लडाई, अन्तर्वासना, प्यार और चुदाई

   03/08/2017

Ladai, antarvasna, pyar aur chudai:

हैल्लो भाइयों और उनकी बहनों मैं आपका दोस्त कुनाल आपके सामने अपनी चुदाई की कहानी लेकर हाज़िर हूँ | मैं पहले अपने बारे में बता दूँ मैं चित्तोड़ का रहने वाला हूँ और अभी कॉलेज में बी.कॉम. कर रहा हूँ | मेरी हाइट 5 फीट 10 इंच है और लंड 6 इंच लम्बा है|जो कहानी मैं आपको बताने जा रहा हूँ वो मेरे कोचिंग की है जो मैं 12वीं जाता था |तो बिना कोई बकचोदी के मैं कहानी शुरू करता हूँ |

तो ये बात है जब मैंने 11वीं पास की थी और 12वीं के लिए एक अच्छी सी कोचिंग ज्वाइन की थी | वो एक जानी मानी कोचिंग थी और वहां बहुत सारे बच्चे आते थे और उनमें से एक मैं भी था | मुझे कोचिंग जाते जाते एक महीना हो रहा था और मैं रोज़ एक लड़की को नोटिस करता था कि वो मुझे ही देखती रहती थी उसका नाम लिपिकाथा| मैंने अपने दोस्तों से भी इस बात का ज़िक्र किया और उन्होंने ने कहा तू भी उसको देखने लग | फिर एक दिन मैं जब क्लास में बैठा था तो मैंने उसको मुझे देखते हुए पाया तो मैंने भी हिम्मत की और उसको देखने लग गया | हम दोनों की कुछ देर तक नज़रें मिली रहीं फिर उसने नज़रें घुमा ली तो मुझे लगा बला टली लेकिन हुआ उससे उल्टा |

फिर ब्रेक में एक सर ने मुझे केबिन में बुलाया और मैं वहां गया और जैसे ही मैं अन्दर घुसा तो देखा कि वो लड़की खड़ी थी | मुझे लगा कुछ तो गड़बड़ है बाबा और सर से पूछा जी सर क्या हुआ ? तो सर ने कहा इस लड़की ने कहा तुम इसको घूर रहे थे | तो मेरे दिमाग में बहुत साड़ी बातें घूमी और मैंने कहा हाँ सर लेकिन ऐसा फिर कभी नहीं होगा | तो सर ने मुझे थोडा सा लेक्चर दिया और दोनों को क्लास में भेज दिया | मैंने सर से ये भी कहा था कि अब मैं इसकी तरफ देखूंगा भी नहीं और मैंने ऐसा ही किया | मैंने उसके बाद कभी उसको देखा भी नहीं लेकिन मेरे दोस्त बताते रहते थे कि वो तुझे देख रही है |

फिर एक दिन वो मेरे पास आई और कहा सॉरी तो मैं यहाँ वहां देखकर उससे बातें करने लगा | उसने कहा वैसे तुम्हारी कोई गलती नहीं थी वो मुझे अब समझ में आया है और उस दिन तुम ये भी कह सकते थे कि मैं भी तुमको देखती हूँ लेकिन तुमने ऐसा कुछ क्यों नहीं कहा ? मैं उसकी तरफ देखे बिना उससे बात कर रहा और मैंने कहा मैडम वो मेरी गलती है ना मैं लड़का हूँ और अगर कोई लड़की किसी लड़के पे कोई भी इलज़ाम लगाये तो कोई भी लड़के की बात का भरोसा नहीं करता | तो उसने कहा सॉरी गलती हो गयी तो मैंने कहा ठीक है माफ़ किया जाओ | तो उसने कहा माफ़ कर दिया मेरी तरफ देख तो लो तो मैंने कहा हाँ देख लूँगा बाद में जाओ | फिर वो चली गयी |

वो रोज़ आकर मेरे से बात किया करती थी लेकिन मैं उसकी तरफ नहीं देखता था बस किताब में देखकर उससे बात करता था | एक दिन मैं बाहर अकेला खड़ा था तभी वो मेरे पास आई और बात करने लगी और उसने कहा तुमने मुझे माफ़ नहीं किया ना और रोने लगी | मैं पिघल गया और उसके आंसू पोछने लगा | अब मैंने उससे अच्छे से बात करना शुरू कर दिया और उसकी आखों में देखकर भी बात करने लगा | हमारी अच्छी चल रही थी तभी एक दिन उसका फ़ोन आया तो मैंने पूछा मेरा नंबर किसने दिया और सच बता रहा हूँ दोस्तों उसने आज तक उसका नाम नहीं बताया जिसने उसको मेरा नंबर दिया | हमने फ़ोन पर एक दो हफ्ते तक बातें की और उसने मुझे प्रोपोस कर दिया और मैंने भी हाँ कर दी |

अब हम दोनों प्रेम बंधन में बंध चुके थे और रोज़ प्यार भरी बातें किया करते थे लेकिन बातों से मेरा मन भरने वाला कहाँ था ? मेरा इरादा तो कुछ और का ही था ह्ह्म्मम्मम्मम्मम्म| तो मैंने उससे धीरे धीरे सैक्स की बातें शुरू की वो पहले पहले बहुत शर्माती थी लेकिन बाद में खुल गयी और वो भी मज़े से ऐसी वैसी करने लगी | मैंने उससे पूछा कि तुमने पहले कभी किया है ये सब तो उसने कहा हाँ लेकिन सिर्फ एक बार तो मैंने पूछा किसके साथ तो उसने कहा वो मैं नहीं बता सकती | तो मैंने भी उसको ज्यादा फ़ोर्स नहीं किया और बातें करने लगा|फिर मैंने उससे कहा अच्छा कल कहीं मिलते है तो उसने कहा अच्छा मेरे रूम में आ जाना फिर वहां से निकल चलेंगे |

