दोस्त की विधवा माँ की अन्तर्वासना शांत की

   17/01/2018

Dost ki vidhwa maa ki antarvasna shaant ki:

pyasi choot हेल्लो दोस्तों मेरा नाम सिवांक है और मैं आज एक बार फिर आप लोगो की सेवा में हाज़िर हूँ | मैं उम्मीद करता हूँ की मेरे सभी दोस्त ठीक होंगे और भरपुर मस्ती कर रहे होंगे | दोस्तों मैं जो आज कहानी आप लोगो के सामने पेश करने जा रहा हूँ ये मेरे जीवन की सच्ची कहानी है | मुझे इस चुदाई में बहुत मज़ा भी आया था और अपने दोस्त की मम्मी को खुश भी कर दिया था | दोस्त की मम्मी मेरे लंड की लम्बाई और मोटाई से बहुत खुश हुई थी और उसी चुदाई के बाद वो मुझसे अक्सर अपनी चूत की सेवा काराया करती हैं | दोस्तों मैं कहानी को शुरू करने से पहले अपने बारे में बता देता हूँ | मैं रहने वाला एक यू पी के एक गाँव से हूँ और मेरी उम्र 22 साल है | मैं अभी बी ऐ फस्ट इयर में पढ़ता हूँ | मैं दिखने में काफी हट्टा कट्टा हूँ जिससे मेरी बॉडी और शरीर बहुत मस्त लगता है | दोस्तों मेरी फिटनेश ठीक है जिसकी वजह से मुझसे लड़कियां जल्दी पट जाती है | मैंने अभी तक काफी लड़कियां पटाई है और ज्यादा लड़कियों की चुदाई करने के बाद ही छोड़ा है | दोस्तों मैं जिस लड़की की एक बार चुदाई कर देता हूँ वो लड़की मुझसे खुश हो जाती है क्यूंकि मैं उस लड़की को खुश कर देता हूँ | दोस्तों मैं जो आज कहानी आप लोगो के सामने पेश करने जा रहा हूँ मुझे उम्मीद है की आप लोगो के मेरी कहानी पसंद आयेगी और इस कहानी को पढने में आप लोगो को मज़ा तो जरुर आएगा |

दोस्तों ये कहानी अभी कुछ दिन पहले की है जब मैं 12 में पढता था और उस टाइम मेरा एक दोस्त था जिसका नाम अर्जुन था | अर्जुन मेरा अच्छा दोस्त था तो मैं कभी कभी उसके घर भी जाया करता था | दोस्तों मैंने उससे पहले कभी शादीशुदा औरत की चुदाई नही की थी तो मेरे मन में अक्सर ये बात आती रहती थी की मैं किसी शादीशुदा औरत की चुदाई करता हूँ | दोस्तों मुझे नही पता था की ये मेरी ख्वाहिश अर्जुन की मम्मी पूरी करेंगी | मैं कहानी को आगे बढ़ाने से पहले अर्जुन की मम्मी के बारे में बता देता हूँ | उनका नाम ममता है और उनकी उम्र 38 साल थी | दोस्तों वो दिखने में तो 30 साल की मस्त माल लगती थी | उनकर बड़े बड़े बूब्स जो एकदम गोलमटोल थे | उनके बूब्स के साथ उनकी गांड भी एकदम मस्त बड़ी थी जिसको देखकर मेरा लंड खड़ा हो जाता और मेरे अन्दर का सैतान जग जाता था | वो अपने घर में ही एक छोटी सी दुकान खोल रक्खी थी जिसको वो चलाती थी | मैं जब उनके घर जाता था तो वो मुझे घुर घुर कर देखा करती थी और मुझे मेरे नाम से बुलाती थी | जब वो मेरा नाम लेकर बोलती थी तो मुझे बहुत अच्छा लगता था | दोस्तों एक दिन की बात है जब मैं उनके घर गया था तो वो मेरे लिए चाय बना कर लाई और मुझे देने के लिए नीचे झुकी तो मुझे उनके बड़े बड़े बूब्स दिखने लगे | उन्होंने उस दिन ब्रा नही पहनी हुई य सायद घर पर ब्रा न पहनती हो कुछ भी हो सकता है | जब मैं उनके बूब्स को घुर घूरकर देखने लगा | वो  मुझसे बोली सिवांक क्या देख रहे हो ?

