गर्लफ्रेंड और उसकी माँ को चोदा

   01/10/2017

Girlfriend aur usaki maa ko choda:
हेल्लो फ्रेंड्स कैसे हो आप लोग | आशा करता हूँ की ठीक ही होगे
| वैसे भी भाई लोग मूड ऑफ में कोई सेक्सी कहाँनिया नही पढता ठीक कहा न भाई लोग | थोडा आप लोग मेरे बारे में जान लीजिये फिर मैं आप लोगो को सीधे कहानी को ओर ले चलता हूँ |
तो दोस्तों मेरा नाम प्रताप है मैं लखनऊ का रहने वाला हूँ और मेरा इस साल ग्रेजुएशन का लास्ट साल है | मेरा परिवार एक छोटा परिवार है जिसमे मेंरे मम्मी-पापा और एक बड़ा भाई है जो गवर्नमेंट सेक्टर में जॉब करता है और ज्यादा तर बाहर ही रहता है | पापा मेरे बिल्डर है वो भी ज्यादा तर घर से बाहर ही रहते है देर रात को घर पर आते हैं | मम्मी मेरी एक सीधी-सादी हाउसवाइफ है | चलिए भाइयो मैं अपनी इस परिचय कहानी को आगे न बढा कर सीधा आप लोगो को कहानी की ओर ले चलता हूँ जिससे की आप लोगो की झांटे राख न हो |
तो दोस्त ये कहानी जो मैं आप लोगो को बताने जा रहा हूँ ये मेरे ही जीवन पर बीती है | मैं आप लोगो को एक दम सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ | तो चलिए दोस्तों मैं आप लोगो को आगे ले चलता हूँ | ये बात उस समय की है जब मैं अपनी 12 th की पढाई अपनी ही शहर लखनऊ में कर रहा था | दोस्तों मैं अपने कॉलेज मैं कैप्टेन था सभी कॉलेज के बच्चो ने मिलकर मुझे बनाया था | दोस्तों कॉलेज में सभी स्टूडेंट्स मुझे लाइक करते थे और यहाँ तक की सभी टीचर्स भी मुझे लाइक करते थे | क्योकि मैं पढने में ठीक था और अपने कॉलेज में कई बार फर्स्ट भी आया था | दोस्तों हमारे 11 के एग्जाम होने वाले थे और हम लोग सभी एग्जाम की तैयारी में लग गये | धीरे-धीरे हमारे एक्साम हुए और रिजल्ट भी आ गये | सभी बच्चे पास हो गये थे | और हम लोग अब 12th क्लास में आ गये थे | एग्जाम के बाद हमारे कॉलेज में कुछ नए एडमिशन होते है | अब हमारे कॉलेज में हर साल की तरह इस साल भी न्यू कोम्मर्स कॉलेज मै आ गये थे | मैं अपने कॉलेज का कैप्टेन था तो मैंने उन सभी न्यू कॉमर्स को फ्रेशेर पार्टी दी थी और उन सभी को कॉलेज के रूल्स एंड रेगुलेशन समझा रहा था | उन सभी में एक बहुत ही अच्छी लड़की थी उसका एडमिशन 11वीं क्लास में हुआ था | और वह हॉस्टल में रहने लगी थी | वो दिखने बहुत में बहुत ही अच्छी लगती थी | वो मुझे पसंद आ गयी थी और मैं उसे लाइक करने लगा था | कॉलेज के सभी बच्चे मेरे पास अपनी प्रॉब्लमस ले के आते थे |
धीरे-धीरे 2-3 महीने बीत गये और वह मुझे इतनी अच्छी लगती थी कि मैं सारा दिन बस उसी के बारे में सोंचता था | मैंने उसे पर्पोस मारने की सोंची | एक दिन इंटरवल में मैं अपनी कॉलेज की लाइब्रेरी में अकेला बैठा था | वो मुझे ढूढ़ते हुई मेरे पास आई सायद वो मेरे से कुछ पूंछना चाहती थी वो आकर मेरे सीट के आगे वाली सीट पर बैठ गयी और वह हमारे कॉलेज में टीचर्स डे के तैयारी के बारे में कुछ दिस्कश करने लगी | मैंने उसकी प्रॉब्लम सोल्व करते