स्मृति के साथ जमकर सेक्स

   20/03/2020

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Smriti ke sath jamkar sex आकाश बोलने लगा कि चलो हम लोग घर चलते हैं और हम लोग अपने घर चले आए थे। हम दोनों आकांक्षा को मिलने के लिए गए थे लेकिन अब आकाश और आकांक्षा के बीच बिल्कुल भी नहीं बनती है। उस दिन मैं आकाश के साथ आकांक्षा को समझाने के लिए गया था लेकिन आकांक्षा आकाश की बात नहीं मानी इसलिए आकाश ने मुझे कहा कि हम लोग यहां से चलते हैं। आकांक्षा अब आकाश को डिवोर्स देना चाहती थी और उन दोनों के अलग हो जाने के बाद आकाश की जिंदगी काफी बदलने लगी थी। वह बहुत ज्यादा परेशान रहने लगा था लेकिन मैंने आकाश का साथ हमेशा ही दिया है और उसे मैंने कहा कि तुम अपनी जिंदगी में आगे बढ़ने की कोशिश करो। आकाश बहुत ज्यादा परेशान हो चुका था वह पूरी तरीके से टूट चुका था लेकिन उसके बावजूद भी आकाश ने हिम्मत नहीं हारी थी। आकाश बहुत ही ज्यादा खुश था कि अब वह अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुका है। आकांक्षा को वह भूल चुका था और अपनी जिंदगी में आगे बढ़ चुका था। आकाश की जिंदगी से आकांक्षा चली गई तो उसकी जिंदगी में सब कुछ ठीक होने लगा।

वह अब बहुत ही ज्यादा खुश है कि अब उसकी लाइफ में सब कुछ ठीक हो चुका है। मैं भी बहुत खुश था कि आकाश अपनी जिंदगी में आगे बढ़ कर अब अपनी लाइफ को अच्छे से जी पा रहा है। आकांक्षा और उसके डिवोर्स हो जाने के बाद अब आकाश की जिंदगी में महिमा भी आ चुकी है। महिमा और आकाश एक दूसरे को पहले से ही जानते थे और महिमा आकाश को हमेशा से ही पसंद करती थी लेकिन आकाश आकांक्षा के साथ शादी करना चाहता था यही वजह थी कि महिमा उससे दूर होती चली गई। महिमा ने उस वक्त उसका साथ दिया और महिमा और वह जल्द ही एक दूसरे से शादी करना चाहते थे। मैं बहुत ज्यादा खुश हूं कि आकाश की जिंदगी सही से चल रही है। आकाश मेरा बहुत अच्छा दोस्त है जब भी मुझे आकाश की जरूरत होती है तो वह मेरे साथ हमेशा ही खड़ा रहता है।

मुझे इस बात की बड़ी खुशी है कि आकाश हमेशा ही मेरी जरूरत के वक्त में मेरे साथ खड़ा रहा है। मुझे आज भी वह दिन याद है जब मेरे पास नौकरी नहीं थी और घर की आर्थिक स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं थी लेकिन उस वक्त आकाश ने हीं मेरी मदद की थी। मैं ज्यादातर अपने काम के सिलसिले में बाहर ही रहता हूं और काफी दिन हो गए थे मैं आकाश को मिला नहीं था आकाश का मुझे फोन आया और वह मुझे कहने लगा कि काफी दिन हो गए हैं तुमसे मिला भी नहीं हूं तो सोच रहा था कि तुमसे मुलाकात कर लूँ। मैंने आकाश को कहा कि हम लोग आज ही मिलते हैं मैं आज ही दिल्ली से लौटा हूं तो मैं तुमसे मुलाकात करता हूं। मैं उस दिन आकाश को मिलने के लिए उसके घर पर चला गया मैं जब आकाश को मिला तो उस दिन मुझे काफी अच्छा लगा। मैं  ज्यादातर अपने काम के सिलसिले में बाहर ही रहता था। एक दिन मैं दिल्ली से चंडीगढ़ का सफर कर रहा था तो वह सफर मेरे लिए बहुत यादगार रहा। सफर के दौरान मेरी मुलाकात स्मृति के साथ हुई स्मृति जो कि मेरे सामने वाली सीट में बैठी हुई थी और स्मृति से मिलकर मुझे बहुत ही अच्छा लगा।

