मेरी चूत की कभी न ख़त्म होने वाली प्यास -2

   08/08/2017

Meri chut ki kabhi na khatm hone vali pyas-2:

हाय फ्रेंड्स, मैं सारिका आप सभी के सामने अपनी कहानी के अगले भाग को ले कर हाजिर हुई हूँ | कैसी लगी थी आप सभी को मेरी पिछले भाग की कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को बहुत पसंद आयी होगी | तो दोस्तों, मैं आज आप लोगों को उसके आगे कि कहानी के भाग को पूरा करने आई हूँ | जैसा कि मैंने पिछले भाग में बताया था कि कैसे मैंने सूरज से अपनी चूत की प्यास को बुझाया था | पर उसकी शादी की खबर से मैं वहीँ रुक तो सकती नही थी तो मैंने उससे उसके दोस्त का का नंबर ले लिया था | तो मैं अब कहानी शुरू करती हूँ |

मैंने जिस लड़के का नंबर लिया उसका नाम राजेश था | और वो एक स्टूडेंट था और रूम किराये से ले कर रहता था | मैंने उसे रात में फ़ोन लगाया और उससे बात कि –

हेल्लो !

हाँ कौन ?

जी मैं सारिका बोल रही हूँ | आप राजेश हैं क्या ?

हाँ मैं राजेश हूँ | पर आपको मेरा नंबर किसने दिया है ?

मैंने आपका नंबर आप के दोस्त सूरज से लिया है, मुझे आपसे बात करनी है |

हाँ कहिये क्या बात करनी है ?

जी,वो बात ऐसी है कि मैं आप को मिल कर ही बता सकती हूँ |

अच्छा तो एक काम करिए, मैं आपसे कल मिल सकता हूँ पर आप को मेरे घर आना होगा |

मैंने कहा ठीक है, आप अपना पता मुझे दे दीजिये तो मैं कल आपके पास आ जाउंगी |

ठीक है मैं बता देता हूँ आपको अपना पता और अभी मैं सोने जा रहा हूँ तो आप मुझे कल १२ बजे के बाद मेरे घर के पास मिल जाना |

ठीक है मैं मैं कल 12:30 पे आप के घर आ जाउंगी | आप सो जाइये अभी गुड नाईट !

गुड नाईट !

बस उस दिन राजेश से इतनी ही बात हो पाई थी | फिर मैं अगले दिन डीप गले का ब्लाउज पहन के उसके घर तक पन्ह्युची और उसे फ़ोन किया | तो उसने कहा कि ऊपर आ जाओ फिर मैं ऊपर गयी | मैंने दरवाजा नॉक किया और उसने जैसे ही दरवाजा खोला तो मैंने देखा कि उसका बदन गठीला है | वो दिखने में गोरा भी था और उस समय उसने सिर्फ बनियान और हाफ पेन्ट पहने हुए था | उसने ममुझे अन्दर बैठाया और हम बात करने लगे | बात करते करते मैंने उससे पूरी बात कह दी और उससे कहा कि मैं तुमसे चुदवाना चाहती हूँ | वो बहुत जोशीला निकला और मेरे इतना कहते ही मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिया | और मुझे किस करने लगा मैंने भी उसे नहीं रोका और उसका साथ देने लगी | हम दोनों एक दूसरे को 10 मिनट तक खूब चूमा और चाटा | वो मेरे दूध दबाने लगा और मैंने उससे नंगा कर दिया था | उसका लंड काफ़ी मोटा था पर सूरज के लंड से थोडा छोटा था |

मैं उसके लंड चाट चाट के गीला करने लगी और फिर उसे मुंह में भर कर चूसने लगी | मैं जोर जोर से उसके लंड चूसने लगी थी और वो अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगा था | 10 मिनट तक मैंने उसके लंड को खूब प्यार किया | फिर उसने एक एक करके मेरे सारे कपडे उतार दिए और मैं भी अब उसके सामने नंगी खड़ी थी | वो मेरे दूध को मसल मसल कर जोर जोर से पीने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी | वो बहुत अच्छे से मेरे दूध को चूस रहा था और मैं भी मदहोशी की हालत में अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | मुझे उसका ऐसे दूध पीना बहुत ही ज्यादा मदहोश कर रहा था | 15 मिनट तक वो मेरे दूध को खूब मजे मजे ले कर चूस रहा था | फिर उसने मुझे उसके बेड पर लेटा दिया और मेरी टाँगे चौड़ी करके मेरी चूत को चाटने लगा | मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी और गरम हो चुकी थी | वो अपनी जीभ घुमा घुमा के मेरी चूत को चाट रहा था और चूत कि झिल्ली को होंठ से दबा कर चूस रहा था | मैं बस अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करे जा रही थी |

