चूतवती – एक चुदाई कथा 3

   09/02/2018

Chutwati – ek chudai katha 3:

kamukta

नमस्कार दोस्तों, मै एक बार फिर से हाजिर हूँ आप सभी के सामने अपनी कहानी के लास्ट भाग को ले कर | मुझे पता है कि मेरी इस कहानी को अधिकतर लोगो ने पसंद किया है | इसलिए मैंने सोचा कि आप लोगो को ज्यादा इन्तजार नहीं करुवाऊंगा और आप लोगो के लिए आज ही कहानी को पूरा करने के लिए आ गया | तो अब मैं शुरू करता हूँ |

शहीद को तो रणवीर ले कर चला गया और अब मोर्चा दीपिका ही सम्भाल सकती थी | सभी चित्तोड़ के लोग दीपिका के पंहुच गए और पूछा कि आगे क्या करना है ? दीपिका बहुत ही शातिर और बहुत शांत दिमाग की लड़की थी | उसने सभी से कहा कि वो रणवीर के पास जा कर एक बार चुदवा आयगी और अपने पति को वापस ले आयगी | तभी बड़ी महारानी बोल पड़ी कि अरे रंडी वो तो तुझे चोदना चाहता है रखेल बनाना नहीं चाहता | तू क्यूँ अपनी मैया चुदवाना चाह रही है ? तो दीपिका ने कहा कि अगर तुम सब अपने राजा को वापस चाहते हो तो यही एक रास्ता है | फिर सभी ये ही सब बात कर रहे थे कि रणवीर ने अपने सिपाहियों को भेजा और कहा कि अगर शहीद को जिन्दा देखना चाहते हो तो दीपिका को मेरे पास भेजो | दीपिका बड़े ही शांति से कहती है कि ठीक है बोल दो अपने मादरचोद राजा से मैं आ रही हूँ | रणवीर चाहता था कि वो पूरी बारात ले कर आये | दीपिका ने किया भी ऐसा ही | सभी को उसने चुपचाप कहा कि लड़कियां नहीं जायेंगी | सभी सिपाही घुंघट ओढ़ कर चलेंगे | रणवीर बहुत खुश था कि भले ही उसने धोखे से बाजी जीती है पर जीत तो जीत होती है | रणवीर अपनी गद्दी में बेठ कर दीपिका के आने का इंतज़ार कर रहा था | उसके सिपाही तुरंत भाग कर आते हैं रणवीर के पास और कहते हैं कि दीपिका बहूजी आ रही है अपनी पेनल के साथ | रणवीर देखने को बहुत उत्सुक हो गया ये सुन कर तो उसने कहा कि पूरी पेनल को मेन गेट पर ही रोक देना और दीपिका को एक आखिरी बार अपने पति को देख लेने दो | दीपिका अपने दो सिपहिओं के साथ काल कोठरी में गई तो उसे वहां पर अंजना मिली और उसने दीपिका से कहा तुम टेंशन मत लो मैं तुम दोनों को यहाँ से बाहर सही सलामत निकलवा दूँगी | तो दीपिका अंजना का शुक्रिया अदा करने लगी तो उसे बीच अंजना ने टोक कर कहा सच ही सुना था मैंने कि चित्तोड़ की रानी बहुत ही सुन्दर और सेक्सी है | दीपिका मुस्कुरा कर कहती है कि मैं तो सुन्दर हूँ लेकिन सुन्दर तुम भी हो | फिर भी पता नहीं क्यूँ रणवीर तुम्हे छोड़ कर मेरे पीछे पड़ा हुआ है ? तो अंजना ने कहा कि वो मादरचोद बहुत बड़ा ठरकी है वो साला कुत्ता किसी को कुछ नहीं समझता |

अगर उसने सोच लिया कि तुम्हे चोदेगा तो वो चोदेगा ही | पर तुम चिंता मर करो मैं ऐसा होने नहीं दूँगी | उसके बाद वो चुपके से दीपिका और शहीद को एक ख़ुफ़िया गुफा से किले के बाहर निकालने का रास्ता बताती है और कुछ ही मिनट में दो सिपाही उनके साथ दीपिका और शहीद गुफा के अन्दर अंदर किले के बाहर निकलते हैं | तभी रणवीर के कुछ सिपाही काल कोठरी का खुला दरवाजा देख समझ गए कि शहीद भाग निकला तो वो जोर जोर से चिल्लाने लगते हैं | तभी रणवीर ने अपने सभी सिपाहिओ से कहा कि जितनी भी औरतें आई हैं सभी कि गांड मार लो | सभी चिल्लाने लगे | मारो ! मारो ! सभी की गांड मारो | लेकिन किसी को भी ये नहीं पता था कि घूँघट में औरत नहीं बल्कि आदमी है | जब वो सब अपना घूँघट निकाला तो रणवीर के सिपाहियों की गांड फट गई लेकिन फिर भी वो सब माँ चोदने लगे | शहीद के सिपाही भले ही कम थे लेकिन सभी ने खूब लड़ाई की और खून बहा दिया | लेकिन सभी सिपहिओ को मौत के घाट उतरना पड़ा | रणवीर बहुत गुस्से में आ गया और उसने पूछा कि किस बहनचोद ने उसको आजाद करवाया है ? तो सभी ने अंजना का नाम लिया | रणवीर ने कहा बुलाओ उस मादरचोद रंडी को | फिर अंजना रणवीर के पास जा कर शांति से खड़ी हो गई |

