मैडम की चिकनी गांड मारने मे मजा आ गया

   18/11/2018

Madam ki chikni gaand marne me maja aa gya:

desi kahani, antarvasna

मेरा नाम सूरज है मैं चंडीगढ़ का रहने वाला हूं, मेरी उम्र 23 वर्ष है और मैं जिस कॉलेज में पढ़ता हूं उस कॉलेज में मुझे एक मैडम से प्रेम हो गया, उनका नाम रचिता है लेकिन मैं रचिता मैडम से कभी भी अपने दिल की बात नहीं कह पाया क्योंकि मुझे उनसे बात करने में डर लगता है। उन्हें यह बात पता है कि मैं उनके पीछे पड़ा हुआ हूं, मैंने कई बार उन्हें इस बारे में इशारा भी किया लेकिन ना तो मेरे अंदर हिम्मत है और ना ही वह मुझसे इस बारे में जिक्र करती हैं परंतु जब भी मैं उन्हें देखता हूं तो मेरे दिल में एक घंटी सी बजती है, मैं सिर्फ उन्हें देखता ही रहता हूं। रचिता मैडम नेचर की बहुत ही अच्छी हैं।  उनका डिवोर्स हुए एक वर्ष हो चुका है। मैं जब भी उनके पास बैठता हूं तो मुझे हमेशा ही ऐसा एहसास होता है कि जैसे कि वह सिर्फ मेरे लिए ही बनी है लेकिन वह कभी भी अपनी पर्सनल लाइफ को किसी के साथ शेयर नही करते हैं और ना ही उनके चेहरे पर कभी भी मैंने कोई तनाव देखा, वह हमेशा ही मुस्कुराती रहती हैं। मैं हमेशा ही किसी बहाने से उनके पास जाने की कोशिश करता हूं लेकिन वह हमेशा मुझे किसी ना किसी प्रकार से इग्नोर करती हैं, मुझे उनकी आंखों में मेरे लिए प्यार साफ दिखाई देता है। मुझे रचिता मैडम को देखकर हमेशा अपनापन का एहसास होता है।

एक दिन मैंने भी हिम्मत करते हुए उनसे बात कर ली, उस दिन वह कॉलेज की कैंटीन में बैठी हुई थी, मैं भी उनके पास जाकर बैठ गया। मैंने रचिता मैडम से पूछा मैडम क्या मैं आपके पास बैठ सकता हूं, उन्होंने कहा हां बैठ जाओ। उनके साथ बैठकर मैंने उस दिन उनसे अपने दिल की बात कह दी। वह मुझे समझाने लगी और कहने लगी अभी तुम छोटे हो और तुम्हें प्यार का मतलब नहीं पता यदि  तुम्हारी उम्र मेरे जितनी होती तो शायद तुम समझते कि प्यार क्या चीज होती है और अकेला रहने का दर्द क्या है। जब उन्होंने मुझसे यह बात कही तो मुझे लगा कि शायद मुझे उनका साथ देना चाहिए। मैंने उन्हें कहा कि मैडम मैं जिंदगी भर आपका साथ दूंगा। मैं अपने दिल को नहीं मना पाता, जब भी मैं आपको देखता हूं तो मैं आपकी तरफ आकर्षित हो जाता हूं और आपकी बातें मुझे अपनी तरफ खींचती हैं। वह मुझे समझाते हुए कहने लगी सूरज तुम एक अच्छे लड़के हो लेकिन मैं तुम्हारे बारे में कभी भी ऐसा नहीं सोचती, मुझे तुमसे रिलेशन रखने में कोई भी इंटरेस्ट नहीं है, तुम अपने लिए कोई और लड़की देखो, मेरी उम्र भी तुमसे ज्यादा है और तुम मेरे साथ मैनेज भी नहीं कर पाओगे।

उस दिन तो मैडम उठ कर चली गई लेकिन मैंने भी ठान ली थी कि मैं अब रचिता मैडम को अपना बना कर ही रहूंगा इसलिए मैंने पूरा निर्णय कर लिया था। मुझे एक दिन और मौका मिला, उस दिन भी वह कॉलेज की कैंटीन में ही बैठी थी। जब मैं उनके पास बैठा तो वह मुझे कहने लगी तुम दोबारा से आपनी वही पुरानी बात लेकर मत बैठ जाना और यह मत कहना कि तुम मुझसे प्रेम करते हो। जब यह बात मैडम ने मुझसे कहीं तो मुझे थोड़ा बुरा लगा लेकिन मैंने उन्हें कहा कि मैडम क्या ऐसा संभव नहीं हो सकता कि कुछ वक्त हम दोनों एक दूसरे के साथ बिताए यदि आपको मुझ में कोई भी दिक्कत लगे तो आप मुझसे उसके बाद कभी भी बात मत करना। वह कुछ देर तक सोचने लगी लेकिन मैंने भी पूरा निर्णय कर लिया था कि मैं मैडम के साथ रिलेशन में तो जरूर आऊंगा। उन्हें किसी व्यक्ति की जरूरत थी लेकिन वह दिखाना नहीं चाहती थी और अपने चेहरे पर हमेशा ही खुशी के भाव रखती थी, उन्होंने भी मुझसे कहा ठीक है हम दोनों एक दूसरे के साथ कुछ वक्त बिताते हैं यदि मुझे ऐसा लगा कि हमें आगे रिलेशन को चलाना चाहिए तो हम लोग आगे रिलेशन को चलाएंगे नहीं तो तुम मुझसे कभी भी बात नहीं करोगे। मैंने भी उनकी शर्त मान ली और मैं अब रचिता मैडम से बात करने लगा था, हम दोनों की फोन पर भी बातें होने लगी थी, मुझे जितना भी रचिता मैडम के बारे में समझ आया वह काफी अकेली थी और उनके जीवन में कोई भी नहीं है,  वह अब अपने माता पिता के साथ भी नहीं रहती अकेली ही रहती है। मैंने मैडम से कहा कि आप बिल्कुल भी चिंता मत कीजिए, मैं हमेशा ही आपके साथ हूं। अब हम दोनों एक दूसरे को डेट कर रहे थे लेकिन इस बारे में किसी को भी पता नहीं था, मैं मैडम के साथ रिलेशन में रह कर बहुत खुश था, उन्हें जब भी कोई परेशानी होती तो वह मुझे फोन कर देती और मैं चुटकियों में उनकी परेशानी का हल ढूंढ लेता।