मैंने उस दिन स्मृति का नंबर भी ले लिया था और उसका नंबर लेने के बाद जब मेरी उससे फोन पर बातें होने लगी तो हम दोनों एक दूसरे से बहुत ही ज्यादा बातें करने लगे थे। यह हम दोनों के लिए बड़ा अच्छा था जिस तरीके से हम दोनों एक दूसरे के साथ बातें करते हैं और मैं बहुत ही ज्यादा खुश हूं कि स्मृति और मेरी जिंदगी अच्छे से चल रही है। स्मृति के मेरी जिंदगी में आने से मेरी लाइफ पूरी तरीके से बदल चुकी है और मेरी जिंदगी में इतनी खुशियां है कि मैं हमेशा खुश रहता हूं। स्मृति मुझसे बहुत ही ज्यादा प्यार करती है और हम दोनों एक दूसरे के साथ बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। जिस तरीके से स्मृति और मैं एक दूसरे के साथ होते हैं उससे हम दोनों को बहुत ही अच्छा लगता है। मुझे भी इस बात की खुशी है कि स्मृति और मैं एक दूसरे को बड़े अच्छे से समझ पाते हैं और यह हम दोनों के लिए बहुत ही अच्छा है। स्मृति और मैं एक दूसरे से अक्सर मिलने की कोशिश किया करते हैं। हालांकि मेरे पास कम समय होता है लेकिन फिर भी मैं कोशिश करता हूं कि मैं स्मृति को मिला करुं।

एक दिन मैं और स्मृति साथ में बैठे हुए थे उस दिन जब हम लोग अपनी पहली मुलाकात के बारे में बात कर रहे थे तो हम दोनों बहुत ही ज्यादा खुश थे। मुझे भी इस बात की बड़ी खुशी थी कि स्मृति के साथ मैं कुछ समय बिता पा रहा हूं। यह बात मैंने आकाश को भी बता दी थी कि मेरा स्मृति के साथ रिलेशन चल रहा है। आकाश स्मृति को मिलना चाहता था और मैंने आकाश को कहा कि मैं तुम्हें स्मृति से जरूर मिलवाऊंगा। जब मैंने एक दिन आकाश को स्मृति से मिलवाया उससे मिलकर आकाश काफी खुश था। स्मृति को भी आकाश से मिलकर बहुत ही अच्छा लगा क्योंकि अक्सर मैं आकाश की बात स्मृति से करता रहता हूं इसलिए उस दिन उसे बहुत ही अच्छा लगा जब उसने आकाश से बातें की। एक दिन मुझे अहमदाबाद जाना था मैंने उस दिन जब स्मृति से कहा कि मुझे तुमसे मिलना है क्योंकि मुझे अहमदाबाद जाना है तो वह कहने लगी कि ठीक है मैं तुमसे आज शाम को मिलती हूं। मुझे अगले दिन अहमदाबाद जाना था और मैं उस दिन शाम को स्मृति को मिला तो उसे बहुत ही अच्छा लगा और हम दोनों ने साथ में अच्छा समय बिताया।

अगले दिन मैं अहमदाबाद चला गया था और वहां पर मुझे कुछ दिनों तक रहना पड़ा और उसके बाद मैं वहां से वापस लौट आया था। जब मैं वहां से वापस लौटा तो मेरी मुलाकात स्मृति से हुई स्मृति और मैं एक दूसरे से हमेशा ही मिलने की कोशिश किया करते हैं। स्मृति और मेरा मिलना तो होता ही रहता है मुझे बहुत ही अच्छा लगता है जब मैं उससे मुलाकात करता हूं मुझे इस बात की बड़ी खुशी है। स्मृति और मै एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते हैं। हम दोनों एक दूसरे से मिलते हैं तो हमें बहुत ही अच्छा लगता है। उस दिन भी हम दोनों एक दूसरे को मिले जब हम दोनों उस दिन मिले तो उस दिन हम दोनों ने साथ मे काफी अच्छा समय बिताया। मैंने उसके हाथ को सहलाना शुरू किया वह समझ चुकी थी मैं क्या चाहता हूं। मैंने उससे कहा मुझे तुम्हारे साथ में सेक्स करना है। वह भी मेरे साथ सेक्स करने के लिए तैयार थी उसके अंदर भी मेरे साथ सेक्स करने की आग जल रही थी। हम दोनों मेरे दोस्त के घर चले गए जब हम लोग मेरे दोस्त के घर गए तो वहां पर स्मृति और मैं एक दूसरे के साथ बिस्तर में लेटे हुए थे।

