चचेरे भाई से चूत और गांड चुदवाई

   17/04/2018

मेरे प्यारे पाठको कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी मस्त होंगे | मेरा नाम शिल्पा है और मैं पोंदमारी में रहती हूँ | मेरी उम्र 22 साल की है और मैं ग्रेजुएट हूँ | मैं दिखने में सांवली हूँ और मेरी हाईट 5 फुट 8 इंच हैं | मैं भले ही लम्बी हूँ लेकिन मेरा फिगर एक दम भरा हुआ है इसलिए मुझे खुद से हाईट में बड़े लड़के पसंद आते हैं | दोस्तों मैं इस साईट की दैनिक पाठक हूँ और मुझे इस साईट पर चुदाई की कहानियां पढ़ते हुए टाइमपास करना अच्छा लगता है | आज जो मैं आप लोगो के सामने अपनी कहानी पोस्ट करने जा रही हूँ ये मेरी पहली कहानी है और मेरे जीवन की सच्ची घटना है | मैं ऐसी उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी जरुर पसंद आएगी और आप लोगो को मेरी कहानी पढ़ कर बहुत मजा भी आएगा | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए अपनी कहानी लिखती हूँ |

ये घटना कुछ समय पहली की है | मेरे घर में मैं, पापा ( शुभम ), मम्मी ( शोभिका ), बड़ी बहन ( शीतल ), छोटा भाई ( सौरभ ) और दादी ( चंपा बाई ) रहते हैं | मेरी बड़ी बहन अभी प्राइवेट जॉब करती है और छोटा भाई अभी स्कूल की पढाई कर रहा है | पापा सरकारी नौकरी करते हैं और मम्मी गृहणी हैं | मुझे चुदाई का शौक तब से है जब मैंने पहली बार अपने मम्मी पापा की चुदाई देखी थी | उस समय मुझे पता नहीं था कि ये चुदाई होती है लेकिन जब मुझे अक्ल आई तब समझ में आया कि इसे चुदाई कहते हैं | बचपन में जब हम छुपन छुपाई खेलते थे तब मेरे चाचा का लड़का हम दोनों साथ में छुप जाते थे और वो कभी मुझसे लिपट जाता तो कभी मैं उससे लिपट जाती | कई बार तो अपना लंड मेरी चूत में रगड़ता और मैं भी उसे ऐसा करने के लिए कहती | ये सिलसिला शुरू ऐसे हुआ कि गर्मी की छुट्टियाँ चल रही थी तो मैं एक बार चाचा के घर गई और वहां पर जब हम रात में सो रहे थे तब मैंने अपने चाचा के बेटे ( रमेश ) का लंड सोते वक़्त खींच दिया था | उसके बाद समय बदलता गया और हम जवान होने लगे |

पुरानी बाते याद ही नही थी लेकिन कुछ पल थे जो हम कभी नहीं भूल सकते थे | एक बार हमारी मैसेज में बात हो रही थी उस समय रात के 12 बजे रहे होंगे | बात होते होते बात सेक्स की तरफ बढ़ गई | हालांकि हम दोनों में काफी बाते होती थी लेकिन कभी हमारी सेक्स चैट नहीं होती थी | लेकिन पता नहीं उस दिन हमने बस इतनी सी बात कर ली और दोनों ही गरम हो गए | उसने मुझसे बचपन की चुदाई के बारे में पूछा तो मैंने भी कहा कि हाँ मुझे बहुत अच्छे से याद है | फिर कुछ दिनों तक हमारी नोर्मल बात होने लगी | फिर जब हम एक दिन फ़ोन पर बात कर रहे थे तब उसने मुझसे पूछा कि क्या हम इस उम्र में सेक्स कर सकते हैं ? तो मैंने हाँ कर दिया क्यूंकि मैं खुद अपनी चूत और गांड दोनों की चुदाई अकेले ही करती थी मैंने सोचा कि चलो इसी बहाने असली लंड तो मिलेगा और मेरी चूत को शांति भी मिल जायेगी | उसके बाद से हम रोज ही रात को सेक्स की बाते करने लगे | क्यूंकि हमारे पास कोई जगह नहीं थी जहाँ पर हम सेक्स कर सकते थे | अगर जगह मिलती भी तो हम दोनों के घर ही थे जो खाली बिलकुल नहीं रहते थे | एक दिन उसने मुझे कॉल किया और कहा कि मेरे पास रूम का जुगाड़ हो गया है तो मैंने कहा उसकी कोई जरुरत नहीं है तुम मेरे घर आ जाना कल क्यूंकि मेरे घर वाले कहीं जा रहे हैं तो कोई दिक्कत नहीं है | उसने कहा ठीक है |

