आंटी और उसकी बेटी की मस्त चुदाई

   11/11/2017

Aunty aur usaki beti ki mast chudai:
group sex हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप लोग ? मैं आशा करता हूँ की आप सब लोग ठीक ही होंगे | मेरा नाम राज है | मेरी उम्र 22 साल है | मेरी हाईट 6 फुट 5 इंच है | मेरे लंड का साइज़ 7 इंच और मोटा 3 इंच है | मैं बी ऐ फस्ट इयर मैं पढ़ता हूँ | मैं रहने वाला भोपाल का हूँ | ये मेरी पहली कहानी है | मैं आशा करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आयेगी | मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए सीधे अपनी कहानी पर आता हूँ |

ये कहानी कुछ दिन पहले की है | जब मैं अपने घर की छत पर खड़ा था | तो मैंने देखा की आंटी अपनी छत पर खाड़ी थी | मैं आंटी के बारे में आप लोगो को बता देता हूँ | वो एक बिधुवा है क्यकी उनके पति की मौत एक हादशे में हो गयी थी | आंटी की उम्र 29 साल हैं | उनका मस्त फिगर है | उनके बड़े बड़े बूब्स और उनकी बड़ी गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो जाता था | उनकी एक लड़की भी है जो अभी 12 में पढ़ती है | उसका नाम माधुरी है | वो आंटी से भी देखने में मस्त है | उसके बूब्स आंटी से भी बड़े हैं | मैं आंटी की चूत का दीवाना था इसलिए में जब भी आंटी को देखता था | तो मेरा लंड लोहे की तरह खड़ा हो जाता था | मैं कभी कभी आंटी के घर भी जाया करता था | तो आंटी मुझसे खूब सारी बाते भी करती थी | जब वो मेरे लिए चाय बना कर लाती और मुझे देने के लिए झुकती थी | तो उनके बूब्स मुझे देखने लगते मैं उनके बूब्स को देखने लगता था | मैं ऐसे ही आंटी के घर कभी कभी जाता रहेता था | एक दिन की बात थी की आंटी ने मुझे फ़ोन किया और मुझसे बोली की राज मुझे कुछ सामान लेने जाना है | तो क्या तुम मेरे साथ चलोगे | तब मैं आंटी से कहा आंटी रुको अभी आता हूँ | फिर मैं आंटी को अपनी बाइक आर बैठा कर उनको मार्केट ले जा रहा था | तो आंटी मेरे बार बार टाच होती जिससे मेरा लंड खड़ा हो गया | अब मुझसे रहा नहीं गया तो मैंने आंटी से कहा की आंटी थोडा पीछे बढ़ कर बैठो | तब आंटी ने मुझसे पूछा क्या हुवा | तब मैंने उनसे कह ही दिया की आंटी आपके बूब्स मेरे बार बार टाच हो रहे हैं | तब आंटी पीछे बढ़ कर बैठ गयी | जब हम मार्केट पहुचे तो आंटी एक शॉप पर जाकर वहां से कुछ सामान लेकर आई | जब मैंने आंटी से पूछा तो आंटी ने बतया की ब्रा और पेंटी मेरे तो होश उड़ गए | मुझे लगा की आंटी मुझसे चुदना चाहती हैं | फिर मैं उनको बाइक पर बैठा कर उनको घर लेकर आ रहा था | तो आंटी मेरे शारीर में अपने बूब्स रगड़ रही थी | उनके बूब्स मेरे शारीर से टाच हो रहे थे | कुछ देर में हम घर आ गए | तब आंटी बाइक से उतर कर सीधे अपने कमरे में चली गयी | मैं अपने घर चला आया और उसके बाद में कुछ देर बाद आंटी के घर गया | तब आंटी से मैंने कहा आंटी चाय पीला दो | तब आंटी मुझे देख कर हँसते हुए बोली राज चाय क्या बोलो तो मैं तुम्हे अपने दूध पीला दूँ | ये सुनकर मेरा लंड खड़ा हो गया |

