मेरी प्यारी गांड और हिजड़ा

   19/05/2018

Meri pyasi gaand aur hijda:

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मेरा नाम पारुल है और मैं पुणे की रहने वाली 25 वर्ष की युवती हूं। मैं पहले एक कंपनी में जॉब करती थी लेकिन वहां से मेरी जॉब छूट चुकी थी। क्योंकि कंपनी का घाटा हो गया था इसलिए उन्होंने अपने एंप्लॉय को वहां से निकाल दिया और अब मैं दूसरी जगह जॉब की ट्राई कर रही हूं लेकिन मुझे कहीं पर अच्छी जॉब नहीं मिल पा रही है। यदि कहीं पर जॉब मिलती भी है तो वहां पर बहुत ही कम सैलरी होती है जो कि मैं नहीं चाहती कि इतनी कम सैलरी में काम करूं। जिस कंपनी में पहले जॉब कर रही थी वहां पर मुझे अच्छी सैलरी मिलती थी। इसलिए मैं चाहती हूं कि जिस कंपनी में मुझे जॉब मिले वहां पर मेरी तनख्वाह अच्छी हो। मैं काफी दिनों से परेशान चल रही थी लेकिन मुझे फिर भी कहीं पर जॉब नहीं मिली। एक दिन मैं मॉल गई हुई थी तो एक लड़का पैम्पलेट बांट रहा था। उस लड़के ने मुझे भी बहुत पैम्पलेट दे दिया। अब मैं जब मॉल के अंदर गई तो मैं वहां बैठकर अपने लैपटॉप में कुछ काम कर रही थी। तब मैंने उसे खोल कर देखा तो उसमें एक कंपनी का इस्तेहार था। जिन्हें कुछ लोगों की जरूरत थी। मैंने सोचा मैं फोन करती हूं लेकिन मेरे दिमाग में यह बात आई की शायद यह उस तरीके की जॉब ना हो और बेकार में मेरा समय भी बर्बाद हो जाय। अब मैं मॉल से अपने घर चली गई।

अगले दिन मैंने उस नंबर पर फोन कर ही दिया। जब मैंने उस नंबर पर फोन किया था वह कहने लगे कि हमारे यहां पर वैकेंसी हैं। यदि आप आना चाहते हैं तो आप आ सकते हैं। अब मैं उस कंपनी में इंटरव्यू देने के लिए चली गई। जब मैं उस कंपनी में इंटरव्यू देने गई तो मैंने अपना रिज्यूम वहां रिसेप्शन पर सबमिट करवा दिया। अब मुझे वहां के बॉस ने इंटरव्यू के लिए बुलवाया। जब मैं वहां के बॉस से मिली तो वह बहुत ही जवान थे। उनकी उम्र ज्यादा नहीं थी। अब मैं इंटरव्यू दे रही थी तो वह मेरे सामने ही थे। उन्होंने मुझसे कुछ सवाल पूछे। वह पूछने लगे कि तुम इससे पहले कहां पर जॉब करती थी। मैंने उन्हें बताया कि मैं इससे पहले एक कंपनी में जॉब करती थी लेकिन उनका काम नहीं चल रहा था इसलिए उन्होंने अपने एंप्लाइज को वहां से निकाल दिया और उसके बाद मैं आपकी कंपनी में आई हूं। उन्होंने मुझे कहा कि हमारी फाइनेंस की कंपनी है और हम लोग बड़े-बड़े लोग को फाइनेंस करते हैं। यदि आप हमारे साथ मिलकर काम कर सकती हैं तो आप यहां पर ज्वाइन हो सकती हैं। उन्होंने मुझे बताया कि सैलरी भी आपको अच्छी मिल जाएगी। मैंने सोचा चलो कुछ समय तक यहां पर काम कर ही लेती हूं। अगर अच्छा लगा तो मैं आगे काम कर लूंगी। यदि नहीं लगा तो बीच में मैं काम छोड़ दूंगी। अब मैंने वही ऑफिस ज्वाइन कर लिया।

जब मैं पहले दिन ऑफिस में आई तो मुझे मेरे बॉस मिले। उनका नाम जय है। वह मुझे बहुत ही अच्छे से समझा रहे थे कि कैसे क्लाइंट को आपने हैंडल करना है और किस तरीके से आपको उन्हें सारी जानकारियां देनी है। अब मैं यह सब करने लगी। जब भी मेरे पास कोई आते तो मैं उन्हें बहुत ही अच्छे से समझा देती और वह मुझ से संतुष्ट हो जाते। जिसकी वजह से हमें काफी अच्छा प्रॉफिट होने लगा और हम लोगों ने बहुत ज्यादा फाइनेंस करने शुरू कर दिए। मैंने अपना सौ प्रतिशत दिया। अब मुझे उसके बदले बहुत अच्छा इंसेंटिव भी मिल जाता था और मुझे काम करने में मज़ा आने लगा। मेरे बॉस मुझसे बहुत खुश थे और वो कहते थे कि तुम बहुत ही अच्छे से काम कर रही हो। धीरे-धीरे हम दोनों के बीच बातें कुछ ज्यादा ही होने लगी और हम दोनों बहुत नजदीक आ गए। अब वह मेरे साथ एक दोस्त के तरीके से बर्ताव करते थे और मुझे बहुत ही अच्छे से समझाते थे कि काम किस तरीके से करना है और कैसे आपको काम आगे बढ़ाना है। वह मुझे यह भी कहते थे कि पारुल तुम काम बहुत ही अच्छे से कर रही हो और मैं तुम्हारे काम से बहुत खुश हूं। अब हमारी नजदीकियां बहुत बढ़ने लगी। मुझे भी जय पसंद आने लगे और मैं उनकी तरफ आकर्षित होने लगी।

