एक मसाज वाली का नंबर

Ek massage wali ka number:

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मेरा नाम राहुल है मैं आगरा का रहने वाला हूं, हमारा परिवार आगरा का एक संपन्न परिवार है और इसी वजह से मेरे घर वाले मेरे लिए रिश्ता ढूंढने लगे। मेरी शादी की उम्र भी हो चुकी है लेकिन मैंने शादी का फैसला बहुत देर से लिया इसलिए मेरे माता-पिता मुझे कहने लगे कि अब तुम्हें शादी कर लेनी चाहिए इसी वजह से मैंने उन्हें शादी के लिए कहा कि आप कोई लड़की देख लीजिए। जब मेरे माता-पिता ने लड़की देखी तो मैं बहुत खुश हुआ और मैंने कहा कि लड़की तो बहुत ही सुंदर है, लड़की का नाम आकांक्षा था। मुझे उससे मिलकर बहुत खुशी हुई लेकिन हम दोनों की शादी ज्यादा दिन तक नहीं चल पाई और हमारा तलाक हो गया क्योंकि आकांक्षा के घरवालों ने मुझ पर दहेज का आरोप लगा दिया और कहा कि तुम्हारे अंदर लालच भरा पड़ा है।

मुझे यह बात समझ नहीं आई कि उन्होंने मुझ पर इतना बड़ा आरोप क्यों लगाया, मैंने आकांक्षा के घरवालों से कुछ भी नहीं लिया था उसके बावजूद भी उन्होंने मुझ पर गंभीर आरोप लगा दिया जिसकी वजह से मेरा तलाक भी हो गया और मुझे उल्टा उन्हें पैसे भी देने पड़े। मैं बहुत परेशान रहा लेकिन मेरे माता-पिता ने मुझे बहुत समझाया और कहा कि तुम किसी और लड़की से शादी कर लो, मैंने उन्हें कहा कि मैं पहले ही शादी कर के बहुत पछता चुका हूं, अब मैं यह गलती दोबारा नहीं करना चाहता इसलिए मैं अब अकेला रहना चाहता हूं। मैं जब भी सोचता हूं कि मैंने ऐसी क्या गलती की जिस वजह से आकांक्षा के घर वालों ने मुझ पर इतना बड़ा आरोप लगाया। जब मैंने असलियत का पता लगाया तो मुझे मालूम पड़ा कि आकांक्षा का रिलेशन किसी और लड़के के साथ था और उसके घर वाले उसकी शादी मुझसे ही करवाना चाहते थे इसलिए उन्होंने जबरदस्ती मुझसे आकांक्षा की शादी करवा दी। आकांशा मेरे साथ बिल्कुल भी खुश नहीं थी और वह चाहती थी कि उसकी शादी उसके प्रेमी के साथ हो। जब उसके प्रेमी ने घर पर बात की तो उन्होंने कहा कि आकांक्षा की शादी तो हो चुकी है, अब कोई भी फायदा नहीं है लेकिन आकांक्षा ने उन्हें आत्महत्या करने की धमकी दी इसीलिए वह लोग डर गये और उन्होंने मुझ पर इतना संगीन आरोप लगाया, उसके बाद मैंने उन्हें पैसे भी दिए।

मेरे पिताजी का बिजनेस काफी बड़ा है और मै उनके बिजनेस में ही काफी सालों से काम कर रहा हूं इसलिए अधिकांश समय मैं अपने पिता के साथ ही रहता हूं। वह मुझे हमेशा ही समझाते रहते थे कि अब जो तुम्हारे जीवन में घटित हो चुका है, उसे तुम भूल जाओ और आगे बढ़ने की कोशिश करो लेकिन मैं उन्हें हमेशा ही कहता कि मैं यह बात भूल नहीं पा रहा हूं और मेरे दिमाग में सिर्फ यही बात चलती रहती है कि किस प्रकार से आकांक्षा के घर वालों ने मुझ पर इतना बड़ा आरोप लगाया।  मेरे पिता हमेशा ही कहते कि कभी कबार हमारे जीवन में इस प्रकार की समस्या हो जाती है लेकिन तुम इसे भूल कर आगे बढ़ जाओ, यही तुम्हारे लिए अच्छा रहेगा। मैंने उन्हें कहा कि मैं कोशिश तो कर रहा हूं लेकिन मेरे दिमाग से बिल्कुल भी आकांशा की याद नहीं निकल रही है, हम लोग जितना समय भी साथ में रहे मुझे उसके साथ में बहुत अच्छा लगा। मैं तो आकांक्षा से प्यार करने लगा था परंतु यदि वह मुझे यह बात पहले ही बता देती तो शायद मेरी जिंदगी बर्बाद नहीं होती। मैंने अपने जीवन में आज तक कभी किसी भी लड़की को अपने दिल में जगह नहीं दी, मैं शुरुआत से ही अपने पिताजी के साथ काम कर रहा हूं और अपनी स्कूल की पढ़ाई के बाद से ही अपने पिता के साथ में हूं। मैं घर में इकलौता भी हूं, इस वजह से मेरे घर वालों ने मुझे किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होने दी और बचपन से मेरी हर जरूरतों को उन्होंने पूरा किया है। मैंने एक दिन अपने पुराने दोस्त को फोन कर दिया और वह मुझसे पूछने लगा कि तुम कैसे हो, मैंने उसे जब अपने बारे में सब कुछ बताया तो वह बहुत ही दुखी हुआ। वह कहने लगा कि तुम अब इन सब चीजों को भूल कर अपने नए जीवन की शुरुआत करो। मैंने उससे कहा कि अब मुझसे बिल्कुल भी अपने नए जीवन की कल्पना नहीं हो पा रही है क्योंकि मैं अपनी पुरानी यादों को भूल ही नहीं पा रहा हूं, मेरे दिमाग में सिर्फ यही बात चल रही है इसीलिए मैं बहुत ज्यादा परेशान हो गया हूं।

