दोस्त के घर के पीछे वाली रंडी आंटी

   15/07/2017

Dost ke ghar ke pichhe wali randi aunty:

हाय फ्रेंड्स मेरा नाम अभिलाष है और मैं जबलपुर का रहने वाला हूँ | मैं पेशे से एक सिविल इंजीनियर हूँ और मैं फ़िलहाल भोपाल में रह कर अपनी जॉब करता हूँ | दोस्तों आज जो मैं अपनी पहली कहानी बताने जा रहा हूँ वो एक रंडी आंटी की है जिसे सिर्फ लंड खाने का शौक है | और ये शौक तब से है उसे जब उसकी शादी एक फौजी से हुई थी उसके तीन बच्चे हैं जिसमे एक लड़का और लड़की हैं | अभी तो वो सब बड़े हो गए हैं | और अब मैं वहाँ ज्यादा नहीं जाता जहाँ वो रहते हैं | तो दोस्तों मैं अब कहानी शुरू करता हूँ |

ये बात आज से 7 साल पहले की है जब मैं स्कूल में पढाई किया करता था | उस समय मैं 10वी कक्षा में था | मेरा एक दोस्त है जो उदयनगर में रहता है उसका नाम प्रशांत है | हम दोनों एक ही स्कूल और एक ही क्लास में पढ़ते थे और हमारा घर भी ज्यादा दूर नहीं था तो मैं कभी भी उसके घर चले जाता था | एक दिन शाम को मैं उसके घर ऐसे ही मिलने गया था वो घर पर था नहीं तो आंटी ने मुझसे कहा कि बेटा वो बाल कटवाने गया है | जब तक तुम इंतज़ार कर लो, तो मैंने कहा ठीक हैं आंटी मैं छत में हूँ वो आयगा तो बता दीजियेगा उन्होंने कहा ठीक है बेटा | मैं छत में ऐसे ही टहल रहा था और वहाँ कॉमिक रखी हुई थी तो वो मैं पढ़ रहा था | पढ़ते पढ़ते मेरी नज़र एक आंटी पर गई इतनी गोरी और सुडोल फिगर वाली आंटी बाप रे ! क्या मस्त थी इतने बड़े दूध और चौड़ी गांड देख के मेरे तो लौडे में हलचल होने लगी | फिर उतने में मेरा दोस्त आ गया

और मैंने पुछा उससे कि अबे ये आंटी कौन है बे ?

प्रशांत : क्यूँ तुझे क्या करना बे जान कर ?

फिर मैंने बोला अबे बताना भोसड़ी के कौनसा तेरी सगी वाली है ?

प्रशांत : अबे सुन, इसका नाम सुनैना है और इसका पति आर्मी में है बहुत कम घर आता है |

फिर मैंने बोला अच्छा अबे तो इसकी चूत नहीं मचलती होगी बे ?

प्रशांत : अबे मचलती तो है, पर इसकी चूत की प्यास एक काला सांड चुदाई करता है बच्चो को पढ़ाने के नाम पे |

फिर मैंने पूछा की कौन है बे, बता |

प्रशांत ; अबे है एक यहीं शोभापुर का मादरचोद काला सा है और इसके बच्चो को पढ़ाने आता है और बच्चे छोटे हैं तो कोई उतना समझ नहीं पाता कि क्या चल रहा है |

फिर मैंने बोला अच्छा ऐसी कहानी है मैं भी पटाउँगा इसको | तो वो बोला पटा ले पट जायगी | फिर ऐसे ही उसकी बाते छोड़ कर अपनी बाते करने लगे | फिर रात को 8 बजे मैं अपने घर आ गया और और पढाई करने लगा | फिर खाना खाया और खाना खाने के बाद मैं सोने चला गया और नींद तो आ नहीं रही तो मैं सोचने लगा की कैसे पटाऊ उस सुनैना आंटी को क्या माल है यार | एक बार उसकी चूत मिल जाए आआहाआ मजा आ जायगा | फिर मेरा हाँथ अपने आप मेरे लोअर में चला गया और मैं अपना लदन निकाल के मुठ मरने लगा | फिर अगले दिन सुबह स्कूल चला गया और मैं प्रशांत से बोला कि भाई कल मैंने उसके नाम की मुठ मारा था क्या करूं ? मुझसे रहा ही नहीं गया | फिर वो बोला कि अबे ज्यादा अपनी चड्डी ख़राब मत कर ये बता कि तू करेगा कैसे ? तो मैंने कहा कि अबे अभी तो मैंने ये सोचा ही नहीं | फिर क्लास चालू हो गयी तो हमने बात बीच में ही छोड़ दी | स्कूल से घर आने के बाद मम्मी ने कहा की चल बेटा अब नहा ले और फ्रेश हो जा जब तक मैं खाना गरम कर देती हूँ | मैंने कहा ठीक है मम्मी, और नहाने चला गया | नहाते नहाते मैंने फिर एक बार मुठ मारी आंटी के नाम की |

