शोले – ए नॉनवेज स्टोरी – 1

   05/09/2017  

Sholay – A nonveg story – 1:

हेल्लो फ्रेंड्स, मेरा नाम तरुण है और मैं दिल्ली में रहता हूँ | मेरी उम्र 25 साल है और मैं सिर्फ आज कल बकरचोदी ही करता हूँ | मुझे मुन्ह्चोदी करने का बहुत शौक है | मैं हमेशा खुश रहने के लिए दूसरो को भी खुश रखता हूँ | आज जो मैं कहानी लिखने जा रहा हूँ ये मेरे जीवन की पहली कहानी है | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी ये कहानी जरुर पसंद आयगी | तो अब मैं वक़्त बरबाद ना करते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ |

एक दिन की बात है गब्बर भाग रहा था और उसके पीछे ठाकुर भी भाग रहा था पकड़ने के लिए | ठाकुर गब्बर से बोला रुक जा मादरचोद नहीं तो मैं तेरी मैया चोद दूंगा | गब्बर ने भी पीछे पलट कर देखा और कहा कि हट्ट बहनचोद और भागने लगा | उतने में ही ठाकुर ने गोली चलाई और कहा मादरचोद रुक जा | गब्बर की गांड फट गयी और उसने कहा कि बहन के लौड़े गांड में इतनी हिम्मत है तो पकड़ के दिखा | ठाकुर एक बहुत फिट पुलिस वाला था | गब्बर गांजा पीता था जिस वजह से वो थकने लगा | फिर गब्बर ने सोचा कि बहनचोद ये सच में मेरी गांड न मार ले इसिये छुप जाना ही बेहतर है | फिर गब्बर एक झाडी की पीछे छुप गया | जब ठाकुर को गब्बर नहीं मिला तो उसने चिल्लाया | गब्बर बाहर निकल मादरचोद | अपनी अम्मा के भोसड़े में जा कर छुपा है क्या ? गब्बर की गांड फाटे जा रही थी | फिर ठाकुर ने चिल्लाया कि मादरचोद गांड क्यूँ फट रही है तेरी ? बड़ा डाकू बना फिरता है मादरचोद अब निकल गया गांड से गू | ले माँ के लौड़े बन्दूक फेक दी है अब निकल मादरचोद | दिखा बहनचोद अपनी हिम्मत | देखते हैं किसके बताशे ज्यादा गोल है | गब्बर भी बहुत मादरचोद था उसने अपनी गांड के पीछे चाकू छुपा कर रखा था | गब्बर बाहर निकलते हुए बोला | अरे ओ ठाकुर बहुत पकर पकर कर रहा हैं मादरचोद ले आ गया मैं |

अब ठाकुर गब्बर के पास गया और खींच के एक शॉट मार दिया | गब्बर ने मुस्कुराते हुए मुंह से निकले खून को थूका और बोला बस इतना ही दम है तेरी गांड में | तभी ठाकुर ने अपना दूसरा हाँथ उठाया उसे मारने को तो उतने में ही गब्बर ने उसका हाँथ पकड़ा और बस | अब चालू हो चुकी थी लड़ाई | दोनों एक दूसरे को गाली देते हुए मार रहे थे | जब गब्बर को लगा कि वो हारने वाला है तो उसने चाक़ू निकाल लिया | पर ठाकुर होशियार था | उसने उसका चाकू छीन लिया | अब गब्बर के पास और कोई चारा नहीं था | तब ठाकुर हँसते हुए बोला | मादरचोद गब्बर ये हाँथ नही तेरी गांड में डालने वाला लंड है | चल तेरी बहन की चूत जेल | अब गब्बर को 10 साल की सजा हो चुकी थी | फिर एक बार गब्बर और ठाकुर का सामना हुआ | तब गब्बर ने ठाकुर से कहा कि ठाकुर ऐसी कोई जेल नहीं जहाँ पर कोई गब्बर की गांड मार ले | मादरचोद जिस दिन मैं बाहर निकला तेरी अम्मा चोद दूंगा | ठाकुर ये सब सुनने के बाद ठुल्लो से कहा कि ले जाओ इस गांडू की खूब गांड मारना जेल में |

ठाकुर भी छुट्टी ले के अपने गाँव चला गया वापस | जब ठाकुर अपने गाँव के स्टेशन पर पंहुचा ही था कि उसके पास फोन आया | पुलिस हेड ऑफिस वाले सर ने उससे फ़ोन पे कहा कि मादरचोद वो फिर भाग गया उसकी माँ चोदनी है | ठाकुर को ये बात गले से नहीं उतरी | उसने सोचा कि लौड़ा मेरा और लौड़े से गब्बर | बहनचोद चोदु हूँ क्या गांड मरा मरा कर मैंने उसको पकड़ा | अब वो लंड का बाल जेल से भाग गया तो फिर से मैं ही गांड मराऊ क्या ? फिर ठाकुर अपने घर गया और वहां सबसे मिला | ठाकुर एक ठरकी आदमी भी था उसने अपनी बहु को भी चोदा था उसकी एक बहु विधवा है और वो अपनी चूत में ऊँगली डाल कर ही चूत की प्यास बुझाती है पर ठाकुर को चोदने नहीं देती | अब पूरा घर खिलखिला उठा और सभी ठाकुर को देख कर खुश थे | गब्बर पहाड़ी पर से देख रहा था सब चीज़ | ठाकुर को ये नही पता था कि गब्बर उसकी हरकतों पे नजर रखे हुआ है |