मेरा दोस्त विदेश में रहता है और वह कहने लगा कि तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो, मैं तुमसे आकर मिलता हूं और उसके बाद मैं तुमसे बात करता हूं। मैंने उसे कहा ठीक है तुम समय निकालकर मुझसे मिल लेना वह कहने लगा ठीक है मैं समय निकालकर तुमसे मुलाकात कर लूंगा। मैंने अपने दोस्त को फोन किया तो वह कहने लगा कि मैं आज तो तुमसे नही मिल पाऊंगा लेकिन कुछ दिनों बाद मैं तुमसे मिलता हूं क्योंकि मुझे एक जरूरी काम याद आ गया है इसलिए मैं तुमसे नहीं मिल सकता। लेकिन उसने मुझे एक लड़की का नंबर दिया और कहने लगा कि तुम उस लड़की के पास चले जाओ वह तुम्हारा दिल खुश कर देगी और तुम्हें कभी भी अपनी पत्नी की याद नहीं आएगी। मैंने उसे उस लड़की का नंबर ले लिया और जब मैं उस लडकी के पास गया तो मैं उसे देखकर बहुत खुश हो गया क्योंकि उसका पतला सा शारीर देख कर मेरा लंड खड़ा हो चुका था और उसकी गांड एकदम बाहर की तरफ को निकली हुई थी। उसने मुझे अंदर बुलाया और कहने लगी आओ बैठो। जब मैं सोफे में बैठा तो मैंने देखा कि उसकी टेबल पर बीयर की बोतलें पड़ी थी और वह नशे में थी। मैंने उसे अपनी सारी बात बताई तो वह कहने लगी कि मैं तुम्हारा दिल खुश कर दूंगी तुम बिल्कुल भी चिंता मत करो।

उसने अपने कपडे खोला तो उसने वाइट कलर की पैंटी और ब्रा पहनी हुई थी। मैं उसकी पैंटी ब्रा देखकर बहुत खुश हो गया और मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने जब उसकी गांड पर हाथ लगाया तो वह मचलने लगी और मुझे भी बड़ा अच्छा लगने लगा। मैंने उसकी पैंटी को खोला तो उसकी योनि मैं एक भी बाल नहीं था और उसकी चूत गीली हो रखी थी। वह कहने लगी कि तुम मेरी योनि को अच्छे से चाटो और उसे अपना बना लो। मैंने उसे सोफे पर लेटा दिया और उसकी योनि को बड़े अच्छे से चाटा उसकी योनि से अब इतना पानी निकलने लगा कि वह मुझसे कहने लगी अब तुम मेरी चूत के अंदर अपने लंड को डाल दो। मैंने जैसे ही उसकी योनि में अपने लंड को डाला तो मुझे बड़ा अच्छा लगा। वह कहने लगी कि तुम्हारा लंड लेकर मुझे बड़ा मजा आ रहा है। मैंने उसके दोनों पैरों को पकड़ लिया और बड़ी तेज गति से झटके देना लगा वह अपने मुंह सिसकिया ले रही थी मुझे बड़ा अच्छा लग रहा था जब वह अपने मुंह से मादक आवाज निकाल रही थी मेरा आधे घंटे के अंदर ही वीर्य बाहर गिर गया। जब मैंने उसे उल्टा किया तो उसकी गांड का छेद देख कर मेरा मूड खराब हो गया और मैंने जैसे ही उसकी गांड के अंदर अपने लंड को डाला तो वह चिल्लाने लगी और कहने लगी तुमने यह बहुत अच्छा किया कि मेरी गांड के अंदर अपने लंड को डाल दिया क्योंकि मेरी गांड में खुजली भी हो रही थी। मैंने उसकी बड़ी बड़ी गांड को कसकर पकड़ लिया और बडी तेज गति से धक्के देने लगा। उसकी गांड से खून भी निकलने लगा तो मुझे भी बहुत आनंद आ रहा था। मैं जिस प्रकार से उसे चोदे जा रहा था वह मुझे कहने लगी कि तुम्हारा लंड बहुत ही बड़ा है मेरी गांड के पूरा अंदर तक जा रहा है और मुझे बहुत आनंद आ रहा है। हम दोनों के घर्षण से जो गर्मी पैदा हो रही थी वह में ज्यादा समय तक नहीं बर्दाश्त कर पाया और जब मेरा वीर्य गिरने वाला था तो मैंने उसकी बड़ी बड़ी चूतडो पर अपने माल को गिरा दिया। उसने अपन चूतडो को साफ किया और उसके बाद मैं काफी देर तक उसके साथ ही बैठा हुआ था। हम दोनों बात कर रहे थे और मैंने उसे कुछ पैसे भी दिए। वह कहने लगी तुम्हारा जब भी मन हो तो मेरे पास आ जाए करो और तुम मेरी हर चीज को खोल दिया करना मैं तुम्हारा दिल खुश कर दिया करूंगी। उसके बाद उसने मुझे उसी सोफे पर लेटा दिया और मेरे पूरे बदन की मालिश की जिससे कि मैं अपने आप को बहुत अच्छा महसूस करने लगा। मै हमेशा ही उसके पास आता हूं और उसे अपनी मालिश भी करवाता हूं और उसकी गांड भी मारता हू।

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