आंटी बनी चुदाई का सामान

   14/05/2018

Aunty bani chudai ka saman:

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हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सब मेरा नाम है अंकुर और मैं एक लड़का भी हूँ | अच्छा लगा ना यह जानकार इसलिए अब मैं आप लोगों के सामने अपनी एक कहानी रखने वाला हूँ जिसमे मैं आपको एक मस्त बात बाटूंगा और इसके बारे में किसी को कुछ पता नहीं है | आज पहली बार मैं आपके सामने अपनी कहानी रखने वाला हूँ और इसके लिए मुझे आप लोगों का साथ चाहिए | दोस्तों वैसे तो मैंने कई बार अपनी बात शेयर की है पर आज कहानी के माध्यम से पहली बार किसी के समक्ष अपनी बात रख रहा हूँ थोडा सा डर है मन में पर अगर आप मुझे अपना सच्चा साथी मानोगे तो मुझे कोई झिझक नहीं रहेगी | तो दोस्तों मैं समझ गया हूँ कि आप सब मेरे साथ हो तो चलो मैं पहले अपने बारे में आप सब को बता देता हूँ | दोस्तों ये बात तब की है जब मैं अपने कमरे में नया था और मेरे बगल वाले घर में एक मस्त आंटी रहती थी | वो बहुत ही मस्त थी और उसके बोबे भी मस्त थे और उसका फिगर एकदम क़यामत था | मुझे उसको देखते ही उससे प्यार हो गया था पर मुझे समझ नहीं आ रहा था कि पेहेल कैसे करूँ |

मुझे वैसे लड़की पटाने का कोई तजुर्बा नहीं है पर जैसे तैसे मैं सब कर लेता हूँ और मुझे कोई दिक्कत भी नहीं आती क्यूंकि मेरे माँ बाप यहाँ नहीं रहते | दोस्तों कभी कभी अकेले रहने के कई सारे फायदे होते हैं | जैसे आप अगर कुछ गलत काम करते हो तो किसी को पता नहीं चलता और अगर कोई संगीन जुर्म नहीं है तो आप आसानी से बाख के भाग सकते हो | वो आंटी घर से बहुत कम निकलती थी और उसके बारे में मुझे ज्यादा कुछ नहीं पता था | मुझे बस इतना पता था कि उसका पति किसी बड़ी कंपनी में काम करता है और उसका एक बच्चा है जो अभी छोटा है और उसके सास ससुर ज्यादातर घर में अपना समय व्यतीत करते थे | मुझे बस एक बार कैसे भी आंटी से बात करनी थी और उसके बिना में रह नहीं पा रहा था | जब भी मुझे आंटी दिखती मुझे उसकी साडी में से उसकी गोरी कमर बेहाल कर जाती और मुझे कुछ भी समझ नहीं आता | इसलिए मैंने सोचा कि अब जो भी हो जाए मैं आंटी से बात करके रहूँगा |

एक दिन उसके ससुर ने छत से आवाज़ लगायी सुमन बेटा और वो ऊपर आ गयी उसके बाद मुझे उसका नाम पता चल गया | एक दिन वो छत पर तेहेल रही थी तो मैंने भी आवाज़ लगायी सुमन बेटा | उसने यहाँ वहां देखा तो मैं भी पलट गया और हँसने लगा कमीनो जैसे | मैं वापस मुड़ा और देखा वो फिर से कुछ काम कर रही है और मैंने फिर से आवाज़ लगायी और वो फिर देखने लगी | मैंने देखा कि वो फिर से घूमने वाली है और तुरंत आवाज़ लगा दी पर उसने मेरी तरफ देख लिया | उसके बाद उसने मुझसे इशारे में पूछा क्या हुआ | मैंने कहा कुछ नहीं और वो मुस्कुरा कर चली गयी | फिर वो आंटी अगले दिन ऊपर आई और इस बार मैंने कहा सुमन बेटा तो उसने मुझे कहा आजकल के लड़के बड़े मजाकिया हो गए हैं | मैंने कहा हाँ ये बात तो है तब उसने कहा ठीक है अच्छा लगा ये जानकार मुझे कोई जानता तो है | मैंने कहा हाँ वो भी मैंने कल से ही जाना है कि आपका नाम सुमन है | उसके बाद मैंने कहा हाँ इसलिए हम छत से बात कर रहे हैं |

उसने कहा ऐसा नहीं है आप एक काम करना मैं कल आपको चाय पिलाऊंगी | मैंने कहा मैं चाय के साथ बिस्कुट भी लेता हूँ | उसने कहा हाँ बाबा अब चाय पर ही बुलाते हैं या फिर खाने पर ऐसा थोड़ी बोलते हैं चाय बिस्कुट पर आ जाना | अगले दिन मैं उसके घर गया और उसने अपने सास ससुर से मुझे मिलवाया और उन लोगों ने मुझे खूब प्यार दिया | हम सब साथ बैठ कर हंसी ठिठौली कर रहे थे | सब मुझे अपने बारे में बता रहे थे और मैं सब को अपने बारे में बता रहा था | मैंने बताया मैं फतेहपुर का हूँ और उनके सास ससुर ने कहा हम भी वहीँ के हैं तो पहचान निकल आई | अब मेरा उनके घर रोज़ का आना जाना हो गया और मुझे सब बहुत अच्छे से पहचानने लगे | उनके पति भी आये थे एक हफ्ते के लिए और उनसे भी मेरी पहचान हो गयी | वो मेरे चाचा को जानते थे और वो दोनों साथ में पढ़े हुए थे | अब तो कोई दिक्कत ही नहीं थी उसके बाद वो चले गए और मुझे कह गए अनकू मेरे घर कि देख रेख करना |