सुबह के 8 बजे का वक़्त था | उसकी एक बहु नहा रही थी और एक बहु आँगन में चावल और दाल बीन रही थी और उसका पति चिडियो का शिकार करने जा रहा था | उस समय ठाकुर टट्टी कर रहा था | तभी मौके पर गब्बर वहां पंहुच गया और उसने उसके बेटे को गोली मार दी | उसका बेटा भी मादरचोद बोल के मर गया | ये देख कर उसकी बड़ी बहु दाल चावल छोड़ के भागी गंडफटी में | गब्बर तो मादरचोद ही था | उसने उसे भी गोली मार दी | उसकी छोटी बहु नहाते हुए अपनी चूत सहला रही थी | गोली कि आवाज सुन कर उसकी भी गांड फट गयी | ठाकुर की गांड सूख गयी कि बहनचोद गोली किसने चला दी | ठाकुर नंगा ही बाहर की ओर भागा तो देखा कि वो दोनों मरे हुए मिले उसे | ठाकुर समझ गया था कि ये बहनचोद गब्बर का ही काम होगा | रोते रोते हुए उसने चिल्लाया गब्बर अब तो मैं तेरी माँ चोद दूंगा | उसके बाद ठाकुर तुरंत भाग कर घर गया और अपनी गांड धोयी | फिर उसने अपनी बन्दूक निकाली और जेब में रख कर चल दिया कपडे पहन के | ठाकुर जब उसके अड्डे पंहुचा तो उसने तुरन्त अपनी बन्दूक निकालने के लिये जेब में हाँथ डाला | उसकी बन्दूक गिर चुकी थी | ये सभी ने देख लिया | अब ठाकुर को बंदी बना दिया और गब्बर ने कहा ठाकुर से अब आया है मौका तेरी गांड मारने का | तू मेरी गांड चुदवाना चाहता था जेल मैं | अब मैं तेरी गांड मारूंगा यहाँ | ठाकुर भले ही हिम्मतवाला था पर अब उसने अपनी गांड कड़ी कर ली थी कि गांड तो चुद्वानी ही है | फिर गब्बर ने कालिया से कहा कि उतारो इसके कपडे और कर दो नंगा इस गंडमरे को | फिर कालिया ने उसके कपडे फाड़ के उसे नंगा कर दिया | ये देख कर गब्बर और साम्बा का लंड तन गया | गब्बर उसे चोदने ही जा रहा था कि साम्बा ने कहा सरदार मैं इसकी गांड मारना चाहता हूँ | इसने भी एक बार मेरी गांड मारी है | गब्बर ने कहा ठीक है साम्बा पहले तू इसकी गांड मार फिर मैं इसकी गांड मरूँगा | साम्बा पहाड़ी से कूदा और नीचे आ कर नंगा हो गया | साम्बा का लंड लम्बा था | ये देख कर ठाकुर की गांड फट गयी | ठाकुर ने कहा कि मादरचोद मेरी गांड ऐसे मारना कि गांड फट ही जाये नहीं तो मैं अगर बच गया तो तेरी गांड फाड़ दूंगा | फिर साम्बा ने कहा कि अबे गांडू चुप हो जा | साम्बा बहुत गुस्से में था क्यूंकि ठाकुर ने भी उसकी गांड पहले ही मार ली थी | अब साम्बा ने अपने लंड पर तेल लगाया और एक ही झटके में अपना लंड ठाकुर की गांड में घुसेड दिया | जैसे ही ठाकुर की गांड में साम्बा का लंड घुसा ठाकुर की आँख से आंसू निकलने लगे |

अब साम्बा ठाकुर की गांड चोदने लगा जोर जोर से और ठाकुर की गांड पर जोर जोर से थप्पड़ भी मार रहा था | ठाकुर के मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिसकिया निकल रही थी | साम्बा अपने लंड से उसकी गांड बहुत जोर जोर से चोदने लगा और बोल रहा था कि मादरचोद याद रहेगा तुझे ये दिन | ठाकुर भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए कहा कि गर्दिश में है सितारे गांड मार लो हमारी जिस दिन बहारे चमन में होंगी माँ चोद देंगे तुम्हारी | साम्बा को और तेज गुस्सा आया और उसने अपनी स्पीड बढ़ा दी और जोर जोर से चोदने लगा | ठाकुर के मुंह से लगातार आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की आवाजे आ रही थी | सभी लोग चुदाई देख कर अपने अपने लंड को हिला रहे थे | साम्बा ने 20 मिनट की चुदाई के बाद अपना माल ठाकुर के मुंह में निकाला | अब बारी थी गब्बर के गांड मारने की | गब्बर ने भी अपना बड़ा काला सा मोटा लंड निकाला |

दोस्तों, ये कहानी फ़िलहाल खत्म हो रही है | लेकिन मैं इसका अगला भाग जल्दी ले कर आऊंगा | मैं उम्मीद करता हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी पसंद आई होगी | और मेरी कहानी के अगले भाग का इन्तजार कर रहे होंगे |

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