लड़की को भूलने के लिए गांडू बना

   22/05/2018

Ladki ko bhulne ke liye gandu bana:

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हाय फ्रेंड्स, गुर इवनिंग ! कैसे हैं आप सब ? मैं उम्मीद करता हूँ कि आप सभी अच्छे होंगे और अपनी गांड संभाल कर रखे होंगे | मेरा नाम राहुल है और मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ | मेरी उम्र 28 साल है और मैं अभी जबलपुर में ही रह कर जॉब करता हूँ | मैं दिखने में सांवला हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 7 इंच है और मैं थोडा पतला दुबला हूँ | वैसे फ्रेंड्स, मुझे चुदाई का कोई शौख नहीं है क्यूंकि मैं जनता हूँ कि मेरी चुदाई से कोई भी लड़की या महिला खुश नहीं हो पायेगी और कारण ये है कि मेरा लंड बहुत ही छोटा और पतला सा है | मैं इसका इलाज तो करा रहा हूँ लेकिन पता नहीं कब तक मेरे लंड की हाईट बढ़ पायेगी और कब तक मैं अपने छोटे से लंड ही मुट्ठ मारता रहूँगा | फ्रेंड्स, मैं इस साईट का दैनिक पाठक हूँ और मुझे यहाँ पर कहानियां पढ़ते हुए टाइमपास करना बहुत अच्छा लगता है | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पेश करने जा रहा हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की एक दम सच्ची आप बीती है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोग को मेरी कहानी जरुर पसंद आएगी और जो लोग गांडू होंगे वो तो कुछ ज्यादा ही मजा ले कर पढेंगे | अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय नही लेते हुए अपनी कहानी शुरू करता हूँ |

ये घटना पिछले साल की है | मेरे घर में हम दो फैमली रहते हैं | मैं, मेरा छोटा भाई लंकेश, एक और छोटा भाई, जय, मेरी मम्मी मधुबाला, पापा शक्ति रहते हैं और चाचा बलराम, चाची अनुपमा, उनका बेटा सूर्या, छोटी बहन रम्या रहते हैं | मेरे पापा वेल्डर का काम करते हैं और मम्मी घर का काम करती हैं | मेरा छोटा भाई होम डिलीवरी में काम करता है और उससे भी छोटा वाला अभी स्कूल में हैं | खैर ये तो रहा मेरे घरवालो के बारे में, अब मैं आप लोगो को बताता हूँ अपनी दास्तान, मैं शुरू से ही बहुत सीधा सादा सा लड़का रहा | मैं पढाई में उतना अच्छा तो नहीं था और न ही कोई ख़राब स्टूडेंट था | कॉलेज में भी मैं आम लड़को की ही तरह था | तब मैंने एक लड़की से प्यार किया जिसका नाम प्रियंका था और वो दिखने में बहुत अच्छी थी और वो भी मुझसे प्यार करती थी | हम दोनों ने कभी सेक्स नहीं किया क्यूंकि उसने कहा था कि हम जो भी करेंगे शादी के बाद ही करेंगे | मैं ये सुन कर खुश था क्यूंकि मैं अपनी कमी के बारे में जनता था | फिर एक दिन मैंने उससे मिलने को कहा तो उसने कहा कि यार आज उसे ऑफिस में कुछ काम है इसलिए वो आज नहीं मिल पायगी | मैंने कहा ओके और फिर उसी के ऑफिस के पास से मैं निकलने लगा | तो मैंने देखा कि वो अपनी स्कूटी से कहीं जा रही है | मैंने मन में ही सोचा कि यार आखिर इसने मुझसे झूट क्यूँ कहा ? मैंने उसे फ़ोन नहीं किया और उसका पीछा करने लगा | जहाँ उसने अपनी गाडी रोकी तो मैंने देखा कि वो एक लड़के से मिल रही है और वो दोनों एक दूसरे को हग किये | ये देख कर मैं जल गया और फिर वो दोनों को मैंने चुदाई करते हुए भी देख लिया | मैं एक दम देवदास बन चुका था और बहुत उदास सा रहने लगा | उसके बाद मेरी मुलाकात फेसबुक में एक लड़के से हुई जिसका नाम हर्षित था वो बंगलौर में रहता था |