हुए सोंचा की बेटा मौका अच्छा है पर्पोस मार दे और दोस्तों मैंने डरते हुए उसको पर्पोस मार दिया | उसने कहा की मैं आप को कल सोंचकर बताउंगी मैंने कहा की ठीक है और वहां से चला आया | कल सुभह जब मैं अपने कॉलेज को गया और जब इंटरवल हुआ तो मैं उससे जाके मिला और अपने पर्पोस का रिप्लाई माँगा तो वह मुस्कुराके हाँ करके चली गयी | मैं बहुत खुस था की मुझे अच्छी गर्लफ्रेंड मिल गयी थी | और होता भी कैसे नही मैं दिखने मैं तो स्मार्ट था ही | धीरे-धीरे पूरा साल हो गया था और हमारे कॉलेज में एनुअल फंक्शन की तैयारियां होने लगी 2 दिन बाद एनुअल फंक्शन था | मेरा भी माल एक ड्रामे में पार्टीसिपेट था |
मैं पूरे एनुअल फंक्शन का इंचार्ज था | सारा कुछ मैंने अपने हिसाब से ऑर्गेनाइज कर रखा था | अगले दिन एनुअल फंक्शन था | रात हुई सभी प्रोग्राम हुए सब ने खूब एन्जॉय किया सभी स्टूडेंट्स के पेरेंट्स भी आये थे | सभी ने खूब एन्जॉय किया | जब एनुअल फंक्शन का लास्ट प्रोग्राम होने वाला था तो मैं और मेरी गर्लफ्रेंड स्टेज के पीछे खड़े थे | जाड़ों का महिना था और मेरी गिर्लफ्रेंड को जाडा लग रहा था और वह मरे से चिपक रही थी | दोस्तों जाडा मुखे भी लग रहा था और मैं भी उसे चिपक रहा था | थोड़ी देर बाद वो एकदम से मुझे चिपक गयी दोस्तों मैं भी थोड़ी देर तक उसे चिपकाये खड़ा रहा और बाद में मेरा मन उसके साथ सेक्स करने को कहा क्योकि उससे चिपके-चिपके मैं गरम हो गया था और अब मैं अपने आप को कण्ट्रोल नही कर सकता था | मै उसे लेकर पीछे अकादमिक ब्लाक में चला गया और एक क्लास में घुस गया | पूरा कॉलेज अनुअल डे सेलिब्रेट कर रहा था | मैंने वहां उसे थोड़ी देर तक किस किया और बाद मै उसके दूधो को दाबने लगा | थोड़ी देर बाद में वो भी जब पूरी तरह से गरम हो गयी तब उसने मेरी पेंट को खोला और मेरे लंड को हाथ में ले के खड़ा किया और मुह में लेके चूसने लगी | और मेरे मुह से आह आह आह अहः अहः ओह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह ओह्ह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह इह्ह इह्ह आह आह आह आहा आह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह की सिस्कारिया निकल रही थी | थोड़ी देर बाद में मैंने उसकी पैंटी को खोला और उसे घोड़ी मनाकर उसकी चूत में अपना लंड को डाल के चोदने लगा और वह जोर-जोर से आह आह आह आह इह्ह इह्ह इह्ह इह्ह उन्ह उन्ह उह्ह उह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह आह अहः अहः अहः आह अहः अहः अहः अहः आहा उन्ह उन्ह इह्ह ओह्ह इह्ह आह की सिस्कारिया निकाल रही थी | थोड़ी देर के बाद मैं झड गया और कपडे पहन कर वापस स्टेज के पीछे चले आये |
अब हमारे बोर्ड के एग्जाम भी नजदीक आ गये थे | अब हम लोग अपने एग्जाम की तैयारी में लग गये | एक महीने तक हमारे एग्जाम चले और अब हम लोगो को अपने रिजल्ट का इंतजार था | सब लोग अपने-अपने घर पर थे | मेरी भी गर्लफ्रेंड अपने घर पर चली गयी थी |
