होली पर मैंने आंटी को खूब चोदा भाग १

Holi Par Maine Aunty Ko Khub Choda Part 1 :

पुरवा आंटी का फिगर 36-34-40 है,उनके बूब्स और गांड देख कर तो अछे अच्हो का लोडा टाइट हो जाये ऐसा है.

ये बात एक साल पहले की है, में शर्मिल्ला शवाव का होने के कारन ज्यादा किसी  से बात नहीं करता था, पुरवा आंटी के घर में आना जाना होता लेकिन कभी उनके बारे में बुरा नहीं सोचा.

पुरवा आंटी के पति बिजनेसमैन थे तो ज्यादा टार घर से बहार ही रहते थे और उनका बेटा  मेरा ही उम्र का था और मेरा दोस्त भी था, इस लिए मेरा उनके घर आना जाना लगा रहता था.

एक दिन में उनके घर सुबह के वक़्त किसी कम से गया हुआ था, मेने आंटी को आवाज लगे पर कोई रिप्लाई नहीं आया तो में घर के अन्दर चला गया,अनार कोई ना था तो में जाने ही वाला था की आंटी बाथरूम से बहार ई, में देखता ही रह गया वो सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में थी और उनकी गांड और बूब्स का आकार साफ नज़र आ रहा था,क्या बूब्स थे यार बड़े और वो ब्लाउज में ब्रा नहीं पहनी थी तो उनकी बूब्स की दरार भी साफ दिख रही थी जो की काफी बड़ी थी.

मुझे देख कर वो बोली..

बोलो न अंश बेटा क्या काम है. मेने उनको एक बुक दी जो में उनके बेटे के पास से ले गया था और ये बुक विशाल को दे दीजियेगा, उस के बेटे का नाम विशाल है, मैंने पुचा विशाल कहा है, वो बोली वो अपने दोस्तों के साथ बहार गया हुआ है, ये सब बात करते हुए में उनके बूब्स के  दरार जो देख रहा था, और आंटी ने मुझे देखते हुए देख लिया था,वो बोली क्या देख रहे हो, मैंने खा कुछ नहीं आंटी आप बहुत  अची लग रही हो, उन्होंने थैंक्स बोला और में अपने घर आ गया.

घर आने के बाद मेरे दिमाग में पुरवा आंटी के बूब्स और गांड घूम रहे थे और मेरा लंड अब टाइट हो रहा था उसके बारे में सोच कर, में बाथरूम में गया और मेने उनके कातिल बदन को याद कर के मुठ मारी.

मेने देसिद किया की कैसे भी कर के पुरवा आंटी को चोदना है, पर कॉलोनी में पापा की इज्जत बहुत होने के कारन में ज्यादा कुछ नहीं कर सकता था तो में अब ज्यादा वक़्त पुरवा आंटी के घर पे ही होता और उनके बेटे के साथ विडियो गेम्स खेलता बिच में पुरवा आंटी के दर्शन हो जाते और उनकी गांड और बूब्स देख कर मेरा लंड सलामी देता, उन्हें देखते हुए उन्होंने कई बार पकड़ लिया था पर वो कुछ बोलती नहीं थी.

एक दिन में उनके घर गया तो उनका बेटा बहर गया हुआ था और उछले काम से बहार थे, आंटी ने कहा चाय पीके जा, मैंने कहा नहीं आंटी मुझे काम है में चलता हु, वो बोली में घर में अकेली बोर हो रही हु एक मिनट अन्दर तो आओ, मेने खा ठीक है, और में अन्दर बेथ गया.

आंटी चाय बना रही थी और में अपने मोबाइल में पोर्न देख रहा था,थोड़ी देर बाद मेने पीछे देखा तो आंटी चाय ले कर पीछे थी और मेरे मोबाइल में देख रही थी.

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