हम दोनों की पहले तो ऐसे ही बात हुई  उसके बाद मैंने उससे जॉब के विषय में पुछा तो उसने बताया कि हाँ यहाँ एक जॉब है और उसके लिए कोई क्वालिफिकेशन की भी जरुरत नहीं है | मैंने भी उससे कह दिया कि ठीक है तुम अपना नंबर दे दो मैंने बंगलौर पंहुच कर कॉल करूँगा | उसने भी कहा ठीक है | वो सिटी मेरे लिए एक अनजान सिटी थी लेकिन एक दोस्त का मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है | जब मैं वहां गया तो हर्षित मुझे लेने स्टेशन आया और उसके बाद वो अपने रूम में ले कर गया | हर्षित दिखने में मेरे ही जैसा है पर उसकी हाईट मुझसे ज्यादा है | उसने अपने रूम में ले जा कर कहा कि तुम ठाक गए होगे नहा कर फ्रेश हो जाओ उसके बाद आराम करना तब तब मैं तुम्हारे लिए खाने का बंदोबस्त करता हूँ | मैंने भी उसका शुक्रिया ऐडा किया और नहाने चला गया | जब मैं नहा कर निकला तो उसने मुझसे कहा कि खाने का इन्तेजाम कर दिया है मैंने | मैं उसका बहुत शुक्र गुजार था | खाना खाने के बाद मैंने उससे पुछा कि क्या जॉब है ? तो उसने कहा कि देखो यहाँ रहना उतना आसान नहीं है इसलिए मैं जो जॉब करता हूँ  तुम्हे भी वही करना पड़ेगा लेकिन उसके पैसे ज्यादा मिलते हैं और हफ्ते में मिलते हैं | ये बात मेरे लिए नयी थी क्यूंकि मैंने आज तक कभी हफ्ते वाली जॉब नहीं किया था | मैंने कहा कि यार किस कंपनी में जॉब है ? और काम क्या है ? तो उसने कहा कि यार तुझे मेरे साथ सेक्स करना पडेगा |

मैं सोचने लगा और उससे पुछा कि सेक्स क्यूँ करना पड़ेगा ? और वो भी तुम्हारे साथ | तो उसने कहा कि अगर तुम मेरे साथ सेक्स करोगे तभी जॉब कर पाओगे और अगर नहीं कर पाओगे सेक्स तो मैं तुम्हे यहाँ से बिना चुदे जाने नहीं दूंगा | मैंने अब समझ गया था कि ये बहुत बड़ा वाला रसिया है अब मैं भी क्या कर सकता था | मैंने भी कह दिया कि ठीक है भाई मैं तेरे साथ सेक्स करने लिए तैयार हूँ | उसके बाद वो मेरे पास आया और मेरे होंठ में अपने होंठ रख कर मेरे होंठ को चूसने लगा और मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ  को चूसने लगा | वो मेरे होंठ को चूसते हुए मेरी गांड को दबा रहा था और मैं उसके होंठ को चूसते हुए खुद को मन में गाली दे रहा था | उसके बाद उसने मेरे शर्ट के बटन को खोल दिया और मेरे छाती को चाटने लगा | उसके ऐसा करने से मेरे तन बदन में आग लग गई | उसके बाद उसने मेरे जीन्स को भी उतार कर मुझे सिर्फ अंडरवियर में कर दियया | कुछ देर उसने मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से ही सहलाने के बाद उसने अंडरवियर भी उतार दिया | अब वो मेरे लंड को अपने हाँथ में ले कर हिलाने लगा और फिर अपनी जीभ से सहलाने लगा तो मेरे मुंह से आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह की मुंह से आन्हे निकलने लगी | वो मेरे लंड को जीभ से चाट रहा था और मेरे गोटों को भी सहला रहा था और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मजे ले रहा था |

उसके बाद उसने मेरे लंड को अपने मुंह में ले कर चूसने लगा और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुयेब उसके सिर पर हाँथ फेरने लगा | वो मेरे लंड को जोर जोर से आगे पीछे करते हुए चूस रहा था और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए उसके मुंह में लंड अन्दर बाहर करने लगा | उसके बाद उसने मुझे घोडा बना दिया और और मेरी गांड को चाटने लगा और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए अपने लंड को हिलाने लगा | वो मेरी गांड पर अपनी जीभ से गोल गोल घुमा रहा था और अपनी जीभ भी अन्दर डाल कर चाट रहा था और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए मजे ले रहा था | थोड़ी देर के बाद उसने अपने लंड पर थूक लगाया और अन्दर घुसेड दिया और चोदने लगा और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए सिस्कारियां ले रहा था | थोड़ी देर के बाद उसने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ा दिया और जोर जोर से मेरी गांड चोदने लगा और मैं आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदाई में साथ दे रहा था | कुछ देर की चुदाई के बाद उसने अपना वीर्य मेरी गांड में ही छोड़ दिया | मुझे गांड मरवाना बहुत अच्छा लगा और हम दोनों रोज ही एक दूसरे की गांड मारते हैं | उसने मुझे एक आदमी से मिलवाया जो ये सब काम के पैसे देता है |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी अच्छी लगी होगी |

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