उनके दिल में भी मेरे लिए कुछ ना कुछ तो चल ही रहा था लेकिन हम दोनों एक दूसरे से इस बारे में बात नहीं कर पा रहे थे। मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद वह पहले पहल करें और उन्हें भी शायद यही लग रहा था कि पहले मैं उन्हें कुछ इस बारे में कहूं। तब वह बात आगे बढ़ाएं लेकिन हम दोनों ने शुरुआत नहीं की और ऐसे ही काफी समय बीतता चला गया। एक दिन उन्होंने मुझे अपने केबिन में बुला लिया और कहने लगे मुझे तुमसे कुछ बात करनी है। उन्होंने मुझे ग्रीटिंग कार्ड दिया। उसके अंदर उन्होंने एक लैटर रखा था। जिसमें उन्होंने सारी बातें लिखती थी। अब जब मैं घर गई तो मैंने वह लेटर पढ़ा उसमें उन्होंने मुझे कहा कि मैं तुमसे बहुत प्रेम करता हूं और अब मैं आगे तुम्हारे साथ रिलेशन रखना चाहता हूं। मैं इस बात से बहुत ही खुश हो गई और मैंने तुरंत ही अपने बॉस जय को फोन कर दिया। जब मैंने उन्हें फोन किया तो वह कहने लगे कि मैं तो तुम्हें कब से एक बात कहना चाह रहा था लेकिन मेरे अंदर हिम्मत ही नहीं हो रही थी लेकिन अब मैंने सोचा कि तुम्हें अपने दिल की बात बता ही देता हूं। मैंने उस दिन उनसे 5 घंटे तक फोन पर बात की और मैं फोन में बात करते-करते ही सो गई।

मैं जब अगले दिन ऑफिस गई तो जय मेरे लिए एक गुलाब का फूल लेकर अपने केबिन में बैठा हुआ था। मैं जैसे ही उसके पास गई तो उसने वह फूल मुझे दिया। मैं उससे बहुत ज्यादा इंप्रेस हो गई मैंने उसे किस कर लिया। जैसे ही मैंने उसे किस किया तो उसने मेरी गांड को दबाना शुरु कर दिया और मेरे स्तनों को भी बड़ी तेजी से दबाया जा रहा था। वह इतनी तेज तेज मेरे स्तनों को दबाने लगा कि मेरे अंदर की उत्तेजना और बढ़ गई मैं पूरे मूड में आ गई। अब उसने मेरे कपड़े खोल दिए और मुझे अपने टेबल पर लेटा दिया। जब उसने मुझे अपनी टेबल पर लेटाया तो उसने मेरे दोनों पैरों को खोलते हुए मेरे चूत को चाटना शुरू किया और बहुत ही अच्छे से मेरी चूत को चाटे जा रहा था। मुझे बहुत मजा आ रहा था जब वह मेरे चूत को चाट रहा था मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मुझसे अब रहा नहीं जाएगा। उसने तुरंत ही मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दिया। मेरी योनि बहुत ज्यादा टाइट थी उसे डालने में बहुत परेशानी हुई लेकिन उसने फिर भी मेरी योनि में लंड डाल दिया। वह बड़े मजे से धक्के देने लगा और मुझे चोद रहा था मुझे भी आनंद आने लगा। उसने मेरे दोनों पैरों को कसकर पकड़ लिया और ऐसे ही मेरी चूत मे अपने मोटे लंड को डाल रहा था

। उसने अपने लंड को मेरी योनि मे पूरा सटा दिया था और मुझे अब बहुत ज्यादा दर्द होने लगा। वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूसने लगा और बड़े प्यार से वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था। मुझे बड़ा मजा आ रहा था जब वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर चूस रहा था तो मेरी उत्तेजना भी पूरी चरम सीमा पर पहुंच जाती। मैं जय का पूरा साथ देने लगी और अपने मुंह से आवाज निकालने लगी। लेकिन उसे बर्दाश्त नहीं हुआ और उसका वीर्य मेरी योनि में ही गिर गया। अब उसने मुझे उठाते हुए मेरी योनि को साफ किया और उसने मेरे चूतड़ों को रास्ते अपने लंड को मेरी चूत मे डाल दिया। वह बड़ी तेजी से धक्के मारने लगा मुझे बहुत दर्द हो रहा था जब वह मेरी चूत मे अपने लंड को डाल रहा था। लेकिन फिर भी मैं उसका पूरा साथ दे रही थी और अपने चूतडो को उसके लंड से मिलाती जा रही थी। जिससे कि मुझे भी बड़ा मजा आ रहा था लेकिन थोड़ी देर बाद मैं झड़ गई और मैं अब ऐसे ही खड़ी रही। जय अब भी बड़ी ही तेजी से मुझे झटके दिए जा रहा था और मुझे उसने इतने तेज तेज झटके मारे कि उन झटको के बीच में उसका माल बड़ी तेजी से मेरी योनि में ही गिर गया। मुझे बहुत गर्म महसूस हुआ मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कोई गरम चीज़ मेरी चूत में घुस गई हो। उसने अपने लंड को जैसे ही बाहर निकाला तो मेरी योनि से उसका सारा माल टपक रहा था। मैंने उसके होठों पर किस करते हुए उसे आई लव यू कहा और उसने भी मुझे आई लव यू टू कहा।

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