बेज्जती का बदला चोद के लिया

   25/07/2017

Beizzati ka badla chod ke lia:

मेरे दोस्तों आप सभी को सादर प्रणाम और मैं हूँ जग्गू | जैसा कि आप सब को पता है कभी भी समय एक सा नहीं रहता मेरे साथ भी यही कहानी है और शायद दुनिया के हर शख्स के साथ यही कहानी है | मेरा नाम जग्गू मेरी माँ ने बड़े प्यार से रखा था और हम लोग बहुत ही गरीब थे | पिता जी बचपन में ही चल बसे थे | फिर मुझे बहुत मेहनत करनी पड़ती थी मुझे काम करना पड़ता था और मेरी माँ एक सेठ के यहाँ बर्तन धोने का काम करती थी | सेठ के घर में एक छोटी मेमसाब थी वो बहुत ही अच्छी थी वो मेरी बहन को पुराने कपडे और खिलोने दे देती थी | मैं भी उनके घर जाता तो साहब मुझे अपने पुराने कपडे दे देते वो सब बहुत अच्छे थे |

मैं जूते पोलिश करने का काम करता था और दिन का 7 रुपये कमा लेता था | मुझे बहुत ही अच्छा लगता था जब भी मैं मेमसाब से मिलता था | एक बार की बात है मेमसाब का जन्मदिन था और माँ के पास पैसे नहीं थे तो वो उनको अस्शिर्वाद दे रही थी | मैं अपने पैसे से एक गुडिया लेके आया था | मेमसाब मुझे केक खिलने आई तो साहब ने गुस्सा किया क्यूंकि वहाँ सब बड़े लोग थे | फिर मेरी माँ को बुला के कहा निकल जाओ यहाँ से इससे पहले की तुम्हे धक्का दे के निकलवा के दूँ | फिर साहब ने गुडिया ने उठा के फेंक दिया था बाहर, मुझे गुस्सा तो बहुत आ रही थी पर बड़े लोग थे तो मैं उनका कुछ नहीं बिगड़ पाता | मुझे गुस्सा इस बार पर नहीं आ रही थी कि उन्होंने मेरी मेहनत की कमाई के पेसो की गुडिया फेंक दिया था था बल्कि गुस्सा मुझे इस बात पर आ रही थी कि उसने मेरी मम्मी और मेरी बहन को जलील किया था |

उस समय तो हम सब वहाँ से चुपचाप निकल गए थे और जब हम अपने झोपडी वाले घर आए थे तो मम्मी रो रही थी बहुत और मुझसे देखा नहीं जा रहा था | मम्मी ने मुझसे कहा कि अब हम क्या करेंगे ? क्या खायेंगे ? कहाँ काम करेंगे ? ये सोच सोच कर मेरी मम्मी का दिल बहुत दुःख रहा था मेरी छोटी बहन का भी जन्मदिन आने वाला था उसने मुझसे कहा था कि भैया मुझे एक फ्रॉक दिला देना और मैंने और मम्मी ने उसे वडा किया था कि हम दोनों मिल के तुझे बहुत सुन्दर सी फ्रॉक दिला देंगे पर अब उसका सपना भी टूटता नजर आ रहा था | मेरी बहन ने मम्मी से कहा कि मम्मी आप चिंता मत करो मैं फ्रॉक नहीं लुंगी और आप दोनों ने जो भी पैसे जमा किये हैं अब तक वो पैसे से घर चलिए जब तक कहीं काम न मिल जाये | ये सब देख कर मैं बहुत दुखी हो रहा था और साथ ही साथ मैं उस रईस मालिक के ऊपर गुस्सा भी आ रहा था | मैं घर से निकला और फिर एक तालाब के पास जा कर बैठ गया था उसी तालाब के बाजु से एक रोड थी पर वो काछी सड़क थी | मैं बैठे बैठे अपनी आगे की जिन्दगी के बारे में सोच रहा था तभी वहाँ से एक आदमी बहुत जोर से गाड़ी चलते हुए आ रहा था और वो गिर गया तो मैं तुरंत दौड़ लगा के गया उसके पास तो उसने मुझसे कहा कि मेरे पीछे पुलिस पड़ी है तुम मुझे पुलिस से बचा लो मैं तुम्हे बहुत सरे पैसे दूंगा ||