मैंने जब अपने लंड को बाहर निकाला तो उसे संजना ने देखते ही अपने हाथो मे ले लिया था और मुझे बढा मजा आया जब स्मृति ने मेरे लंड को हाथो मे ले लिया था। मैंने स्मृति से कहा मेरे लंड को तुम अपने मुंह में ले लो। स्मृति ने मेरे मोटे लंड को अपने हाथों में पकड़ा और बहुत देर तक हिलाया मुझे मजा आने लगा था। वह मेरे लंड को हिलाकर मेरी गर्मी को बढा रही थी मैं बहुत ही ज्यादा खुश था और स्मृति भी बड़ी खुश थी जिस तरीके से वह मेरे लंड को हिलाए जा रही थी। उसने बहुत देर तक मेरे लंड को हिलाया। मेरे लंड से पानी निकल रहा था मैंने उसे कहा तुम मेरे लंड को मुंह में ले लो। स्मृति ने मेरे लंड को अपने मुंह मे ले लिया वह मेरे लंड को सकिंग करने लगी थी। जब वह मेरे लंड को सकिंग करने लगी तो उसको भी मजा आने लगा था और मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था। वह जिस तरीके से मेरे लंड को चूस रही थी और मेरी गर्मी को वह बढा रही थी उसने मेरी गर्मी को बहुत ज्यादा बढ रही थी। मेरा लंड पानी छोड चुका था मै पूरी तरीके से गर्म हो चुका था मुझे गर्मी का एहसास होने लगा था।

मैंने स्मृति को कहा मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा है। स्मृति मुझे कहने लगी मुझे भी बड़ा मजा आ रहा है मुझे तुम्हारे लंड को चूस कर मजा आ रहा है। मैंने स्मृति के बदन से कपड़े उतार कर उसके बदन को महसूस करना शुरू किया वह तड़पने लगी थी। मैंने स्मृति के बदन को गरम कर दिया था मैंने जब उसकी योनि पर उंगली को लगाया तो वह मचलने लगी थी वह कहने लगी मुझसे रहा नहीं जा रहा है। मैंने स्मृति की चूत मे उंगली को घुसा दिया था मुझसे रहा नहीं जा रहा था मैं बहुत ज्यादा गर्म होता चला गया था। मैंने स्मृति की चूत को चाटना शुरू किया उसकी चूत को चाट कर मुझे गर्मी का एहसास होने लगा था वह बहुत ज्यादा गर्म हो रही थी। मै और स्मृति गर्म हो चुके थे हम दोनों रह नहीं पा रहे थे। मैंने स्मृति की चूत पर लंड को टच कर के बाद रगडा तो वह मचलने लगी थी उसकी योनि से पानी निकल रहा था। मैंने धीरे धीरे करके अपने लंड को स्मृति की योनि में प्रवेश करवा दिया था वह चिल्लाने लगी थी।

मेरा मोटा लंड उसकी योनि के अंदर तक चला गया था मैं स्मृति को बड़ी तेजी से धक्के देने लगा था। मैंने देखा स्मृति की चूत से पानी निकल रहा था मुझे मजा आने लगा था और उसे भी अच्छा लग रहा था। मेरे धक्के मे तेजी आती जा रही थी मैं स्मृति को बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था मैं जिस तरीके से उसे धक्के मार रहा था उससे मुझे बहुत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था और स्मृति को भी बहुत ज्यादा अच्छा लग रहा था। मेरे धक्के बढने लगे थे और हम दोनो जमकर सेक्स का मजा ले रहे थे। स्मृति ने मुझे पैरो के बीच मे जकड लिया था वह झड चुकी थी मैं भी स्मृति की चूत की गर्मी को झेल ना सका और मेरा वीर्य गिरने वाला था। जब मैंने अपने माल को स्मृति की चूत में गिराया तो मुझे मजा आ गया था। हम दोनो ने जमकर सेक्स के मजे लिए और उसके बाद तीन बार और सेक्स के मजे लिए। हम दोनो को मजा आता है जब भी हम लोग सेक्स करते है।

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