मैं – कुछ नही आंटी बस ऐसे ही |

वो – मुझे पता है तुम क्या देख रहे हो पर मैं तुम्हारे मुंह से सुनना चाहती हूँ |

जब उन्होंने ये बात बोली तो मैंने भी बिना किसी हिचकिचाहट के कह दिया | आप के बूब्स बहुत मस्त है तो वो सेक्सी स्माइल देकर बोली सच में तुमको इतने अच्छे लग रहे हैं | मैंने कहा हाँ अच्छे हैं तभी तो कह रहा हूँ | तब वो मुझसे बोली की पहले चाय पी लो फिर दूध भी पिला दूंगी | दोस्तों उनके मुंह से जैसे ही मैंने सुना तो मेरे मुंह की चाय बाहर आ गयी और मेरे चाय ऊपर चढ़ गयी तो वो मेरी पीठ पर हाथ से सहलाने लगी | कुछ देर बाद मैं सही हुआ तो वो बोली मैने ऐसा क्या बोल दिया था | तब मैंने कहा कुछ नही और उनकी तरह देखकर आंख मार दी तो वो मेरे ऊपर आ कर बैठ गयी | वो जैसे ही मेरे ऊपर आकर बैठ गयी तो मेरा लंड खड़ा हो गया और उनकी गांड में घुसाने लगा | तब वो मेरे लंड को पैंट के ऊपर से दबाने लगी और मैंने उनकी होठो पर अपनी होठो को रख कर चूसने लगा | मैं उनकी होठो को मुंह में रख कर चूस रहा था और वो मेरी होठो को चूस रही थी | मैं उनकी होठो को अपनी होठो से दबा दबा कर चूस रहा था और वो मेरी होठो को चूसने के साथ मेरे लंड को पैंट से बाहर निकाल कर हिलाने लगी | मैं उनकी होठो को चूसने के साथ उनके मस्त बूब्स को दबाने लगा | मैं उनके बूब्स  को दबाने के साथ हाथ को उनकी चूत पर रख दिया | मैंने जैसे ही अपने हाथ को उनकी चूत पर रखा तो मेरा लंड झटके मारने लगा |

फिर मैंने उनके ब्लाउज को खोल दिया और उनके बूब्स को मुंह में रख कर चूसने लगा | वो मेरे सर को दबाती हुई अपने बूब्स को चूसा रही थी और मैं चूस रहा था | तभी अर्जुन ने दुकान से आवाज दी तो वो मुझसे छोड़ने के लिए बोली तब मैंने उनको छोड़ दिया | वो उठ कर चली गयी और मैंने अपनी पैंट बंधी और बाहर चला आया | दोस्तों मुझे उस टाइम अर्जुन पर बहुत घुस्सा आ रहा था | फिर वो दुकान में बैठ गयी और बोली की कल मैं अर्जुन को बाहर सामान लेने भेज दूंगी तब हम सेक्स करेंगे  | मैं तब अपने घर चला आया और उसके दुसरे दिन जब मैं उनके घर गया तो वो अर्जुन को बाहर भेज दिया | तब मैंने उनको अपनी बाँहों में उठा लिया और उनको उनके बेडरूम में ले गया | मैंने उनको उनकी बेड पर लेटा दिया और उनके साथ लेट गया | फिर मैंने उनकी होठो को मुंह में रख लिया और उनकी होठो को चूसने लगा | वो मेरी होठो को चूसने लगी | मैं उनकी होठो को चूसने के साथ उनके बूब्स को ब्लाउज के ऊपर से दबा रहा था तो उनके मुंह से तेज सांसे निकल रही थी जो मेरे जोश को बढ़ा रही थी | तब मैंने उनके ब्लाउज को खोल दिया और तो मैंने देखा की उस दिन उन्होंने काले रंग की ब्रा पहन रक्खी थी | मैंने उनका पेटीकोट भी खोल दिया और तो वो नीचे पैंटी भी काले रंग को पहन रक्खी थी | दोस्तों मैंने उनके ब्रा को खोल दिया और उनके बूब्स को दबाते हुए मुंह में रख लिया | जब मैंने उनके बूब्स को मुंह में रख लिया और जोर जोर से चूसने लगा तो उनके मुंह से तेज आवाज में आ आ आ उह उह… ऊ ऊ ऊ अह आ ओह. की सिसकियाँ लेने लगी | मैं उनके वो सिसकियाँ को सुनकर उनके बूब्स के निप्पल को होठो से पकड कर खीच खीच कर चूसने लगा | मैं उनके बूब्स को ऐसे ही कुछ देर तक चूसता रहा |

