अंकल आप बडे चोदू हो

   02/04/2019

Uncle aap bade chodu ho:

Hindi sex stories, antarvasna मेरा नाम मदन कुमार है मेरी उम्र 50 वर्ष है, मैं पिछले 25 वर्षों से एक कंपनी में अकाउंट का काम संभालता आया हूं शुरुआत में मेरी इतनी तनख्वाह नही थी कि मैं अपने बच्चों का किसी अच्छे स्कूल में दाखिला करवा पाता लेकिन उसके बावजूद भी मैंने हिम्मत करते हुए अपने दोनों बच्चों लता और अरिहंत का एक अच्छे स्कूल में दाखिला करवा दिया। मुझे उन दोनों से बहुत उम्मीदें थी इसीलिए मैंने उन्हें किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होने दी और वह दोनों भी मेरी उम्मीदों पर खरे उतरे। मैं आज भी जब उस समय को याद करता हूं जिस वक्त में मुसीबत में था लेकिन उसके बावजूद भी मैंने हिम्मत नहीं हारी और अपने बच्चों को एक अच्छी तालीम दी।

धीरे धीरे सब कुछ बदलता जा रहा था लता और अरिहंत ने अपनी 12वीं की पढ़ाई पूरी कर ली अब वह दोनों अपने आगे की पढ़ाई पूरा करना चाहते थे। एक दिन मेरी पत्नी और मैं साथ में बैठे हुए थे मेरी पत्नी मुझे कहने लगी आपने लता और अरिहंत को कोई भी कमी नहीं होने दी लेकिन आपने तो बहुत सारी तकलीफ देखी है। मैंने उसे कहा कोई बात नहीं जब वह दोनों इस चीज को समझने लगेंगे तो उन्हें भी एहसास होगा कि उनके पिताजी ने उनके लिए कितना कुछ किया है मैंने उन्हें एक अच्छे कॉलेज में दाखिला दिलवाया। उसके बाद उन दोनों ने ही अपने कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर ली अरिहंत बेंगलुरु चला गया और लता हमारे पास ही रहती है। लता जॉब करना चाहती थी इसलिए मैंने उसे रोका नहीं और कहा ठीक है बेटा तुम जॉब कर लो और वह नौकरी करने लगी उसकी तनख्वाह भी अच्छी थी। एक दिन मुझे लता ने कहा पापा अब आप काम मत किया कीजिए मैंने लता से कहा बेटा मुझे काम तो करना ही पड़ेगा ना। वह कहने लगी नहीं पापा अब मैं ही काम किया करूंगी लेकिन मैंने उसकी बात को अनसुना कर दिया और मैं अभी नौकरी कर रहा हूं। सब कुछ बहुत ही अच्छे से चल रहा था लेकिन एक दिन ना जाने कहां से मुझे बुरी खबर सुनने को मिली। मेरे एक परिचित ने मुझे बताया कि तुम्हारी लड़की आजकल एक लड़के के साथ गुल खिला रही है मुझे लगा कि चलो कोई बात नहीं वह किसी लड़के से ही तो बात कर रही है मुझे इसमें कोई भी आपत्ति नहीं थी। जब मैंने लता से इस बारे में पूछा कि आखिरकार तुम किस से बात करती हो, मैंने सुना है कि आजकल तुम किसी लड़के के साथ ऑफिस के बाद दिखाई देती हो।