रणवीर न कहा क्यूँ रे छिनार | तेरी माँ को चोदु रंडी | क्यूँ की तूने उन लोगो की मदद ? तो उसने कहा तुझ जैसे मादरचोद रंडीबाज आदमी के साथ ऐसा ही होना चाहिए बहनचोद | तू गलत करने चला था इसलिए मैंने सही का साथ दिया समझा भड़वे | रणवीर को बहुत तेज गुस्सा आया तो उसने सभी के सामने कहा कि इस रंडी को अभी मेरे सामने नंगा करो और सभी इसको अपना लंड चुस्वाओ और इसके मुंह में ही सब अपना वीर्य निकालना | अगर इसने पीने से मना किया तो दो लंड एक साथ मुंह में डाल देना | शहीद और दीपिका जैसे ही अपने महल में पहुंचे तो सभी उनका भरे दिल से स्वागत सत्कार करने लगे तभी शहीद ने कहा कि मेरे आने की ख़ुशी मत मनाओ जो मेरे सिपाही मर गए गांड मराते हुए उनका शोख मनाओ | इसके बाद रणवीर अपनी पूरी सेना ले कर चित्तोड़ के मैदान पर पंहुच गया और शहीद ने भी पूरी तैयारी कर लिया लड़ने की | जब सभी लड़ाई के लिए निकलने लगे तो चित्तोड़ की सभी महिलाए ने कहा कि अगर शहीद मर गया इस लड़ाई में तो हम सब अपनी अपनी गांड में सरिया भोंक कर मर जायेंगे | सभी महिलाए इस बात पर राजी हो गई | अब सभी युद्ध भूमि पर पंहुच गए | शहीद ने रणवीर से कहा अगर मादरचोद तेरे लौड़े में दम है तो देखते हैं कि किसका माल जल्दी झड़ता है | रणवीर को अपने लंड में बहुत गुरूर था तो उसने कहा ठीक है | वो दोनों एक दम बीच में पंहुच गये और पूरे नंगे हो गए | शहीद ने कहा पहले मैं तेरा लंड चूसुंगा और फिर तू |

सभी लोग देख रहे थे और तैनात भी थे कि अगर किसी भी सिपाही ने मुंहचोदी की तो उसे अपनी गांड में सबका लंड लेना पड़ेगा | रणवीर का लंड खड़ा हो गया और शहीद अपने घुटनों के बल बैठा और रणवीर का लंड चूसने लगा तो रणवीर आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह करने लगा | शहीद जोर जोर से रणवीर के लंड आगे पीछे करते हुए चूस रहा था और रणवीर आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह करते हुए उसके मुंह की चुदाई कर रहा था | रणवीर 20 मिनट के बाद झड गया शहीद के मुंह में ही | शहीद के सारे सिपाही बहुत खुश थे कि रणवीर का वीर्य जल्दी निकल गया | उसके बाद अब बारी रणवीर की थी शहीद का लंड चूसने की | फिर रणवीर अपने घुटनों के बल बैठ कर शहीद के लंड को अच्छे से चाटने लगा तो शहीद के मुंह से भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह की सिस्कारिया निकलने लगी | लंड चाटने के बाद उसने शहीद का लंड अपने मुंह में ले कर चूसने लगा तो शहीद ने भी वैसा ही किया और रणवीर के को मुंह को चोदने लगा और आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह करते हुए पूरे जोश में था | 16 मिनट होने के बाद भी शहीद का माल नहीं झड़ा तो रणवीर ने और जोर जोर से उसके लंड को हिलाते हुए चूसना शुरू कर दिया तो शहीद ने आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह करते हुए एक जोरदार अपने वीर्य की पिचकारी रणवीर के मुंह में छोड़ दिया और रणवीर गिर गया | रणवीर लड़ाई हार गया लेकिन वही औरत जात आदमी को ये अच्छा नहीं लगा तो उसने दूर से चिल्लाया लंड काट दो | सभी ने अपनी अपनी तलवारे फेंकी जो सीधा शहीद के लंड और गांड में लगा रही थी | आखिर में उसकी मौत हो गई | शहीद के सिपाही समझ गए कि धोखा हुआ है तो अब युद्ध शुरू हो गया | रणवीर ने सोचा कि उसने दीपिका को जीत लिया है और यही सोच कर वो नंगा ही महल की तरफ जाने लगा | जैसे ही वो पंहुचा तो मेन गेट बंद कर दिया गया | उसने कहा तोड़ दो गेट पर गेट ऐसा लगा कि खुल ही नहीं रहा था फिर उसने दूसरे रास्ते को अपनाया और दीपिका को चोदने के लिए वो भागा | लेकिनं कुछ औरतो ने उसको अपने अपने डिलडो फेंक फेंक कर घायल कर दिया और दरवाजा बंद कर दिया |  फिर रणवीर ऊपर चढ़ कर जैसे तैसे ऊपर पंहुचा लेकिन तब तक दीपिका और उसके साथ की सभी औरतो ने अपनी गांड में सरिया डाल कर आत्महत्या कर ली थी |

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