बेटे के दोस्त से की चुदाई

   28/09/2017

Bete ke dost se ki chudai:
नमस्कार पाठको, कैसे हैं आप सभी ? मैं आशा करती हूँ कि आप सभी अपनी अपनी चुदाई क्रिया में मग्न होंगे | मैं यहाँ नही पाठक हूँ जो कि आप सभी की कहानिया पढ़ कर फैसला लिया है कि अपनी एक कहानी आप लोगो के समक्ष रख रही हूँ | मेरा नाम सविता है और मैं केरल की रहने वाली हूँ | मेरी उम्र 38 साल है और मैं विधवा गृहणी हूँ | मैं दिखने में गोरी हूँ और मेरा फिगर भी क़यामत ढाने वाला है | मेरे दूध बड़े हैं और गांड बड़ी और गोल है | मेरा भरा हुआ बदन है जी वजह से मेरी ख़ूबसूरती दोगुना बढ़ जाती है | मुझे ठाठ से रहने का बड़ा ही शौक है और मैं कभी भी अपने शौख को नहीं मारती | हमेशा से ही मुझे सज संवर कर रहने का शौख है | दोस्तों, आज जो मैं आप सभी के सामने पहली कहानी लिखने जा रही हूं तो मैंने आप से होने वाली इस कहानी में जो गलतिया है उसके लिए माफ़ी मांगती हूँ | मैं उम्मीद करती हूँ कि आप सभी को मेरी ये कहानी जरुर पसंद आयगी | तो अब मैं आप लोगो का ज्यादा समय न लेते हुए अपनी कहानी शुरू करती हूँ |
मैं एक विधवा हूँ और हमारी एक किराने की दूकान है जिसका नाम मंजीत डेरी है | मंजीत मेरे पति का नाम है उन्ही के नाम पर ये शॉप है | मेरा एक 22 वर्षीय बेटा है | पहले मैं किराने की शॉप संभालती थी अब कॉलेज खत्म होने के बाद मेरा बेटा ये काम देखता है | अब सब काम उसी के अंडर में होता है | मेरे बेटे का एक दोस्त है जिसका नाम रवि है | वो मेरे बेटे का बचपन का दोस्त है और वो मेरे साथ काफ़ी हंसी मजाक करता है | मेरे बेटे को कभी शक नही होता कि मेरे और उसके बीच में प्रेम सम्बन्ध है | ये हुआ ऐसे की एक दिन मुझे बैंक जाना था किसी काम से और मेरा बेटा शॉप में था तो वो चल नही सकता था मेरे साथ | रवि उसी समय घर भी आया हुआ था तो मैंने उससे कहा था कि चल मुझे बैंक तक ले चल | तो उसने कहा ठीक है और हम दोनों जब रास्ते में थे तो गाड़ी गड्ढो में बार बार उचक रही थी जिससे मेरे दूध उससे बार बार लग रहे थे | उसे ये अच्छा लग रहा था शायद इसलिए वो बार बार ऐसा कर रहा था | उसके ऐसा करने से मेरी चूत गीली होने लगी | फिर बैंक से वापस आते हुए भी ऐसा ही किया उसने | मैं समझ चुकी थी कि ये जान बूझकर ऐसा कर रहा था | मुझे भी अच्छा लग रहा था इसलिए मैंने भी उसे कुछ नही कहा | फिर जब हम घर आये तो मैं सीधा बाथरूम में गयी और ऊँगली करने लगी | जब मेरी चूत का पानी निकला तब जब कर मुझे अच्छा लगा | फिर पता नही क्या हुआ कि मुझे रवि अच्छा लगने लगा | अब मैं किसी न किसी काम से उसके साथ जाने लगी | जब भी वो मैं उसे चाय देने झुकती तो वो मेरे दूध को देखता | असल में मैं घर में ब्रा और पेंटी नही पहनती | जब कहीं जाना होता है तभी मैं ब्रा और पेंटी पहनती हूँ |
एक दिन मेरे बेटे का एडमिट कार्ड आया पेपर देने के लिए और उसे दिल्ली जाना था तो मैंने कहा ठीक है तू दिल्ली चले जा मैं शॉप संभाल लूंगी | फिर रवि उसे स्टेशन छोड़ने के बाद घर आया तो उसने कहा कि आंटी चाय पिला दो | दोपहर के समय हम शॉप बंद रखते हैं और शॉप मेरे घर में ही है | तो मैंने कहा ठीक है | जब मैं चाय बनाने लगी तो रवि भी किचन में आया तो मैंने पूछा उससे कि क्या हुआ ? तो उसने कहा कि आंटी प्यास लगी थी तो पानी पीने आ गया | तो मैंने कहा कि मुझसे बोल देता मैं ला देती | पानी पी कर चला गया | उस दिन मैंने दोपहर में डीप गले का गाउन पहना था | जब मैं चाय देने झुकी तो वो मेरे दूध देखने लगा | मैंने उससे पूछा कि क्यू रे रवि क्या देख रहा है ? तो उसने सीधा मुझसे बोल दिया कि आपके दूध बड़े और गोरे हैं वही देख रहा था | तो