फिर मैं नहा कर आया और खाना खा के थोडा रेस्ट किया और 5 बजे शाम को अपने दोस्त के पास गया फिर हम बात करने लगे | मेरे दोस्त ने मुझे कहा कि देख तेरी आंटी आ गयी है मैं तुरंत देखने लगा | आज भी बहुत मस्त लग रही थी आज उन्होंने जीन्स और शर्ट पहनी हुई थी इतनी मस्त लग रही थी कि देख के मेरा तो लंड खड़ा हो गया | फिर मैं उसे घूरने लगा पर वो मेरी तरफ नहीं देख रही थी | मुझे ख़राब तो लग रहा था पर मैं जानता था कि ऐसा भी कुछ होगा | इस वजह से मैं ज्यादा निराश नहीं हुआ | उस समय तो खैर कुछ नहीं हो पाया था फिर मैं अगले दिन शाम को फिर गया अपने दोस्त के घर वो उस दिन नहीं था | तो मैं छत में जा कर फिर खड़ा हो गया और उसके आने का इंतज़ार कर रहा था | वो तो नहीं आया पर आंटी जरुर आ गई | मैं फिर उसे घूरने लगा अब वो भी नोटिस कर रही थी | बस उस दिन हम दोनों ये ही कर पाए थे |

फिर उसके बाद मैं फिर गया अपने दोस्त के घर अगले दिन फिर मैं उनके साथ नैन मटक्का करने लगे | जब वो मेरी तरफ देख के मुस्कुरायी तो मैं समझा गया की भाई अब तो कहानी सेट है एक दम | ये बात मैंने अपने दोस्त को बताई | फिर मैं उसके अगले दिन शाम को छत ना जा कर आंटी के घर की डोर बेल बजा दी | आंटी ने नीचे आ के दरवाजा खोला और पूछा कि कौन हो तुम ? मैंने कहा कि मैं अभिलाष हूँ | फिर उनने पूछा की क्या काम है तुम्हे और तुम रोज मुझे प्रशांत के छत से घूरते क्यूँ हो ? तो मैंने बताया की मैं आपसे प्यार करता हूँ और आप मुझे बहुत अच्छी लगते हो | आप बहुत सुन्दर हो | फिर वो बोली अपनी उम्र देखे हो जो ये सब तुम मुझसे कह रहे हो | मैंने कहा आप उम्र पे मत जाओ एक बार आजमा कर तो देखो आप खुद ही मुझपे फ़िदा हो जाओगे | तो वो बोली की कल से तुम मुझे यहाँ दिखना मत क्यूंकि मेरे पति बहुत शक्की इंसान हैं अगर उसने तुम्हे मुझे देखते हुए या तुमसे बात करते हुए देख लिया तो शामत आ जायगी फिर मैंने कहा ठीक है और वहां से निकल गया | उसका पति 10 दिन की छुट्टी ले के आया था और मैं 10 दिन तक मुठ मार के ही काम चला रहा था | फिर जैसे ही मैं अपने दोस्त के घर गया शाम को तो पता चला कि उसका पति जा चुका है |

फिर क्या था मैं तुरंत ही आंटी के घर पंहुच गया और उन्होंने मना भी नहीं किया और मैं तुरंत ही उन्हें बाहों में भर लिया वो समझ ही नहीं पाई की क्या चल रहा है ? और मैंने उसे बाहों में भर कर किस करने लगा और उसके बाद उसकी भी चूत की आग भड़क चुकी थी और वो भी मुझे किस करने लगी 5 मिनट तक मैं उन्हें किस कर रहा था और फिर उसने कहा कि रुको दरवाजा लगा देती हूँ | फिर वो दरवाजा लगाने गयी और हम दोनों फिर एक दूसरे को किस करने लगे थे (मैं समझ चूका था की ये बहुत बड़ी वाली रंडी है) | फिर मैंने उसके कपडे उतार दिए और उसने मेरे कपडे उतार दिए (हम दोनों तब ये सब कर रहे थे जब उसके घर में कोई नहीं नहीं था ) | हम दोनों अब एक दुसरे के अघोष में गुम हो चुके थे | फिर मैं उसके दूध पीने लगा और वो आआहाहहा अहाह्हहा अहहहह्हा आहाआआ आहाआअ अहहहहहा अहाह्हः आह्हहहहा अहहहहा अहहहह्हा अहहहहाआ कर रही थी | फिर मैंने उसकी टंगे चौड़ी करके उसीकी चूत में जीभ लगा दी और मजे से ऊँगली डाल डाल कर चोदे जा रहा था | और उसकी चूत खाए जा रहा था और वो आहा अहहः अहहहहा आआअहाअ अहाहह्हा अहहह्हा मजा आ रहा है | और चाटो आहहहाआअ अहहहहा अआहा अहहहा अहाह्हः फिर मैं उसकी चूत का सारा पानी पी गया जब वो झड़ चुकी थी |

फिर उसने मुझे बिस्तर पर गिरा दिया और मेरा लंड चूसने लगी उसके होंठो में अलग ही जादू मालूम पड़ रहा था | वो मेरा लंड को खूब अच्छे तरह से गीला कर रही थी | उसके लंड चूसने के बाद मैंने उसे लेटा कर उसकी चूत में अपना लंड घुसेड दिया और उसे चोदने लगा और वो अघाहहा आअहाहहहहा आआअहा अहहहः अहहहहः आहाहहह्हा अआहा कर रही थी | 15 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना माल उसके पेट में छोड़ दिया और वो उसे अपने दूध और पेट में मलने लगी थी | फिर उसे जब भी मौका मिलता तो उसे चोद देता था |

उस समय से काफी बार मैं उसकी चुदाई कर चूका हूँ पर अब उसका पति रिटायर हो कर यहीं रहने लगा है तबसे हमारी बात बंद है | दोस्तों आपको मेरी कहानी कैसी लगी कमेंट में जरुर बताइयेगा | तब तक के लिए अलविदा |

Leave a Comment