लता कहने लगी नहीं पापा ऐसा तो कुछ भी नहीं है मैंने लता को समझाया और कहा देखो बेटा मैं तुम्हारा बाप हूं मुझे सब कुछ पता है कि आखिर तुम कहां जाती हो और क्या करती हो। लता फिर भी मुझे कुछ बताने को तैयार नहीं थी मैंने उसे उस लड़के के बारे में कहा तो लता ने मुझे उसके बारे में बताया और कहने लगी पापा मैं संतोष से प्यार करती हूं। मैंने लता से कहा चलो कोई बात नहीं तुम संतोष से प्यार करती हो मुझे इसमें कोई आपत्ति नहीं है। मैंने आज तक कभी भी तुम्हारी परवरिश म कमी नहीं रखी जिसकी वजह से मुझे शर्मिंदगी का सामना करना पड़े लेकिन यह बताओ संतोष करता क्या है? लता एक मिनट तक तो चुप रही है उसने मुझे कुछ नहीं कहा लेकिन मैंने उसे दोबारा वही सवाल पूछा कि आखिर संतोष करता क्या है? उसने मुझे जवाब दिया पापा वह हमारी कंपनी में ड्राइवर है मुझे यह बात बुरी लगी और मैंने लता को ऊंची आवाज में चिल्लाते हुए कहा तुम्हारा दिमाग तो सही है मैंने तुम्हें इसलिए इतनी अच्छी तालीम दी थी कि तुम यह सब करो। लता चुप हो गई और कहने लगी पापा मुझे मालूम था आप मुझ पर गुस्सा हो जाएंगे इसीलिए तो मै आपको कुछ बताना नहीं चाहती थी। मैंने लता से कहा अभी तुम यहां से चली जाओ मुझे तुमसे कोई बात नहीं करनी और वह अपने रूम में चली गई। मेरी पत्नी आई तो वह मुझसे पूछने लगी आप बहुत गुस्सा हो रहे हैं क्या हुआ? मैंने उसे कहा तुम जाने दो बेवजह तुम टेंशन ले लोगे लेकिन उसने मुझे कहा कि आप मुझे बताइए तो सही आखिर हुआ क्या है। मैंने उसे सारी बात बताई तो वह भी टेंशन में आ गई और मुझे कहने लगी क्या हम लोगों ने इतनी मेहनत इसीलिए की थी आपको लता को समझाना पड़ेगा।

मैंने अपनी पत्नी से कहा ठीक है मैं उसे इस बारे में शांति से बात करता हूं। मैंने 2 दिन बाद लता से बात की और उसे समझाया देखो बेटा यह बिल्कुल भी सही नहीं है मैंने इतनी मेहनत तुम्हें पढ़ाने में की है और तुम वही कर रही हो जो मैं नहीं चाहता हूं। मैंने कितनी मेहनत की है और कितने मुश्किल से मैंने तुम दोनों की पढ़ाई पूरी करवाई मैं ही जानता हूं लेकिन तुम ऐसा मत करो। लता कहने लगी ठीक है पापा यदि आपको इससे तकलीफ होती है तो मैं आज के बाद संतोष से कभी नहीं मिलूंगी और उससे मे सारे रिश्ते तोड़ दूंगी। मैं तो यही चाहता था कि लता संतोष से अपने सारे रिश्ते तोड़ ले और वह उसे कभी मिले भी नहीं और ऐसा ही हुआ वह उसके बाद उसे कभी नहीं मिली। मुझे इस बात की खुशी थी कि लता मेरी बात मान चुकी थी लेकिन मेरी खुशी ज्यादा दिन तक नहीं रहने वाली थी। एक दिन मैं अपने ऑफिस से जल्दी घर आ गया तो मैंने देखा लता अपने कमरे में लेटी हुई थी और दरवाजा खुला था उसने उस दिन शराब पी हुई थी और वह नंगी लेटी हुई थी। मैं उसे नंगा देखकर पूरी तरीके से चौक गया उसके शरीर से शराब की बदबू आ रही थी। अब मैं बहुत परेशान रहने लगा था मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था। एक दिन वह अपनी सहेली को घर पर लेकर आई उसका नाम मोना है मुझे नहीं मालूम था कि मोना भी उसी की तरह है और उसी की वजह से लता पर भी गलत असर पड़ा है। वह दोनों कमरे में लेटी हुई थी लता मोना की चूत में डिलडो डाल रही थी मैं यह सब देखकर चौक गया मैं कभी सोच भी नहीं सकता था कि लता ऐसा कर सकती है।