एक दिन मुझे मेरी गर्लफ्रेंड का फोन आया | उसने मुझे अपने बर्थडे पर इनवाईट किआ था और घर आने को कहा | मैं अगले दिन उसके घर गया | रात हुई बर्थडे सेलिब्रेट हुआ | सबने खूब डांस किआ और खूब एन्जॉय कर रहे थे | मैं भी डांस कर रहा था और मेरे पैर में मोच आ गयी थी | मैं तो साइड में बैठकर देख रहा था | फिर मेरी गर्लफ्रेंड के कुछ दोस्तों ने बाहर जाने का प्लान बनाया | और वे लोग चले गये | मेरे पैर में मोंच आने से मैं उस दिन वहीँ रुक गया | आंटी जी ने मेरा बिस्तर एक कमरे में लगा दिया था और मुझे पकड़ कर बिस्तर तक छोड़ आयी | मैं थोड़ी देर तक लेटा रहा | फिर मेरे पैर में दर्द होने लगी | मैंने आंटी को आवाज लगाईं वो आयी उन्होंने मेरे पैर में मूव स्प्रे किया और मलने लगी | जब आंटी मेरे पैरों को मल रही थी तब मुझे कुद्गुदी लग रही थी | थोड़ी देर बाद मुझे आराम मिल गया | मैंने आंटी को मना कर दिया कहा की आंटी दर्द अब बंद हो गयी है आंटी तभी मलती रही | थोड़ी देर बाद में आंटी मेरे घुटनों के ऊपर तक अपना हाथ फिराने लगी | वो कभी-कभी मेरे लंड को भी छु ले | मैं थोडा घबराया और सोंचा की क्या बात है आंटी कुछ ज्यादा ही रोमांटिक हो रही है | और होती भी कैसे नही जो अंकल थे मतलब उनके पति वो पुलिस में थे और घर से ज्यादातर बाहर ही रहते थे | थोड़ी देर के बाद आंटी ने मेरे शॉर्ट्स को उतार दिया और मेरे लंड को अपने मुह में लेके चूसने लगी मैंने कई बारी मना भी किआ पर वो नही मानी | लगता था की आंटी लंड की बहुत भूंखी थी और अंकल जी उन्हें चोद नहीं पा रहे थे | थोड़ी देर तक उन्होंने मेरा लंड चूसा और फिर बाद में अपने कपडे उतार दिए | दोस्तों मैंने मन में ही सोंचा की लड़की को चोद ही रहा हूँ अब माँ भी लाइन में लगी है | दोस्तों मैं खड़ा नही हो पा रहा था क्योकि मेरे पैर में मोंच थी तो मैं लेटा ही था | आंटी ने मेरे ऊपर चढकर मेरे लंड को पकड़ कर अपनी चूत में दाल लिया और अपने आप ही अपनी चूत मेरे लंड से कूद-कूद कर चोद रही थी और उनके मुह से आह अहः अहः हाह आहाह अहः अह ओह्ह ओह्ह ओह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह आह आहा अहा हाहा हह हा इह्ह इह्ह इह्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह उन्ह अहह आह अहः अहह हाहाह हह अहहाह हाहा ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह ओह्ह अहः हाहा हाहा ह्हहा हाहाह आह हाहा ह अहः अह की सिस्कारिया निकाल रही थी | मुझे भी मजा आ रहा था बिना मेहनत किये हुए चूत को चोद रहा था | थोड़ी देर के बाद आंटी और मैं दोनों ही एक साथ झड गये थे | आंटी ने कपडे से पहले अपनी चूत पोंछी और बाद में मेरे लंड को साफ किया और अपने कपडे पहन कर अपने कमरे में चली गयी |
तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी इस तरह से मैंने अपनी गर्लफ्रेंड और उसकी माँ को चोदा | आशा करता हूँ की आप लोगो को अच्छी लगेगी |

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