वो अपने रूम में चली गयी | मैं भी उनके पीछे से उनके रूम में चला गया और उनके पास बैठकर मैं आंटी की जांघों को सहलाने लगा | तब वो मेरे हाथ को पकड कर अपने बूब्स पर रख दिए | मैं उनके बूब्स को कपडे के ऊपर से दाबने लगा | वो मेरी ऊँगली को अपने मुंह में रख कर चूसने लगी | मैं भी अपनी ऊँगली उनके मुंह से निकाल कर उनके होठो पर अपने होठ रख दिए और उन्हें किस करने लगा | मैं उनके बूब्स को भी दबा रहा था जिससे उनके मुंह से ऊउह्ह्ह आह्ह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह ऊफ्फ्फ ऊह्ह्ह ऊह्ह्ह ऊउफ़्फ़्फ़ ऊफ्फ्फ आःह्ह अह्ह्ह्ह अह्ह्ह आह्ह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह करने लगी | उसके बाद मैंने उनके कपडे धीरे धीरे निकाल दिए | अब वो मेरे सामने ब्रा और पेंटी में थी | फिर उनके बूब्स को दबाते हुए उन्हें किस करने लगा | वो अपनी चूत को सेहला रही थी | मैं उनकी टांगो को फेला कर उनकी चूत को चाटने लगा जिससे वो ऊफ्फ्फ ऊःह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह की सिसिकियाँ लेते हुए अपने बूब्स को दबाने लगी | मैं उनकी चूत में अपनी ऊँगली को अन्दर बाहर कर रहा था की उनके मुंह से ऊःह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह आह्ह्ह्ह उह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह ऊह्ह्ह आःह्ह की सिसिकियाँ जोर जोर से निकलने लगी | उसकी चूत मैं अपनी ऊँगली डाल कर अन्दर बाहर कर रहा था | उसके बाद मैंने चूत से अपनी ऊँगली निकाल कर | मैंने अपना लंड उसकी चूत के मुंह पर रख कर धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा | उसके मुंह से हलकी हलकी आवाज मैं उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह की सिसिकियाँ लेते हुए | वो अपने बूब्स को मसला रही थी | मैं धक्को की स्पीड धीरे धीरे तेज करने लगा | वो अपने मुंह में अपनी ऊँगली को डाल कर चूसने लगी | मैंने धक्को की स्पीड और तेज कर दी जिससे कमरे में धक्को की आवाज घुजने लगी | तभी मेरी नजर दरवाजे पर पड़ी तो मुझे लगा की कोई दरवाजे से देख रहा है | जब मैंने दरवाजा खोला तो देख की माधुरी दरवाजे से ये सब देख रही थी और अपने बूब्स को मसल रही थी | ये देख कर आंटी डर गयी | पर माधुरी ने कुछ नहीं कहा और वो मेरे लंड को पकड कर चूसने लगी | मैं उसके बूब्स को मसलने लगा | कुछ ही देर में मैंने माधुरी के सरे कपडे उतर दिये | फिर आंटी माधुरी की चुत को चाटने लगी | मैं आंटी की चूत में अपने लंड को डाल कर जोरदार धक्को से चोदने लगा जिससे उसके मुंह से ऊह्ह्ह आह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह की सिसिकियाँ लेते हुए माधुरी की चूत में अपनी ऊँगली को अन्दर बाहर कर रही थी | कुछ देर तक में आंटी को चोदता रहा | फिर आंटी की चूत से अपने लंड को निकाल कर माधुरी की चूत में अपने लंड को डाल कर धीरे धीरे धक्को के साथ चोदने लगा जिससे उसके मुंह से उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह की सिसिकियाँ निकल गयी | मैंने धीरे धीरे धक्को की स्पीड तेज कर दी | तो वो अपने बूब्स को मसलते हुए | अपनी चूत को सहलाने लगी | मैं उसको जोर जोर के धक्के मारकर चोद रहा था | कुछ देर तक चोदने के बाद मैंने उसकी चूत से अपने लंड को निकाल कर आंटी के मुंह में डाल कर अपने लंड को चुसाने लगा | कुछ देर तक वो मेरे लंड को चूसती रही | फिर मैंने अपने लंड को माधुरी की चूत के मुंह पर रख कर जोरदर धक्को से उसको चुदने लगा | उसके मुंह से हलकी हलकी आवाज में उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह करती हुई अपने चूत को हिलाने लगी | मैं उसकी चूत में जोर जोर के धक्के मार कर चोद रहा था | कुछ देर बाद मैंने उसे अपने लंड पर बैठ कर चुदने को कहा तब वो मेरे लंड पर बैठ कर चुदने लगी | आंटी अपनी चूत में ऊँगली से अन्दर बाहर कर रही थी और साथ में उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह किये जा रही थी | 10 मिनट तक मैं उसको जोरदार धक्को के साथ चोदता रहा जिससे उसकी चूत से गर्म पानी निकलने वाला था | तब वो मेरे लंड के ऊपर से उतर कर बेड पर लेट गयी | फिर मैं आंटी की चूत में अपना लंड डाल कर चोदने लगा | आंटी अपना मुंह माधुरी की चूत में घुसा कर उसकी चूत चाटने लगी जिससे कुछ ही देर में माधुरी की चूत से गर्म पानी निकल गया | मैं अभी भी आंटी को जोरदार धक्को से चोदे जा रहा था | वो अपने मुंह से उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह उफ्फ्फ उह्ह्ह्ह उफ्फ्फ्फ़ ऊह्ह्ह आह्ह्ह्ह आह्ह्ह उह्ह्ह्ह उफ्फ्फफ्फ्फ़ आह्ह्ह उह्ह्ह्ह आअह्ह्ह्ह करती हुई | अपनी चूत को हिला रही थी | कुछ देर तक मैं उनकी चूत को जोरदार धक्को से चोदता रहा | फिर मेरे लंड ने सारा माल आंटी के पेट पर ही निकाल दिया |

इस तरह से मैंने आंटी और उनकी बेटी की मस्त चुदाई की | मैं उम्मीद करता हूँ की आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी | कहानी पढने के लिए धन्यवाद् |

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