अगले दिन सुबह सुबह ही मैंने बाथरूम में अपनी चिकनी चमेली चूत को एक दम साफ कर दिया और सच में मेरी चूत बहुत ही सुन्दर लग रही थी | फिर उसका कॉल आया और उसने कहा कि मुझे बस 10 मिनट लगेगा घर आने में | मैंने कहा ओके और जब वो मेरे घर आया तो मैंने उससे पूछा कि तुम्हे किसी ने देखा तो नहीं ? तो उसने कहा नही बाहर कोई भी नहीं था लेकिन कुछ आंटी छत पर थी | मैंने पूछा कौन ? तो उसने कहा अरे कोई नहीं था मैं मजाक कर रहा हूँ | फिर मैं उसे छेड़ते हुए अन्दर जाने लगी तो उसने मुझे पीछे से पकड़ लिया और मेरी गरदन को चूमने लगा | मैं उससे छूटने की कोशिश कर रही थी पर उसकी पकड़ काफी अच्छी थी | फिर उसने मुझे अपनी तरफ घुमाया और उसके बाद उसने मेरे होंठ में अपने होंठ रख दिए | अब वो मेरे होंठ को चूसने लगा तो साथ में मेरे दूध को दबाने लगा | मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ को चूसने लगी और उसकी कमर पर जोर से हाँथ जमा दिया | कुछ देर किस करने के बाद मैंने उसकी शर्ट को उतार दिया और फिर उसकी छाती पर हाँथ फेरने लगी और फिर चूमते हुए अपने घुटनों के बल जमीन पर बैठ गई | फिर मैंने उसकी जीन्स को उतार दिया और अंडरवियर भी | वो मेरे सामने नंगा खड़ा हुआ था और उसकी झांटे भी नहीं थी | मैंने उसके लंड को अपने हाँथ में लिया और हिलाने लगी | लंड जब खड़ा हो गया तो मैंने अपनी जीभ से फेरना चालू कर दिया तो उसके मुंह से आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | मैंने उसके लंड को 10 मिनट तक खूब चाटा |

उसके बाद मैं उसके लंड को अपने मुंह में भर कर चूसने लगी तो वो आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए मेरे दूध को दबाने लगा | मैं उसके लंड को जोर जोर से आगे पीछे करते हुए चूस रही थी और वो आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए अपना लंड मेरे मुंह में पेल रहा था | फिर उसने मुझे खड़ा किया और मेरे टॉप को निकाल दिया और मेरे दूध को दबाने लगा तो मेरे मुंह से भी आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह की सिस्कारियां निकलने लगी | फिर उसने मेरे ब्रा को उतार दिया और फिर मेरे मम्मों को जोर जोर से मसलते हुए चूसने लगा तो मैं आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए उसके बालो को सहलाने लगी | वो मेरे दूध को चूसते हुए मेरी जीन्स को खोल दिया और मैं आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए दूध चुसवाने के मजे लेने लगी | फिर उसने मेरी पेंटी को भी उतार दिया और मुझे लेटा कर मेरी दोनों टांगो को खोल कर मेरी चूत को चाटने लगा तो मैं आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए मदहोश होने लगी | वो मेरी चूत को चाटते हुए चूत के दाने को भी होंठ से दबा कर चूसने लगा तो मैं आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए उसके मुंह को अपनी चूत पर दबाने लगी |

कुछ देर चूत चाटने के बाद उसने मेरी चूत में अपना लंड टिकाया और अन्दर डाल कर चोदने लगा तो मैं आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए अपनी कमर उचका उचका कर चुदाई में साथ देने लगी | फिर कुछ देर बाद उसने अपनी चुदाई तेज कर दिया और जोर जोर से शॉट मारते हुए मेरी चूत को चोदने लगा और मैं आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए चुदाई के मजे लेने लगी | फिर उसने मुझे घोड़ी बना दिया और मेरी गांड को चाटने लगा तो मैं आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए उसके सिर को अपनी गांड में दबाने लगी | फिर उसने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर टिकाया और अन्दर घुसेड कर मेरी गांड को चोदने लगा तो मैं भी आहा उन्नह ऊम्ह अहा ऊउंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊंह ऊम्ह आहा ऊम्ह करते हुए अपनी गांड आगे पीछे करते हुए चुदवा रही थी | करीब आधे घंटे तक चोदने के बाद उसने मेरी गांड के अन्दर ही अपना माल निकाल दिया | उसके बाद हमे जब भी मौका मिलता है तो हम चुदाई कर लेते हैं |

तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप लोगो को मेरी कहानी बेहद पसंद आई होगी |

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