तो अगले दिन मैं उसके रूम गया और उसको लेकर एक पार्क में लेकर चला गया | हम दोनों वहां पर हाँथ पकड़ कर घूम रहे थे और वो पार्क बहुत बड़ा था इसलिए बहुत सी सुनसान जगहें थी जहाँ पर कोई ज्यादा आता जाता नहीं था | मैं उसको वैसी ही एक जगह लेकर गया और वहां जाकर उसको किस करने लगा और वो भी बराबरी से मुझे किस करने लगी और हम दोनों थोड़ी देर तक चूमा चाटी करते रहे | फिर मैंने उससे कहा अच्छा अपने दूध दिखाओ ना तो उसने मना किया लेकिन मेरे मनाने पर मान गयी और अपना टॉप उठा कर अपने दूध दिखने लगी | मैंने उसके उसके दूध दबाये और थोड़े बहुत चूसे और कहा अच्छा चलो चलते है | तो उसने कहा बस मुझे लगा आगे भी है मैं समझ गया तो मैंने उससे कहा अच्छा चलो तुम्हारे रूम चलते है |

वो किराये के कमरे में रहती थी क्योंकि वो दूसरी जगह से वहां पढने आई थी | फिर मैं उसको लेकर उसके रूम पहुंचा और उसके साथ अन्दर चला गया | मैं बिस्तर पर लेता था तभी वो मेरे पास आई और पूछा अच्छा कुछ खाओगे तो मैंने कहा पहले अपना हाँथ दो | तो उसने अपना हाँथ बढाया और मैंने उसका हाँथ पकड़ के उसे अपनी तरफ खींच लिया | वो मेरे ऊपर थी और मैंने उसको किस करना शुरू कर दिया और वो भी मेरी किस का जवाब किस से देने लगी | हम दोनों किस किये जा रहे थे तभी मैंने उसको पकड़ और करवट लेकर उसके ऊपर आ गया और किस करता रहा | फिर मैं रुका और उसके गले पे किस करने लगा और उसका टॉप उठाने लगा | फिर मैंने उसका टॉप उतारा और ब्रा भी खोल दी |

फिर मैंने उसके हाँथ पकडे और उसको किस करने लगा आर किस करते करते नीचे आ गया और उसके दूध चूसने लगा | मैं उसके दूध चूस रहा था और उसके निप्पल दांत से पकड़ के खींच रहा था और वो ऊम्म्म्म उम्म्म्म म्मम्मम कर रही थी और अपने होंठ अपने दांत से दबा रही थी |फिर मैंने उसकी जीन्स का बटन खोला और उसकी पैंटी पकड़ के उतार दी | उसकी चूत बिलकुल चिकनी थी मनोआज चुदाई का पूरा प्लान था | फिर मैंने उसकी चूत पे ऊँगली लगी और मुझे ऐसा लगा जैसे आग में हाँथ डाल दिया हो उसकी चूत बहुत गरम थी | फिर मैंने उसकी चूत मलना शुरू की और उसमें ऊँगली करने लगा | फिर मैंने उसकी चूत को चाटना शुरू किया और थोड़ी देर तक चाटता ही रहा और वो आह्हह्ह्ह्हा अह्ह्ह्हह्ह उह्ह्हह्ह्ह्ह ईह्ह्ह्हह ऊम्म्मम्म आह्ह्हह्ह करती रही |

फिर मैंने उससे कहा अब तुम मेरे कपडे उतारो और वो आके मेरे कपडे उतारने लगी | उसने मुझे पूरा नंगा कर दिया और मेरे लंड को पकड़ के थोड़ी देर लंड हिलाया और लेट गयी | फिर मैंने उसकी चूत में लंड डाला और उसको चोदने लगा | मैंने उसको लगभग 10 मिनिट तक चोदा और मेरा मुट्ठ निकल गया और मैं उसके ऊपर गिरा दिया | फिर मैं जाके उसके बाजू में लेट गया और उससे कहा चुसो मेरा और उसने मेरा लंड चुसना शुरू कर दिया | वो मेरा लंड चूसती रही और थोड़ी देर में मेरा लंड फिर से पूरी तरह खड़ा हो गया और मैंने उसको लिटाया और फिर से उसकी चूत में लंड डाल केउसे छोड़ने लग गया और वो आह्ह्हह्ह अह्ह्हह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्हह उह्ह्ह्हह्ह ईह्ह्ह्हह्ह हाँ हाँ ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह हुह्ह्ह्हह्ह करती रही | फिर मैंने उसको कहा उठो और मैं बिस्तर पर लेट गया और उसे अपने लंड के ऊपर बैठा लिया और उसे चोदने लगा | उचक रही थी और उसके दूध उछल रहे थे तो मैंने उसके दूध पकड़ लिए और वो उचकती रही | फिर मैं उठा और वो मेरे ऊपर बैठी रही और हम दोनों किस करने लगे | फिर मैंने उसको थोडा सा उठाया और नीचे से झटके मारने लगा और वो अह्ह्ह्हह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्हा याआआअ य्य्य्यय्य आह्ह्हह्ह ह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह करती रही और मेरा फिर से निकलने को हुआ तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला और उसके ऊपर सारा मुट्ठ गिरा दिया |

फिर हम दोनों ने किस किया और कपडे पहन कर मैं अपने घर चला गया | फिर जब भी मेरा चुदाई का मन होता था मैं उसके रूम पहुँच जाता था और उसको मज़े से बजाता था | तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी | आप लोगों को कैसी लगी, कमेंट करके जरुर बताइयेगा |

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