तो मैंने उसकी मैडम किया और उसने मुझे धन्यवाद दिया और फिर उसने मुझे 1500 रुपय दिए, इतने सरे पैसे देख कर मैं दंग रह गया था क्यूंकि मैंने इतने पैसे एक साथ इतनी जल्दी कभी नहीं देखा था | फिर वो जाने लगा तो मैंने उसे आवाज़ दिया और कहा साहब ! साहब ! मैंने आपकी मदद किया उसके लिए आपने मुझे इतने सरे पैसे दिए आप क्या करते हैं ? तो उसने बताया की वो गलत काम करता है | मैंने फिर पुछा कि साहब क्या गलत काम करते हो मैं भी करूँगा | फिर उसने मुझे अपने बंगले का पता दिया और कहा कल आ कर मिलो मुझसे | फिर मैं अपने घर गया और घर में सारी बाते बाते और और 1500 रुपय भी दिए तो घर वालों ने मुझे कहा की तू जा कर मिल ले देख क्या काम है ? तो मैंने कहा मम्मी भगवान जिसको भी देता है छप्पर फाड़ के देता है, कुछ ही समय में हमारा दुःख सुख में बदल गया था | फिर अगले दिन मैं उनके बताये पते पर पंहुच गया | वो बहुत रईस आदमी था उसने मुझे देखते ही बुला लिया और फिर उसने मुझे अन्दर एक आलीशान सोफे पर बैठने को कहा तो मैं बैठ गया | और पुरे बंगले को मुंह खोल कर आँखे फाड़ फाड़ के देख रहा था क्यूंकि वहाँ की हर चीज़ बहुत आलीशान थी | फिर आधे घंटे के बाद उसने अपने केबिन में बुलाया और जब मैं वहाँ गया तो देखा कि 6 मुस्टंडे उसके आगे पीछे खड़े हुए थे | फिर उसने मुझसे पूछा की तुम क्या कर सकते हो और और तुम्हारा नाम क्या है ? तो मैंने कहा कि मेरा नाम जग्गू है, और साहब आप जो बोलोगे वो मैं करूँगा तो उसने मुझसे कहा कि हमारा एक काम है अगर तुम वो कर दोगे तो तुम्हे उस काम के 50000 रुपय मिलेंगे, तो मैंने उन्हें तुरतं जुबान दे दिया और कहा साहब आप चिंता न करे आप का काम कर दूंगा बस काम बताइए | तो उन्होंने कहा कि हमे 120 पेटी अपने गोदाम तक पन्हुचानी है बस ये ध्यान रहे कि पुलिस को पता न चले और और तुम पकडे ना जाओ | फिर मैंने उसका ये काम बहुत आसानी से कर दिया था और उसने मुझे इस काम एक लाख रुपय दे दिए खुश हो कर | धीरे धीरे मैं उनका काम करता गया और मैं भी अमीर बनता गया | अब मेरे पास खुद का एक बहुत बड़ा घर हो गया था और मैंने अपनी मम्मी को घर की चाभी दे रखा था और अपनी बहन को स्कूल में पढ़ाने के लिए बहुत अच्छे स्कूल में डलवा दिया था | अब मेरा नाम जग्गू नहीं जग्गू भाई नाम हो गया था | देखते ही देखते मेरे पास लाकों रुपय की संपत्ति ओ गई थी और मैंने  सोचा की  अब मैं बदला ले सकता हूँ | तो सबसे पहले मैंने अपने पुराने मालिक की फैक्ट्री जलवा दिया और उसका घर खरीद लिया | अब वो मेरी जगह आ चुके थे और मैं उनकी जगह | उनक्व पास पैसे नहीं थे वो पल पल खाने के लिए मोहताज हो चुके थे |

फिर मैंने कहा की तुझे मैं सब चीज़ दे दूंगा पर तुझे मेरे बंगले में रह कर काम करना होगा तो वो राजी हो गया | जब जब वो काम नहीं करता तो मेरा एक आदमी उसकी गांड में लात मरता था मैंने अपनी मालकिन को किसी भी काम में नही लगाया था फिर एक दिन मैंने मालकिन को एक शॉप ले गया था और उसे बहुत महंगी साड़ी दिलाया था तो उसने मुझसे कहा कि तुम मेरे लिए इतना सब क्यूँ कर रहे हो ? तो मैंने कहा की आप मुझे बहुत अच्छे लगते हो इसलिए और अगर आपको अपनी इज्जत वैसी ही रखनी है जैसे पहले थी तो मेरी रखेल बन कर रहना पड़ेगा |

और वो भी राजी हो गयी थी उसमे | मैं उसे उसी सेक्सी साड़ी में ले गया था अपने फार्म हाउस पर उसे | जब हम वहाँ पंहुचे तो मैं उसे किस करने लगा था और वो भी मेरा साथ देने लगी थी और हम दोनों एक दुसरे को किस करने लगे थे उसके मुंह से गरम गरम हवा लग रही थी तो मैं समझ गया था कि वो गरम हो चुकी है | फिर मैं उसके कपडे उतार कर नंगा कर दिया और उसके दूध पीने लगा तो वो भी ऊउन्न्ह ऊउन्ह्ह्ह उऊंन्ह्ह  अहहहहह्हा अहहाआआआ अहहहा हहाआआअ हहहहाआआअ अहाहहहः अहहहाहा अहाहा ऊउम्म्ह ऊम्म्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाह अहहहह्हा अहहहहः अहाह्हः अहहाआअ अहहहाआ करने लगी थी | उसे भी बहुत मजा आ रहा था मेरे ऐसा करने पर फिर मैंने उसकी चूत चाटा तो उसने ऊउन्न्ह ऊउन्ह्ह्ह उऊंन्ह्ह  अहहहहह्हा अहहाआआआ अहहहा हहाआआअ हहहहाआआअ अहाहहहः अहहहाहा अहाहा ऊउम्म्ह ऊम्म्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाह अहहहह्हा अहहहहः अहाह्हः अहहाआअ अहहहाआ करना चालू कर दी थी और उसकी चूत के छेद बड़ा नहीं था और मैं समझ गया था की इसके पति का लंड छोटा होगा | फिर मैं उसे लेता कर वहीँ उसकी चुदाई करने लगा और वो ऊउन्न्ह ऊउन्ह्ह्ह उऊंन्ह्ह  अहहहहह्हा अहहाआआआ अहहहा हहाआआअ हहहहाआआअ अहाहहहः अहहहाहा अहाहा ऊउम्म्ह ऊम्म्ह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहाह अहहहह्हा अहहहहः अहाह्हः अहहाआअ अहहहाआ करने लगी थी | 20 मिनट की चुदाई के बाद मैंने अपना माल उसकी चूत में ही गिरा दिया था |

फिर मैं उसे रोज चोदने लगा और उसे भी मेरे साथ चुदाई करने में मजा आने लगा था | और दोस्तों आज मेरे पास इतना पैसा हो गया है कि मैं अपनी किसमत को मानता हूँ जिसने मुझे इतना पैसे वाला बना दी |

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