फिर उसने मेरी चूत को चाट कर पूरी गीली कर दिया | अब वो अपना लंड मेरी चूत में रगड़ते हुए पूरा लंड अन्दर घुसेड दिया और जोर जोर से चोदने लगा | मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते हुए एक बार झड़ चुकी थी |

पर वो अब नहीं झड़ा था और जोर जोर से मुझे चोदे जा रहा था | ऐसी चुदाई मेरी किसी ने नहीं की थी जैसा राजेश कर रहा था | वो झटके मार मार कर मेरी भोसड़ी को चोद रहा था और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करते जा रही थी | 40 मिनट तक उसने मुझे खूब चोदा | फिर हम दोनों वहीँ लेट गये | 20 के बाद उसने मुझे फिर से चूमना चालू कर दिया और मैं भी उसे चूमने लगी | चूमते चूमते वो फिर से चुदाई के लिए तैयार हो गया | लेकिन अब वो मेरी गांड मरना चाहता था, मैंने उसे कहा कि मैंने कभी गांड नहीं चुदाई है | तो उसने कहा कि कोई बात नहीं है अब चुदा लो | और वो मेरी गांड के छेद पे थूक के उसे चाटने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | वो मेरी गांड के छेद पे जीभ से गोल गोल घुमाने लगा और उसे चाटने लगा | मैं उसकी ऐसी हरकत देख कर फिर से गरम हो गयी थी और अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी |

फिर उसने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी गांड में जैसे लंड डाला मेरी चीख निकल गयी थी और उसे लंड बाहर निकलने को बोलने लगी | पर वो मेरी सुन ही नहीं रहा था | उसकी पकड़ कमाल की थी जिसके चंगुल से मैं निकल नहीं पा रही थी | वो जोर जोर से मेरी गांड चोदने लगा ओर मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ कर रही थी | थोड़ी देर के बाद मुझे भी मजा आने लगा और मैं भी अपनी गांड उठा उठा के उससे गांड चुदवा रही थी | वो स्पीड बढ़ा कर मुझे जोर जोर से चोदने लगा और मैं अहहहः आआऊँ ऊनंह ऊनंह ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह ऊम्म्ह आहहाआअ अहाआअ हहहाआअ अहहहा ऊउंह ऊम्म्म्ह ऊउम्म्म उऊंन्न अहहहाआअ आआहाआअ उऊंन्ह्ह ऊउम्म्म्ह आहाआ हहाआअ करने लगी थी | अब वो मेरी गांड चोदे जा रह था और मैं अपने हाँथ से चूत को चोद रही थी | आधे घंटे की चुदाई के बाद उसने मुझे कहा कि मैं अपना माल तुम्हे पिलाना चाहता हूँ | तो मैंने कहा ठीक है और अपना मुंह खोल के बैठ गयी | उसने मुठ मरते हुए मेरे मुंह में ही अपना माल निकाल दिया और मैं उसे पी गयी थी | मुझे ये मालूम चल गया था कि ये बहुत बड़ा चुदक्कड है और ये मेरी चूत को शांत कर सकता है | अब मैं उससे रोज चुदवाने लगी | पर एक दिन उसके मकान मालिक ने मुझे मना कर दिया आने के लिए | तो मैं मौका मिलते ही उसे मैं अपने घर बुलवा लेती थी और चुदवा लेती थी |

पर मेरी चूत की प्यास नहीं बुझ रही थी | ऐसा लगता था मुझे कि मैं बस लंड अपनी चूत में डाले रहू और कभी न निकालू |

तो दोस्तों, ये थी मेरी कहानी जिसमे में मैंने सूरज के दोस्त राजेश से चुदवाई | कैसी लगी आप लोगों को मेरी कहानी | मैं आशा करती हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी पसंद आई होगी | मैं आप लोगों को आगे की कहानी में बताउंगी कि कैसे राजेश ने मेरे साथ धोका किया और मुझे अपने दो दोस्तों से चुदवा दिया | वैसे मुझे उनके साथ चुदाई करने में मजा आया था | पर राजेश का ऐसा करना मुझे पसंद नहीं आया कि उसने मेरी चुदाई धोखे से करा दिया था साला बोल के करवा लेटा मैं तो हूँ ही चुदासी |

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