उन्हें भी मेरे साथ रहना अच्छा लगने लगा था और वह मेरे साथ रिलेशन में रह कर बहुत खुश थी। हम दोनों ज्यादा से ज्यादा वक्त साथ में बिताने लगे लेकिन उन्हें यही चिंता है कि मेरी उम्र उनसे कम है इसलिए शायद मेरे परिवार में उनसे शादी के लिए मुझे अनुमति नहीं मिलेगी लेकिन मैंने उन्हें कन्वेंस कर लिया और कहा कि वह सब बाद की बातें हैं अभी मैं आपके साथ वक्त बिताना चाहता हूं और आप के साथ अच्छे से रिलेशन में रहना चाहता हूं। हम दोनों की फोन पर इतनी ज्यादा बातें होने लगी थी कि हम दोनों एक दूसरे के बिना एक पल भी नहीं रह सकते थे। मैं जिस दिन उनसे फोन पर बात नहीं करता तो मै उनके लिए तड़प जाता। एक दिन मैं उन्हें फोन कर रहा था लेकिन ना तो उनका फोन लगा और ना ही मेरी उनसे बात हो पाई मैं बहुत ज्यादा चिंतित हो गया। मैंने अपनी बाइक स्टार्ट की और उनके घर पहुंच गया, मैं जब उनके घर पहुंचा तो उन्होंने अपना गेट लॉक किया हुआ था मैंने बेल बजाई तो वह बाहर आ गई। मैंने जब उन्हें देखा तो मैंने उन्हें कहा आपका फोन नहीं लग रहा है, मैं बहुत ज्यादा चिंतित हो गया था उन्होंने मुझे अंदर बुलाया, हम दोनों बैठे हुए थे।

मैंने उन्हें कहा मैं बहुत ज्यादा चिंतित हो गया था उन्होंने मुझे गले लगा लिया, उन्होंने उस दिन मुझे पहली बार किस किया तो मैं रचिता मैडम को किस कर के बहुत खुश था। मैंने उनके स्तनों पर हाथ लगाना शुरू कर दिया यह पहला ही मौका था जब मैंने उनके स्तनों को छुआ था और उनका बदन मेरी बाहों में था हम दोनों ही कंट्रोल से बाहर हो चुके थे, मैंने मैडम को पूरा नंगा कर दिया मैने उनका बदन देखा तो मैं ज्यादा देर तक नहीं रह पाया। उन्होंने मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू किया वह काफी देर तक मेरे लंड को चुसती रही जब मेरा लंड पूरा कड़क हो गया तो उन्होंने मुझे कहा तुम मेरी योनि के अंदर अपने लंड को डाल दो। मैंने भी अपने लंड को उनकी योनि में डाला तो वह उत्तेजित हो चुकी थी, वह मेरा पूरा साथ देने लगी और मुझे कहने लगी तुम ऐसे ही मुझे चोदते रहो। मैंने उन्हें बड़ी तेज गति से झटके देना शुरू कर दिया था जिससे कि उन्होंने भी मेरा पूरा साथ दिया। काफी देर तक मैं उन्हें चोदता रहा, जब मेरा वीर्य पतन हो गया तो मैंने उन्हें उल्टा लेटाया। उनकी गांड को जब मैंने देखा तो वह बड़ी ही मुलायम और चिकनी थी मैंने काफी देर तक उनकी गांड को चाटा, जब मेरा मन उनकी गांड मारने का हुआ तो मैंने सोच लिया आज रचिता मैडम की गांड में मार ही लेता हूं। मैंने जैसे ही अपने लंड को उनकी गांड पर सटाया तो वह मुझे कुछ नहीं कह रही थी। मैंने भी धक्के देकर अपने लंड को उनकी गांड के अंदर प्रवेश करवा दिया और जैसे ही मेरा लंड उनकी सेक्सी गांड के अंदर घुसा तो वह खुश हो गई और कहने लगी तुमने आज मेरी गांड की खुजली मिटा दी, मेरे पति मेरी बहुत गांड मारते थे और उन्होंने ही मुझे गांड मरवाने की आदत डलवा दी। यह बात सुनकर तो मैं बहुत खुश हो गया, मैंने उनकी बडी चूतड़ों को अपने हाथ से पकड़ते हुए बड़ी तेज गति से झटके देना शुरू किया, वह भी अपनी बड़ी गांड को मुझसे टकराती तो मेरे अंदर से एक अलग प्रकार की आवाज आती। जिस प्रकार से वह अपने मुंह से सिसकियां ले रही थी वह तो मेरे लिए एक अलग ही प्रकार का आनंद दे रही थी। मैंने उन्हें बड़ी तेज गति से झटके मारना चालू रखा, जिससे कि मेरा वीर्य मेरे लंड तक पहुंच गया, जैसे ही मेरा वीर्य उनकी गांड के अंदर गिरा तो हम दोनों ही खुश हो गए।

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