मैंने कहा भैया आप चिंता मत करना मैं देख भी करूँगा और रेख भी करूँगा | अब आंटी मेरे साइड कुछ ज्यादा आने लगी थी | कभी उनको सचिन को स्कूल से लेके घर जाना होता तो वो मेरे साथ जाती और मैं भी मस्त उनको बाइक पर लेके जाता था | एक दिन की बात है मैं आंटी को लेकर जा रहा था और मुझे दूसरी रोड से जाना था और वो रोड ख़राब थी | मैंने बहुत बार ब्रेक मारा ओ आंटी के दूध मेरी पीठ पर टकरा रहे थे | मुझे बहुत मज़ा आ रहा था और जैसे ही आंटी को लगा ऐसा ज्यादा हो रहा है वो मुझे पकड़ कर मुझसे चिपक कर बैठ गयी और कहा आजकल के लड़के बड़े बदमाश हो गए गए हैं | मैं हँसने लगा | उसके बाद आंटी मेरे लंड पर हाथ फेरने लगी और कहने लगी वाकई में लड़के बदमाश होते हैं | मैंने कहा आंटी मेरे बदमाश लंड को सहलाने से अच्छा है उसे अपनी चूत में लेलो | उसने कहा डरो मत अभी तो तुम्हे तडपना है उसके बाद तुमहरा लंड मेरी चूत में जाएगा समझे | मैंने कहा ठीक है पर ज्यादा मत देर करना |

उसके बाद हमने सचिन को स्कूल से लिया और घर आ गए | घर आये तो देखा सास ससुर गहरी नींद में सो रहे थे और सचिन को आंटी ने तुरंत नेहला के खाना खिलाया और सुला दिया | अब हम दोनों अकेले थे तो कुछ होना तो लाज़मी था | मैंने आंटी को पकड़ा और कहा आज तो मेरा दिन है और उनको अपनी बाहों में भर लिया | आंटी का बदन मेरे बदन से टकरा रहा था और मुझे बहुत उत्तेजना महसूस हो रही थी | उसके बाद मैंने कहा आंटी अब देखना आप कैसे तरसोगी मेरे लंड के लिए | मैंने आंटी को किस करना शुरू कर दिया और आंटी मुझे मना नहीं कर रही थी | मुझे उसके बाद आंटी का स्पर्श मेरे लंड पर महसूस हुआ और वो मेरे लंड को अच्छे से सहला रही थी | धीरे से मैंने उसके दूध को सहलाना शुरू किया और मैंने उसके ब्लाउज को हटा दिया | उसके ब्रा को देख कर मुझे लगा मैं उसके दूध को खा जाऊं | मैं उसके ब्रा के ऊपर से ही उसको चाटने लगा | फिर उसने अपना ब्रा हटाया और कहा ये लो मेरे दूध पियो |

मैंने उसके दूध को मस्त चूसा और उसके बाद मैंने मैंने उसकी साडी उतार दी और उसकी पेंटी को भी उतार दिया | फिर उसने मेरे पेंट को उतार दिया और मेरे लंड को देखकर कहा वाह इतना मस्त लंड आज तो मैं इसे खा जाउंगी | उसके बाद मैंने उसकी चूत में हलकी सी ऊँगली डाली और रगड़ने लगा | वो आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह करने लगी | उसके बाद उसने मेरा लंड पकड़ा और चूसने लगी और कहने लगी वाह क्या लंड है | मैं आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह करते हुए अपना लंड चुसवा रहा था | उसके बाद मैंने उसके मुंह को आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह करते हुए चोदना चालु कर दिया | उसके बाद मैंने उसको सोफे पर बैठा दिया और उसकी चूत को चाटने लगा और वो आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह करते हुए सिस्कारियां भरने लगी | वो ज्यादा आवाज़ नहीं कर रही थी क्यूंकि सास ससुर थे |

उसके बाद मैं उठा और उसकी चूत में अपना लंड घुसा दिया और वो आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह करने लगी और कहने लगी चोदो मुझे | मैंने भी उसे चोदना शुरू किया और मेरा लंड उसकी बच्चेदानी पर टकरा रहा था | वो आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह आअह्ह्ह्ह ऊऊउम्म्म्म ऊऊउफ़् आआह्हह्हह ऊऊऊह्हह करने लगी | मैं उसे खूब चोद रहा था और वो भी मज़े में अपनी चूत को रगड़ रही थी | मैंने उसको 20 मिनट तक चोदा और मूठ उसके पेट पर गिरा दिया |

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