मेरे सारे सपने चकनाचूर हो चुके थे क्योंकि लता को मैंने बड़े प्यार से पाला पोसा था परंतु उस वक्त मेरा मूड भी लता और मोना को देखकर खराब होने लगा था मैं उन दोनों की चूत मारना चाहता था और मैंने ऐसा ही किया। मैंने जब लता और मोना से कहा कि तुम यह सब क्या कर रही हो तो वह दोनो घबरा गई मैंने जब उसने हाथ से डिलडो को लिया तो मैंने लता और मोना से कहा क्या तुम यह सब भी करने लगी हो। यह सब क्या अच्छा है तो लता कहने लगी पापा मैं जवान हो चुकी हूं और आप मुझे इन सब चीजों से दूर नही रख सकते। मैंने लता से कहा तुम चुप हो जाओ मैं फिलहाल मोना से बात कर रहा हूं। मैं जब मोना से बात कर रहा था तो मोना मेरी तरफ देखकर अपनी लार टपकाने लगी थी मुझे उस दिन कुछ ठीक नहीं लगा और मैं अपने कमरे में चला गया। मैं यही सोचता रहा कि मुझे क्या करना चाहिए जिससे कि लता और मोना की दोस्ती खत्म हो सके लेकिन उन दोनों को अलग कर पाना बहुत ही मुश्किल था। मोना की वजह से ही लाता पर भी गलत असर पड़ रहा था और मैं यह सब तो देखे ही चुका था। मैंने भी सोच लिया था कि मैं लता और मोना को चोदकर कर रहूंगा इसलिए एक दिन मैंने मोना को फोन किया और मोना को मिलने के लिए बुलाया। उस दिन लता कहीं काम से बाहर गई हुई थी जब वह मुझसे मिलने आई तो मैंने मोना को समझाया और कहा देखो मोना जवानी के जोश को मैं समझ सकता हूं लेकिन यह गलत है ऐसा नहीं करना चाहिए।

मोना कहने लगी नहीं अंकल इसमें कुछ भी गलत नहीं है। मैंने उसे कहा तुम्हें इसमें कुछ भी गलत नहीं लगता तो वह मुझसे कहने लगी नहीं मुझे तो इसमें कुछ गलत नहीं लगता मैंने मोना से कहा तो क्या तुम मेरे लंड को भी अपनी योनि में लोगी? वह कहने लगी हां क्यों नहीं मुझे तो इससे कोई भी आपत्ति नहीं है मैं बड़े खुले विचारों की हूं। मुझे नहीं मालूम था कि मोना की मां एक नंबर की जुगाड़ है और उसी की वजह से वह  भी अपनी मां पर ही गई है। मैं जब उसे कमरे में ले गया तो वह मुझसे कहने लगी अंकल आप भी बड़ी देर कर रहे हैं जल्दी से करो ना मैं कितना देर से अपने कपड़े खोलकर बैठे हुई हूं लेकिन आप तो ना जाने क्या देर कर रहे हैं। मै बिस्तर में उसके साथ बैठा तो उसके स्तनों को मैं दबाने लगा। वह मुझे कहने लगी आपको तो बहुत अच्छा लग रहा होगा ना मैंने उससे कहा मुझे तो बहुत अच्छा लग रहा है। वह मुझे कहने लगी आप मेरे होठों को भी किस कर लीजिए मैंने उसके होठों को किस कर लिया जब मैंने उसकी योनि को चाटना शुरू किया तो मुझे बड़ा अच्छा लगने लगा। मैं उसकी योनि को काफी देर तक चाटता रहा जब उसकी योनि से पानी बाहर निकलने लगा तो वह मचलने लगी मैंने उसकी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवा दिया।

जैसे ही मेरा मोटा लंड उसकी योनि में प्रवेश हुआ तो वह चिल्ला उठी। मैं उसे बड़ी तेजी से धक्के मारने लगा मुझे उसे धक्के देने में बहुत आनंद आता और काफी देर तक मैं उसकी टाइट योनि के मजे लेता रहा जब हम दोनों संतुष्ट हो गए तो लता भी आ गई। लता मेरे लंड को देखकर रह ना सकी वह कहने लगी पापा आप क्या कर रहे हैं मैंने उसे अपने पास बुलाया और उसके कपड़े खोल दिए। जब मैंने उसकी चूत मारनी शुरू की तो वह कहने लगी मुझे बड़ा मजा आ रहा है। मोना कहने लगी तुम्हारे पापा ने तो मेरी हालत खराब कर दी थी और काफी देर से लगे हुए थे लेकिन उनका तो माल ही नहीं गिर रहा था और वह बड़े अच्छे से मेरे बदन को महसूस कर रहे थे। मैं भी खुश था और बड़ी तेजी से लता की चूत मे मैंने अपने लंड को अंदर बाहर किया जिससे कि हम दोनों की इच्छा भी पूरी हो गई। उसके बाद मुझे लता और मोना के रूप में सेक्स करने के लिए साथी मिल चुकी थी।

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