मैंने भी नार्मल रिएक्शन दिया कि अच्छा तुझे मेरे दूध इतने पसंद हैं क्या ? तो उसने कहा कि हाँ आंटी आपके दूध बहुत मस्त लगते हैं अगर आपका बेटा मेरा दोस्त नही होता तो मैं आपके दूध पी लेता | तो मैंने कहा कि फिलहाल तू चाय पी | वैसे क्यू पीता तू मेरे दूध ? तो उसने कहा कि आप इतने मस्त दिखते हो और आपके दूध भी बड़े हैं तो मैं कैसे छोड़ देता इतना अच्छा मौका | उसकी ऐसी बाते सुन के मेरी चूत गीली हो गयी | तो मैंने कहा कि पहले चाय पी ले फिर पी लेना मेरे दूध | फिर हम दोनों ने चाय खत्म किये | जैसे ही उसकी चाय खत्म हुई वो मेरे पास आया और अपने होंठ मेरे होंठ में रख दिए | अब वो मेरे होंठ को चूसने लगा और साथ में मेरे दोनों दूध को दबाते जा रहा था |
मैं भी उसका साथ देते हुए उसके होंठ को चूसने लगी | काफ़ी देर किस करने के बाद उसने मेरे गाउन को उतार दिया और मुझे पूरी नंगी देख के उसने पूछा कि आप ब्रा और पेंटी नही पहनते क्या ? तो मैंने उससे कहा कि नही मैं घर में रहती हूँ तो मैं ब्रा और पेंटी नहीं पहनती | फिर उसने मेरे दोनों दूध को मसलते हुए चूसने लगा तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्करिया निकलने लगी | वो मेरे दोनों दूध को मसल मसल के चूस रहा था साथ में मेरी दोनों चुच्चियों को होंठ से पकड कर ख्नीच कर चूस रहा था और मैं आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके सिर के बालो को सहलाने लगी | फिर मैंने उसके कपडे उतार कर नंगा कर दिया | उसका लंड काफ़ी बड़ा और मोटा है | मेरे बेटे की तुलना में उसका लंड २ इंच लम्बा होगा | मैं उसके लंड को हाँथ में ले कर जीभ रख कर चाटने लगी ऊपर नीचे करते हुए तो उसके मुंह से भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | फिर मैंने उसके लंड को अपने मुंह में डाल कर ऊपर नीचे करते हुए चूसने लगी तो वो आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्करिया लेते हुए मेरे मुंह को चोदने लगा | फिर उसने मुझे गोद में उठा कर बेड पर लेटा दिया और मेरी टांगो को चौड़ा कर दिया |
अब वो अपनी जीभ से मेरी चूत को ऊपर से नीचे तक चाटने लगा और मेरी चूत के दाने को होंठ से चूसने लगा | मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए मचलने लगी | वो मेरी चूत को बहुत अच्छे से चाट रहा था जैसे कोई ग्यानी लड़का हो | मैं भी मस्ती में आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसके मुंह को अपनी चूत में दबाने लगी | फिर उसने अपन लौड़ा मेरी चूत में टिकाया और एक ही झटके में अपना लंड मेरी चूत में घुसेड दिया | अब वो मेरी चूत को धक्के दे कर चोदने लगा तो मेरे मुंह से आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ की सिस्कारिया निकलने लगी | फिर उसने अपनी चुदाई की रफ़्तार बढ़ाते हुए मुझे जोर जोर से चोदने लगा तो मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए उसका साथ देने लगी और अपनी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी | वो मुझे जोर जोर से धक्के मार कर चोद रहा था और मैं भी आआहाआ ऊऊन्न्ह ऊऊम्म्ह ऊउम्म ऊउन्न्ह अहहाआअहाअ अहहहा हहहाआअ अहहहाआ ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह ऊनंह ऊउम्म्म्ह अहहहाआआअ आहाआआउन्ह ऊउन्न्ह ऊउम्म्ह आहा आआआहा ऊउम्म्ह ऊउन्न्ह आअहाआअ करते हुए सिस्कारिया ले रही थी | कुछ देर मुझे चोदने के बाद उसने अपना माल मेरे मुंह के ऊपर ही निकाल दिया |
अब हम दोनों को जब भी मौका मिलता तो हम चुदाई कर लेते हैं और इस बात का पता अभी तक मेरे बेटे को नही चला | तो दोस्तों ये थी मेंरी कहानी |

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