फिर मैंने उनकी चूत में अपनी जीभ को घुसा कर चाटने लगा तो वो आ आ आ… ऊ अह ऊ ऊ उई…. उह उह उह हाँ हाँ अह… की आवाजे करने लगी | मैं उनकी चूत के दाने को हाथो से पकड कर खीच खीच कर चाट रहा था | दोस्तों मैं उनकी चूत को चाटने के साथ में अपनी उँगलियाँ भी घुसा दी जिससे उनके मुंह से तेज तेज आहे निकलने लगी | मैं उनकी चूत मैं अपनी उँगलियों को डाल कर ऐसे ही कुछ देर तक हिलाता रहा जिससे उनकी चूत से पानी निकल गया | तब मैंने अपने कपडे निकाल दिए और अपने लंड को उनके हाथ में पकड़ा दिया | वो मेरे लंड को हाथ में पकड हिलाती हुई मुंह में रख कर चूसने लगी | वो मेरे लंड को मुंह में रख कर अन्दर बाहर करती हुई चूस रही थी और मैं सर बालो को पकड कर जोर जोर से अन्दर बाहर करते हुए चूसा रहा था | मैं अपने लंड को ऐसे ही कुछ देर तक चुसाने के बाद मैंने उनकी टांगो को पकड कर अपनी और खीच लिया और उनकी चूत के मुंह और रख कर घुसा दिया | मेरा लंड उनकी चूत में जैसे ही घुसा तो उनके मुंह से जोरदार चीख निकल गयी और वो पीछे बढ़ गयी | तब मैं उनके बूब्स पर हाथ मारते हुए उनको अपनी और खीच लिया और जोर जोर के धक्को के साथ अन्दर बाहर करते हुए चोदने लगा | कुछ देर बाद वो उनकी दर्द भरी आवाजे सेक्सी आवाज में बदल गयी और वो मेरे धक्को के मज़े लेती हुई चुदने लगी | वो मस्त सेक्सी आवाज करती हुई चुदाई का मज़ा लेने लगी | मैं उनकी कमर को पकड कर जोरदार धक्को के साथ चोद रहा था | मैं उनकी चूत में ऐसे ही कुछ देर तक धक्के मारने के बाद उनको घोड़ी की तरह खड़े कर दिया | फिर उनकी गांड के छेड़ पर लंड के टोपे को रख कर एक जोरदार धक्का मारा जिससे मेरा आधा लंड उनकी गांड में घुस गया और वो दर्द से चीख पड़ी उई माँ मर गयी | मैंने अपने हाथ को उनके मुंह पर रख दिया और धीरे धीरे अन्दर बाहर करने लगा  | मैं उनकी गांड में कुछ देर में धक्को की स्पीड तेज कर दी और वो सेक्सी आवाजे करती हुई चुदाई का मज़ा लेने लगी | मैं उनको ऐसे ही 15 मिनट तक जोरदार धक्को के साथ चोदने के बाद सारा माल उनके मुंह में निकाल दिया |

वो मेरे लंड से निकलने वाला सरा माल पी गयी | फिर मेरे लंड को चाट चाट कर साफ कर दिया | जब उन्होंने मेरा लंड चाट चाट कर साफ कर दिया तो मैंने उनको किस किया और फिर अपने कपडे पहन लिए | फिर वो भी अपने कपडे को पहन लिए और आराम करने लगी |

धन्यवाद…………..

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