निकाल लिया और हिलाने लगा। मुझे लगा शायद कोई सपना देख रहा होगा लेकिन वह अपने लंड को बड़ी तेजी से हिला रहा था। मैं यह सब देखे जा रहा था थोड़ी देर बाद मुझे पता नहीं क्या हुआ मैंने उसके लंड को अपने मुंह के अंदर ले लिया और चूसने लगा। मैं बहुत ही अच्छे से उसके लंड को चूस रहा था मुझे बहुत ही मजा आ रहा था जब मैं उसके लंड को चूसता जाता। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे उसका लंड कितना बड़ा और मोटा है। थोड़ी देर बाद वह उठ गया था उसे भी अच्छा लगने लगा। अब मैंने अपनी गांड को उसके आगे कर दिया और रवि ने अपना लंड मेरी गांड के अंदर डाल दिया। जब उसने मेरे गांड के अंदर अपना लंड डाला तो मैं चिल्लाने लगा क्योंकि मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था और वह ऐसे ही मुझे धक्के देने लगा। मुझे पहले तो बहुत दर्द हो रहा था लेकिन धीरे-धीरे मुझे मज़ा आने लगा और वह मुझे ऐसे ही झटके दिए  जा रहा था। मुझे इतना आनंद कभी नहीं आया और उसने भी बड़ी तेज गति से मेरी गांड मारना शुरू कर दिया। मेरी गांड से खून भी निकलने लगा और उसका लंड छिल चुका था और रवि मुझसे कह रहा था कि मुझे तुम्हारी गांड मारने में बहुत ही मजा आ रहा है। मैंने उसे कहा मजा तो आएगा ही क्योंकि मेरी गांड इतना टाइट जो है और तुम पहली बार मेरी गांड मार रहे हो। वह बहुत ही ज्यादा खुश होने लगा और उसने मेरी गांड को पकड़ते हुए बड़ी जोर से धक्का मारना शुरू कर दिया औरमै बहुत तेज चिल्लाए जा रहा था।

अब मैंने उसके लंड पर भी अपनी गांड को सटाना शुरु कर दिया मैं भी पीछे की तरफ अपनी गांड को करता जाता और वह आगे की तरफ धक्का दे रहा था। उसे तो इतना मजा आ रहा था कि मैं बता भी नहीं सकता और मुझे भी बहुत मजा आ रहा था जब मे उसके लंड से अपनी गांड को टकराता। अब रवि से बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हुआ और उसका वीर्य मेरी गांड के अंदर ही गिरा दिया। मैंने जब अपनी गांड को साफ किया तो मेरी गांड से खून निकाल रहा था और मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था। मैंने अपनी गांड पर एक कपड़ा लगा दिया और अब उसके लंड को मे चूसने लगा। मुझे बहुत अच्छा लगा और उसका वीर्य दोबारा से गिर गया वह मेरे मुंह के अंदर जा गिरा। जब वह मेरे मुंह में भी गिरा तो मुझे बहुत ही अच्छा लगा। उसके बाद से रवि मेरी गांड हमेशा मारा करता है और मुझे बहुत ही अच्छा लगता है। जब वह मेरी गांड मारता है। अब मैंने भी अपना छोटा सा घर ले लिया है। उसमें रवि ने मेरी बहुत मदद की और मुझे कुछ पैसे भी उसने दे दिया। हम दोनों एक साथ में बहुत ज्यादा खुश थे और रवि मेरे साथ बहुत ही ज्यादा खुश रहता था। जब भी रवि मेरे पास आता था तो मुझे भी बहुत ही अच्छा महसूस होता। जब वह आता तो मैं उसका लंड  अपनी गांड में लेने के लिए तैयार रहता था।

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